September 20, 2024

Sitaram Yechury : सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी का निधन, दिल्ली के AIIMS में चल रहा था इलाज

नई दिल्ली,12 सितम्बर(इ खबर टुडे)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) के महासचिव सीताराम येचुरी का यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। इससे पहले उन्हें आईसीयू में रखा गया था।

इससे पहले पार्टी की तरफ से कहा गया था कि 72 वर्षीय येचुरी को सांस की नली में इन्फेक्शन हो गया था। इससे पहले येचुरी को निमोनिया की तरह के सीने में संक्रमण के इलाज के लिए 19 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। हाल में उन्होंने मोतियाबिंद की सर्जरी भी कराई थी।

सीताराम येचुरी एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी – मार्क्सवादी (CPI-M) के पांचवें महासचिव थे। वे वर्तमान में येचुरी CPI-M के संसदीय समूह के नेता और पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य भी रहे। वे एक प्रसिद्ध स्तंभकार, अर्थशास्त्री और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते थे। सीताराम येचुकी को पार्टी के पूर्व महासचिव हरकिशन सिंह सुरजीत की गठबंधन निर्माण विरासत को आगे बढ़ाने के लिए जाना जाता है। उन्होंने 1996 में संयुक्त मोर्चा सरकार के लिए साझा न्यूनतम कार्यक्रम का मसौदा तैयार करने के लिए पी चिदंबरम के साथ सहयोग किया था। साल 2004 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के गठन के दौरान गठबंधन निर्माण प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

मद्रास से दिल्ली का सफर
सीताराम येचुरी का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा सीताराम येचुरी का जन्म मद्रास (अब चेन्नई), तमिलनाडु में 12 अगस्त 1952 को एक तेलुगु भाषी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता सर्वेश्वर सोमयाजुला येचुरी आंध्र प्रदेश राज्य सड़क निगम में इंजीनियर थे। उनकी मां कल्पकम येचुरी एक सरकारी अधिकारी थीं। सीताराम येचुरी का बचपन हैदराबाद में बीता। सीताराम येचुरी ने हैदराबाद के ऑल सेंट्स हाई स्कूल से मैट्रिक किया। 1969 के तेलंगाना आंदोलन के बाद वे दिल्ली आ गए। यहां उन्होंने प्रेजिडेंट एस्टेट स्कूल में दाखिला ले लिया। अपनी असाधारण शैक्षणिक कुशलता के कारण येचुरी ने 1970 में सीबीएसई उच्चतर माध्यमिक परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफंस कॉलेज में प्रवेश लिया। हालांकि, 1975-1977 के आपातकाल के दौरान गिरफ्तार होने के कारण वह इसे जारी नहीं रख सके।

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