IPL betting : हाईटेक सट्टा संचालित करते पिता-पुत्र गिरफ्तार, 3.41 लाख नकद,एसयूवी, 11 मोबाईल, दो एलसीडी बरामद
उज्जैन,26मई(इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)। क्राईम ब्रांच पुलिस ने हाईटेक तरीके से आईपीएल सट्टे का संचालन कर रहे हिस्ट्रीशीटर सट्टेबाज प्रवीण राय एवं उसके पुत्र शुभम को गिरफ्तार किया है। सट्टे बाज के पास से 3.71 लाख नकद,एसयूवी वाहन,11 मोबाईल,2एलसीडी,लेपटाप,केल्क्यूलेटर बरामद किए गए हैं।कोतवाली थाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
सीएसपी विनोद मीणा के अनुसार मुखबिर की सूचना के अनुसार आरोपी प्रवीण राय एसयूवी में बैठकर इंदौर – उज्जैन रोड़ पर सट्टे का कारोबार हाईटेक तरीके से अंजाम दे रहा था। सूचना के आधार पर पुलिस ने प्रवीण राय की लोकेशन ट्रेस कर उसे आन वे पकड़ा। उसके पास एक लेपटाप था जिसका एक्सीस उसने कलालसेरी स्थित अपने घर पर बेटे को दे रखा था। दोनों पिता-पुत्र इससे जुडे हुए थे। पुलिस ने प्रवीण को हिरासत में लेकर उसके घर पर रेड़ की वाहन एवं दोनों जगह पर सटोरिए पिता पुत्र के पास से 3.41 लाख रूपए नकद मिले।
पुलिस के अनुसार आरोपी के सट्टा नेटवर्क की जानकारी ली जा रही है।। क्राइम ब्रांच की टीम ने सटोरिए पिता –पुत्र से नकदी के अलावा 11 मोबाइल एक लैपटॉप,02 एलसीडी और एक एसयूवी लक्जरी वाहन बरामद की है। इस आईपीएल सट्टेबाज का उज्जैन से लेकर मुंबई तक बड़े सटोरियों के साथ नेटवर्क होने के सूत्र भी पुलिस को मिले हैं। क्राइम ब्रांच उज्जैन इस जानकारी के आधार पर क्रिकेट बुकी के माध्यम से उज्जैन जिले में क्रिकेट सटोरियों का एक बड़ा नेटवर्क ध्वस्त कर सकती है।श्री मीणा के अनुसार प्रारंभिक रूप से आरोपी के विरूद्ध द्रुत अधिनियम में कार्रवाई की गई है।आरोपी के रेकार्ड के आधार पर एवं सामने आई अन्य जानकारियों के आधार पर आईटी एक्ट,420 सहित अन्य धाराओं, अधिनियम में कार्रवाई की जाना संभव है।
हारे जीते कोई भी 5 फीसदी का फायदा
आईपीएस सीएसपी श्री मीणा के अनुसार सटोरिया पप्पू इंदौर में बैठकर अपने इस गौरखधंधे को बराबर अंजाम दे रहा था।उज्जैन क्राईम ब्रांच की पिछली तकरीबन सभी कार्रवाई में इसका नाम सामने आया था।ये माडर्न साफ्टवेयर से आईडी जनरेट कर उस पर पुरा धंधा करते हैं।मुंबई-दिल्ली के बडे आईडी डिस्ट्रीब्यूटर से ये आईडी लेकर उसे डिवाईड कर नीचे लगाने वालों को देता है।लगाने वाला हारे या जीते इसे इस काम में दोनों और से 5 फीसदी की रकम मिलती है।यह रकम करोड़ों रूपए का 5 फीसदी रहती है।