ISRO के बाहुबली ने अंतरिक्ष में पहुंचाया सबसे भारी उपग्रह, कश्मीर में बेहतर होगा इंटरनेट
श्रीहरिकोटा,15 नवंबर (इ खबरटुडे)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की सफलता गाथा में एक और अध्याय जुड़ गया है। बुधवार को इसरो ने बाहुबली कहे जाने वाले अपने सबसे भारी रॉकेट जीएसएलवी-एमके3-डी2 की मदद से देश के सबसे भारी और उन्नत संचार उपग्रह जीसैट-29 को कक्षा में स्थापित किया।
यह उपग्रह पूर्वोत्तर और जम्मू-कश्मीर के दूरस्थ इलाकों में इंटरनेट व अन्य संचार सुविधाएं मुहैया कराने में मददगार होगा।
खास बातें
– प्रक्षेपण के लिए 27 घंटे का काउंटडाउन मंगलवार को दोपहर 2.50 बजे से शुरू हुआ था। बुधवार शाम पांच बजकर आठ मिनट पर श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से रॉकेट को लॉन्च किया गया।
जीसैट-29 सैटेलाइट पर एक नजर
– 3,423 किलोग्राम वजन के साथ यह भारत का सबसे भारी सैटेलाइट है।
बाहुबली का बल
– जीएसएलवी-एमके3 इसरो द्वारा तैयार सबसे भारी रॉकेट है।
– 43.4 मीटर ऊंचे इस रॉकेट का वजन करीब 640 टन है।
– यह 4,000 किलो तक का पेलोड लेकर जाने में सक्षम है।
– इसी तरह के रॉकेट से पांच जून 2017 को जीसैट-19 सैटेलाइट भेजा गया था।
पीएम मोदी ने दी बधाई
सफल प्रक्षेपण के लिए हमारे वैज्ञानिकों को हार्दिक बधाई। इस दोहरी सफलता से किसी भारतीय लॉन्चर द्वारा सबसे भारी सैटेलाइट को कक्षा में स्थापित करने का रिकॉर्ड बना है।– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी