Advocacy : “वकालत के व्यवसाय में समर्पण आवश्यक” बाल न्यायालय सदस्य जीवराज पुरोहित ने अधिवक्ता परिषद का के स्थापना दिवस पर कहा
रतलाम,07 सितम्बर (इ खबरटुडे)। वकालत के व्यवसाय में अधिवक्ताओं को समर्पण से कार्य करना चाहिए । हम निर्दोष को किस प्रकार सहायता पहुंचा सकते हैं उसका चिंतन करना चाहिए। गरीब व्यक्ति को न्याय सुलभता से मिलना चाहिए ।
यह विचार अधिवक्ता परिषद के तीसवें स्थापना दिवस पर बाल न्यायालय रतलाम के सदस्य जीवराज पुरोहित ने अधिवक्ता परिषद रतलाम इकाई द्वारा जिला न्यायालय परिसर में आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि वकालत के क्षेत्र में अनेक चुनौतियां है । इसलिए हर अधिवक्ता को अपनी नीति एवं नियत स्पष्ट रखकर ही पक्षकार के मामले की पैरवी करना चाहिए । कार्यक्रम में अधिवक्ता परिषद के विभाग पालक एवं बाल कल्याण समिति सदस्य दीपक तिवारी विशेष रूप से उपस्थित थे । स्वागत उद्बोधन परिषद के जिला अध्यक्ष सतीश त्रिपाठी ने दिया। कोषाध्यक्ष वीरेंद्र कुलकर्णी ने संगठनात्मक परिचय एवं गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अधिवक्ता परिषद उपाध्यक्ष कृष्णा मीणा , नंदकिशोर कटारिया, महिला प्रमुख सरिता गुप्ता, मंत्री राकेश मेडा कार्यकारणी सदस्य उमाशंकर पाटीदार , जयति शर्मा, श्यामा गोधा, मोनिका डामर, दुर्गेश बैरागी, आदि उपस्थित थे ।