Ratlam news: जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक संपन्न,जनप्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखे
रतलाम,1 जनवरी(इ खबरटुडे)। ओमीक्रोन वेरिएंट के दृष्टिगत जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक शनिवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडे, ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना मौजूद थे। शहर विधायक चैतन्य काश्यप ऑनलाइन बैठक से जुड़े थे। इसके अलावा कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी, गोविंद काकानी, अपर कलेक्टर एम.एल. आर्य, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिड़े, मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता, सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे, निगमायुक्त सोमनाथ झारिया, एसडीएम अभिषेक गहलोत, डॉ. गौरव बोरीवाल, डॉ. प्रमोद प्रजापति, नर्सिंग होम एसोसिएशन से डॉ. जयंत सूबेदार आदि उपस्थित थे।
बैठक में कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट की चुनौती से निपटने के लिए रतलाम जिले में की गई तैयारियों से अवगत कराया या। जनप्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखे कलेक्टर ने कार्य योजना की जानकारी दी। बैठक में विधायक डॉ. पांडे ने कहा कि तीसरी लहर की स्थिति में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में दवाइयों व उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए आवश्यकता पड़ी तो विधायक निधि से भी राशि दी जाएगी। विधायक श्री काश्यप ने शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी पर्याप्त संख्या में सैंपल लेने पर जोर दिया। श्री काश्यप ने ऑक्सीजन प्लांट और ऑक्सीजन बेड की बेहतर कनेक्टिविटी की बात भी कही। विधायक श्री मकवाना ने ग्रामीण क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में सेंपलिंग की बात कही।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मेडिकल कॉलेज डीन को निर्देश दिए कि कॉलेज में आने वाले मरीजों के परीक्षण के लिए विशेष टीम तैनात रहेगी जो यह निर्णय लेगी कि मरीज को भर्ती किया जाना चाहिए अथवा नहीं या होम आइसोलेशन से उपचार हो जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि पॉजिटिव मरीज के परिजनों को भी क्वॉरेंटाइन किया जाएगा। बैठक में डॉ. प्रमोद प्रजापति द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन में बताया गया कि जिले में कुल 1221 ऑक्सीजन बेड आज की स्थिति में उपलब्ध है जिनमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मदद से ऑक्सीजन सपोर्ट वाले बेड भी शामिल है। इसके अलावा बच्चों के लिए ऑक्सीजन बेड, हाई डेफिनेशिएनसी यूनिट, गहन चिकित्सा इकाई आईसीयू उपलब्धता के बारे में बताया गया। जावरा में भी मरीजों को उपचार के लिए इस बार अच्छी व्यवस्था है। पूरे जिले में अभी 723 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की उपलब्धता है।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि कि मेडिकल कॉलेज तथा जिला चिकित्सालय में 24 घंटे बिजली उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि मरीजों के परिजनों को मेडिसिन किट का वितरण किया जाए। पैरामेडिकल स्टाफ तथा ग्रामीण क्षेत्रों के प्राइवेट डॉक्टर्स को भी कोरोना उपचार के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। बताया गया कि जिले के विकासखंडों के शासकीय चिकित्सालयों में 560 बेड है, इनमें 200 बेड ऑक्सीजनयुक्त हैं। डॉक्टर जयंत सूभेदार ने रतलाम शहर में 15 प्राइवेट अस्पतालों में 602 बेड उपलब्धता की जानकारी दी। विधायक डॉ. पांडेय ने कहा कि मेडिकल कॉलेज तथा जिला चिकित्सालय में सुव्यवस्थित ढंग से कार्य निपटारे हेतु प्रशासक अधिकारी की तैनाती की जाना चाहिए जो सेवानिवृत्त व्यक्ति भी हो सकता है।
जिले में की जा रही सैंपलिंग तथा टेस्टिंग की जानकारी में बताया गया कि बाजना तथा पिपलोदा में कार्य अपेक्षित नहीं हुआ है। इस पर कलेक्टर द्वारा सीएमएचओ को बाजना तथा डीपीएम को पिपलोदा पहुंचकर मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया गया। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में 5 कोविड पेशेंट जिले में हैं जो एसिंप्टोमेटिक हैं। कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय फीवर क्लिनिक पर आने वाले लाक्षणिक मरीजों को क्वॉरेंटाइन करने के निर्देश दिए। जिले में बच्चों के वैक्सीनेशन पर भी चर्चा की गई। कलेक्टर ने बताया कि जिले में 15 से 18 वर्ष आयु वाले लगभग 20 हजार ऐसे बच्चे हैं जो स्कूलों में दर्ज नहीं है। इनमें ड्रॉपआउट बच्चे, पन्नी बीनने वाले बच्चे आदि सम्मिलित हैं। उक्त प्रकार के बच्चों का भी ढूंढकर वैक्सीनेशन किया जाना है। कलेक्टर ने बताया कि आगामी 10 जनवरी के बाद 60 प्लस वालों का भी बूस्टर डोज वैक्सीनेशन किया जाएगा, जो ऐच्छिक रहेगा। बैठक में कलेक्टर द्वारा बताया गया कि रविवार को जिले में मास्क नहीं पहनने वालों के विरुद्ध सघन रूप से कार्रवाई की जाएगी।