Consignment of ganja/डीआरआइ ने गांजे की सबसे खेप खेप पकड़ी, आम के बीच छिपा कर ले जा रहे थे तस्कर
इंदौर,31मई (इ खबरटुडे)। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) की इंदौर और भोपाल जोनल यूनिट ने गांजा तस्करी का अब तक का सबसे बड़ा मामला पकड़ा है। इंदौर जोनल यूनिट ने गोपनीय जानकारी के बाद भोपाल यूनिट के अधिकारियों के साथ मिलकर पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया। सागर के पार हाइवे पर गांजे से भरे ट्रक को पकड़ा।
डीआरआइ को जानकारी मिली थी कि तीन व्यक्ति आम की बोरियों के बीच ट्रक में गांजे का परिवहन कर रहे हैं। इसके बाद निगरानी में डीआरआइ टीमो की नजर में एक संदिग्ध वाहन आया। भोपाल और इंदौर की डीआरआइ की टीम के अधिकारियों ने सागर के पास एक ट्रक को जांच को रोका।
राजस्थान के नम्बर वाले ट्रक में उपर से देखने पर आम रखे दिखाई दिए। ऊपर जमी आम की बोरियों के नीचे गांजे के पैकेट छिपाए गए थे। गांजा (कैनबिस) के सभी पैकेटों का वजन 3 हजार 92 किलोग्राम पाया गया। इसकी कीमत करीब 6.19 करोड़ रुपये आंकी गई है।
डीआरआइ ने गांजे की खेप को बरामद कर जब्त कर लिया है। ट्रक में सवार तीनों लोगों ने गांजा (कैनबिस) रखने और परिवहन में अपनी-अपनी भूमिका कबूल कर ली है। तीनों व्यक्तियों को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया। एनडीपीएस न्यायालय, भोपाल के समक्ष पेश किया गया।
मामले में आगे की जांच जारी है। अंतरराज्य गिरोह के शामिल होने का शक है। बीते वर्ष भी इसी रूट पर डीआरआइ ने गांजा की एक खेप पकड़ी थी। सूत्रों के अनुसार दक्षिण भारत से गांजे को लाया जा रहा था। मामले में गिरोह के सरगना का पता लगाने के लिए तीनों आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
इससे इस महीने की शुरुआत में, डीआरआई इंदौर जोनल यूनिट के अधिकारियों ने विभिन्न अभियानों में लगभग 27 किलोग्राम विदेशी मूल का सोना, 4545 किलोग्राम चांदी और लगभग 1 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी। इस महीने एमपी-सीजी में तस्करी विरोधी अभियानों में कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।