देश में चल पड़ी ‘एक देश, एक चुनाव’ पर चर्चा, कोई बोला ‘षड्यंत्र’, किसी ने बताया मास्टर स्ट्रोक
नई दिल्ली,01सितंबर(इ खबर टुडे)। केंद्र सरकार ने देश में ‘एक देश, एक चुनाव’ (One Nation, One Election) व्यवस्था लागू करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। एक कमेटी का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपी गई है। अब यह कमेटी सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
इसका सीधा असर राजनीतिक दलों पर पड़ेगा। यही कारण है कि नेताओं की प्रतिक्रियाएं आना भी शुरू हो गई हैं। विपक्षी विरोध कर रहा है, जबकि सत्ता पक्ष के लोग इसे मास्टर स्ट्रोक करार दे रहे हैं।
शिवसेना नेता (यूबीटी) और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा, “एक राष्ट्र, एक चुनाव ठीक है, लेकिन निष्पक्ष चुनाव होना चाहिए। केंद्र सरकार निष्पक्ष चुनाव की हमारी मांग को ठुकराने के लिए इसे लेकर आए हैं। मुझे लगता है ये चुनाव को आगे ले जाने का षड्यंत्र है।”
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) नेता अनिल देसाई ने कहा, “एक राष्ट्र, एक चुनाव, चाहे जो भी अवधारणा हो, उसे विभिन्न राजनीतिक दलों के सामने रखने की जरूरत है। इस पर सभी दल चर्चा करेंगे और फिर रुख स्पष्ट किया जाएगा।”
AIMIM पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “देश में वन नेशन, वन इलेक्शन नहीं हो सकता, यह भारत के संविधान के खिलाफ है।”
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “देश के हित में उठाया गया शानदार कदम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में ऐतिहासिक कदम है।