हरियाणा के किसान सबसे ज्यादा कर्जदार : 28 लाख किसानों पर 60 हजार करोड़ का कर्जा

देश में हरियाणा के किसानों पर कर्जे का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। हरियाणा के 27 लाख 71 हजार 676 किसान हैं, जिन पर कर्ज है। इन किसानों ने सरकारी, निजी तथा सहकारी बैंकों से कर्ज लिया हुआ है। इन किसानों पर 60 हजार 60 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है। यह पूरी जानकारी सरकार ने विधानसभा में सवालों का जवाब देते हुए दी। यह सवाल डबवाली से युवा विधायक आदित्य देवीलाल चौटाला ने रखा था।
किसानों ने बैंकों से यह कर्ज लिया हुआ है। इसकी प्रतिशत ब्याज दर सात प्रतिशत है। इसमें से चार प्रतिशत ब्याज दर हरियाणा सरकार तथा तीन प्रतिशत ब्याज दर केंद्र सरकार की तरफ से वहन किया जाता है। वैसे इस समय किसानों को बिना ब्याज के ही ऋण की सुविधा दी जा रही है। सरकार समय-समय पर कर्ज को कम करने का प्रयास करती है लेकिन किसान समय पर अपना ऋण नहीं चुकाते हैं। इस कारण यह कर्ज बढ़ता जा रहा है।
प्रदेश के किसानों पर कर्ज की स्थिति
अंबाला के एक लाख चार हजार 409 किसानों पर 2716 लाख रुपये का कर्ज है। इसी प्रकार भिवानी के दो लाख सात हजार 23 किसानों पर 3696 करोड़ रुपये का कर्ज है। दादरी के 81339 किसानों पर 1302 करोड़ रुपये, फरीदाबाद के 27937 किसानों पर 533 करोड़ रुपये, फतेहाबाद के 150559 किसानों पर 4241 कराेड़ रुपये, गुरुग्राम के 30647 किसानों पर 842 करोड़ रुपये, हिसार के 268227 किसानों पर 5873 करोड़ रुपये, झज्जर के 115395 किसानों पर 1929 करोड़ रुपये का कर्ज है। इसी प्रकार जींद के 162981 किसानों पर 3957 करोड़ रुपये, कैथल के 156715 किसानों पर 4023 करोड़ रुपये, करनाल के 217700 किसानों पर 4849 करोड़ रुपये, कुरुक्षेत्र के 135481 किसानों पर 3628 करोड़ रुपये, महेंद्रगढ़ के 138470 किसानों पर 1892 करोड़ रुपये, नूंह के 69346 किसानों पर 1145 करोड़ रुपये, पलवल के 105267 किसानों पर 1709 करोड़ रुपये, पंचकूला के 36483 किसानों पर 614 करोड़ रुपये, पानीपत के 79821 किसानों पर 2124 करोड़ रुपये, रेवाड़ी के 122507 किसानों पर 1712 करोड़ रुपये का कर्ज है।
ऐसे ही रोहतक के 105557 किसानों पर 1946 करोड़ रुपये, सिरसा के 207517 किसानों पर 6102 करोड़ रुपये, सोनीपत के 122910 किसानों पर 2461 करोड़ रुपये, यमुनानगर के 125385 किसानों पर 2766 करोड़ रुपये का कर्ज है।