Third wave: मुंबई में हर तीसरा व्यक्ति मिल रहा कोरोना पॉजिटिव, दूसरी लहर के पीक को पार कर गए नए केस
मुंबई,07जनवरी(इ खबर टुडे)। कोरोना की तीसरी लहर का कहर मुंबई पर तेज हो गया है। गुरुवार को शहर में 20 हजार के करीब नए केस मिले हैं। अभी तीसरी लहर का पीक आना बाकी बताया जा रहा है और उससे पहले यह हालत चिंताएं बढ़ाने वाली है। 20,181 नए केस पाए गए हैं, जो डेल्टा वैरिएंट के चलते आई दूसरी लहर के पीक में मिले 11,206 केसों के मुकाबले 75 फीसदी ज्यादा हैं। यही नहीं मुंबई का डेली पॉजिटिविटी रेट भी तेजी से बढ़ते हुए 30 फीसदी हो गया है। इसका अर्थ यह हुआ कि मुंबई में जिन लोगों की कोरोना टेस्टिंग की जा रही है, उनमें से हर तीसरा शख्स पॉजिटिव मिल रहा है।
मुंबई में कोरोना केसों में आई तेजी के चलते महाराष्ट्र में आंकड़ा बहुत बढ़ गया है। राज्य में कोरोना के केसों का कुल आंकड़ा 36,265 हो गया है, जो बीते 8 महीनों का उच्चतम स्तर है। इससे पहले 14 मई को राज्य में 39,923 केस थे। इस तरह से देखें तो महाराष्ट्र अब कोरोना की दूसरी लहर के पीक को पार करने की ओर है। चिंता की बात यह है कि एशिया के सबसे बड़े स्लम एरिया कहे जाने वाले धारावी में भी कोरोना का विस्फोट हो रहा है। गुरुवार को धारावी में एक ही दिन में 107 नए केस पाए गए हैं। कोरोना की शुरुआत के दौर से अब तक धारावी में एक दिन में मिले केसों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है।
कोरोना की पहली लहर में अचानक लॉकडाउन के बाद बड़े शहरों से घर लौटने वाले प्रवासियों की दिल दहला देने वाली तस्वीरें हम सबने देखी हैं। महामारी की तीसरी लहर में एक बार फिर ऐसा ही नजारा दिख रहा है। मुंबई में प्रवासी मजदूर रेलवे स्टेशन पर डेरा जमाए हैं। सबकी कोशिश यही है कि कैसे भी लॉकडाउन से पहले अपने गांव-अपने घर पहुंच जाएं।
मुंबई में रेलवे स्टेशन पर जमे प्रवासियों को पुलिस के डंडे भी खाने पड़े, ट्रेन का टिकट भी नहीं मिला। इसके बावजूद मजदूर वहां से नहीं हिले। वजह साफ थी.. अगर मुंबई में लॉकडाउन लग गया, तो वे भूखे मर जाएंगे। ऐसे में टोटल लॉकडाउन की चर्चा से प्रवासी और खासतौर पर मजदूर बेहद डरे हुए हैं।