Ratlam news: माफिया अभियान में अधिकारी दुरुपयोग नहीं करें,शिवगढ़ में दर्ज एफआईआर की जांच,समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
रतलाम,03जनवरी(इ खबर टुडे)। सभी अधिकारी सुनिश्चित करें कि शासन का माफिया के विरुद्ध अभियान आमजन के हित में है इसलिए कोई भी अभियान का दुरुपयोग नहीं करें। इस संदर्भ में शिवगढ़ से शिकायत आई है कि कृषि विभाग के अधिकारी द्वारा अनावश्यक रूप से दुकानदार को धमकाया गया है, यह ठीक नहीं है। संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम सैलाना, शिवगढ़ में हुई एफआईआर को चेक करें और देखें कि एफआईआर उचित है अथवा नहीं। उक्त निर्देश कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में दिए गए। कलेक्टर ने यह भी बताया कि रतलाम शहर में भी दुरुपयोग की शिकायत मिली है, तहसीलदार शहर रिपोर्ट देवे। यह सुनिश्चित है कि अभियान का उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं है। बैठक में अपर कलेक्टर एम.एल. आर्य, सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि कोई भी एफआईआर बगैर कलेक्टर की अनुमति के अब नहीं की जाएगी। एसडीएम को दूरभाष पर निर्देशित किया गया कि शिवगढ़ में कृषि विभाग की कार्यवाही से संबंधित की गई एफआईआर की जांच करवाएं। इसी प्रकार महाप्रबंधक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक को भी निर्देशित किया गया कि आपके यहां सहकारी समितियों में बहुत गडबड़ियाँ देखने में आ रही है। सुनिश्चित करें कि बदमाशी करने वालों के विरुद्ध केस दर्ज कराया जाए। बैठक में कार्यपालन यंत्री आरईएस तथा जीएम प्रधानमंत्री ग्राम सड़क के प्रति कलेक्टर द्वारा सख्त नाराजगी व्यक्त की गई। कलेक्टर द्वारा विगत 6 माह पूर्व उक्त दोनों अधिकारियों को लोक निर्माण विभाग की जावरा विकासखंड स्थित सड़क की जांच के निर्देश दिए गए थे परंतु 6 माह पश्चात भी अब तक जांच रिपोर्ट नहीं प्रस्तुत की गई है। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के कार्यों की गुणवत्ता अत्यंत खराब है।
बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यों की समीक्षा भी कलेक्टर द्वारा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिन ठेकेदारों द्वारा गड़बड़ की जा रही है उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। सीईओ जिला पंचायत द्वारा अवगत कराया गया कि विभाग द्वारा जिन 30 योजनाओं की पूर्णता की जानकारी दी गई है उनमें से मात्र 10 योजनाएं ही चालू अवस्था में है। कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री श्री गोगादे को निर्देश दिए कि पूर्ण की गई समस्त योजनाओं की रिपोर्ट तीन दिवस में प्रस्तुत करें। योजना में गड़बड़ी पाए जाने पर ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के कार्यपालन यंत्री धनोतिया को निर्देशित किया कि उनके विभाग को जिले में 600 चेक डैम उनका कार्य सौंपा गया है, उसकी गुणवत्ता अच्छी होना चाहिए अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। वैक्सीनेशन की समीक्षा भी की गई। कलेक्टर ने कोरोना की तीसरी लहर के अंदेशे के मद्देनजर नियुक्त किए गए नोडल अधिकारियों से चर्चा की, उनको आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि 15 से 18 वर्ष आयु के बच्चों का वैक्सीनेशन आरंभ हो चुका है जिन बच्चों का जन्म जनवरी 2004 में हुआ है वह भी वैक्सीनेशन के पात्र हैं।
कलेक्टर ने फीवर क्लीनिक स्थापना की समीक्षा की। बताया गया कि सोमवार को दो फीवर क्लीनिक प्रारंभ हो जाएंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सेंपलिंग में किसी भी स्थिति में कमी नहीं आए। स्कूलों में बच्चों के सैंपल लिए जाएं। सैलाना एसडीएम से पूछा कि आपके यहां से बिलिंग कम क्यों हो रही है। अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने वाले यात्रियों की अपडेट सूची अनुसार उनके शत-प्रतिशत टेस्ट किए जाएं। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि जिले में चालानी कार्रवाई सतत जारी रहेगी परंतु मास्क के विरुद्ध की जाने वाली चालानी कार्रवाई ओचक रूप से की जाना चाहिए। कार्रवाई का पूर्व से लोगों को पता नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने मंडियों में सेंपलिंग सतत जारी रखने के निर्देश दिए। सभी विकासखंडों में कोविड-केयर सेंटर प्रारंभ करने हेतु प्लानिंग के निर्देश दिए। रतलाम स्थित कन्या आवावासी परिसर में बनाए गए कोविड-केयर सेंटर में वस्थाओं तैयारियों की समीक्षा भी कलेक्टर ने की।
बैठक में कलेक्टर ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की स्थिति में इस बार जिले में वेल मैकेनाइज्ड व्यवस्था रहेगी। लोगों को पता होगा कि कहां बेड खाली है। सार्थक पोर्टल पर रियल टाइम डाटा अपलोड किया जाएगा। विकासखंडों के व्यक्तियों को पता होगा कि जिला मुख्यालय पर कहां जाया जा सकता है, सब कुछ सिस्टमैटिक ढंग से मैनेज किया जाएगा। सभी एसडीएम सुनिश्चित करें कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर को कोरोना की बेसिक दवाइयों का ज्ञान हो, वे मरीजों को अनावश्यक दवाइयां पर प्रिसक्राइब नहीं करें अन्यथा उनके क्लिनिक बंद कर दिए जाएंगे। कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि सीटी स्कैन तथा प्रत्येक उपचार दल प्रत्येक अस्पताल में प्रदर्शित की जाएगी। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ननावरे को निर्देशित किया कि वे प्राइवेट अस्पतालों में जाकर कोरोना उपचार संबंधी तैयारियों को चेक करें। जो प्राइवेट अस्पताल शासन द्वारा निर्धारित मानकों पर खरे उतरेंगे उन्हें ही कोविड-19 उपचार की अनुमति दी जाएगी।
कलेक्टर ने बैठक में सीईओ जिला पंचायत को निर्देश दिए कि जिले में उन पंचायतों के सरपंचों से वसूली की जाए जिनके द्वारा राशि की अनियमितता की गई है। अभी वर्तमान में पांच ऐसे सरपंचों के मामले सामने हैं जिन पर तत्काल कार्रवाई जिला पंचायत स्तर से कर ली जाए। उन सरपंचों से राशि वसूल की जाएगी। इसी प्रकार पलसोड़ा में अवैध खनिज परिवहन में पकड़े गए डंपर को राजसात करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए।