November 23, 2024

MP कैबिनेट के अहम फैसले: कोरोना काल के बिल होंगे माफ, किसानों के शून्य प्रतिशत लोन को मंजूरी, पुजारियों को 5000 रुपये मासिक मानदेय

भोपाल, 04मई(इ खबर टुडे)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को वल्लभ भवन में कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी मिली। प्रदेश सरकार ने मंदिर के पुजारियों को 5000 रुपये मासिक मानदेय देने का फैसला किया है।

सामान्य वर्ग के निर्धन परिवारों भी अब गरीबी रेखा की सभी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। इस फैसले पर भी कैबिनेट की मुहर लगी। प्रदेश में ऊर्जा संरक्षण के लिए मंत्रियों के बंगलों और सरकारी दफ्तरों पर सौर ऊर्जा यूनिट लगाने का फैसला लिया गया है। कमेटी ने कोरोना काल के बिजली बिलों को माफ करने का अनुसमर्थन किया है। इस फैसले से 88 लाख परिवार लाभान्वित हुए हैं।

कैबिनेट बैठक में प्रदेश के 925 वन ग्रामों में से 827 ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदलने पर मुहर लगाई गई। वही, 1250 मेगावाट क्षमता के सौर संयंत्र स्थापित करने पर फैसला लिया गया। 15 मई से 15 जून तक सभी मंत्री नव राजस्व ग्रामों में जाकर परिवर्तन उत्सव में शामिल होंगे इसका भी निर्णय लिया गया।

कैबिनेट बैठक में 3 नई सिंचाई परियोजना को भी मंजूरी मिली है। सोनपुर में सोनार नदी, राजगढ़ में भाम नदी और सागर में देहार नदी पर डैम नहर बनाने का निर्णय लिया गया है। वहीं, जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 150 से 250 सीटों को बढ़ाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिली है। किसानों को शून्य प्रतिशत लोन को आगे भी जारी रखने पर भी कैबिनेट की मंजूरी मिली। सिंगरोली में माइनिंग इंस्टीट्यूट खोला जाएगा। वहीं ओंकारेश्वर में आचार्य शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा लगाने के लिए 148 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संस्कृत पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए प्रोत्साहन स्वरूप छात्रवृत्ति की व्यवस्था की जा रही है। यह सुनिश्चित किया जाए कि विद्यार्थियों को जुलाई माह से छात्रवृत्ति मिलना आरंभ हो जाए। छात्रवृत्ति का संचालन पोर्टल से होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक के पहले मंत्रीगण को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती और ईद का त्यौहार प्रदेश में शांतिपूर्ण तरीके से सौहार्दपूर्ण वातावरण में पूर्ण उत्साह और उल्लास के साथ संपन्न होने पर सभी को बधाई और शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अक्षय तृतीया के पावन पर्व और परशुराम जयंती पर संस्कृत भाषा का अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों और पुजारियों के कल्याण के संबंध में लिए गए निर्णय की जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संस्कृत शिक्षकों के सभी पद भरे जाएंगे। अब तक 1900 पद भर लिए गए हैं, शेष पर भर्ती जारी है। जब तक शिक्षकों की भर्ती नहीं होती तब तक अतिथि शिक्षक की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत शिक्षकों के पदों पर भर्ती से, युवा संस्कृत भाषा के प्रति आकर्षित होंगे और संस्कृत शिक्षण को कॅरियर के रूप में अपनाने के लिए भी प्रेरित होंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने परशुराम चरित्र और गीता सार को शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए पाठ्यक्रम समिति की बैठक करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सामान्य वर्ग के गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे लोगों को शासन की संबल सहित सभी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंदिर के पुजारियों को उपलब्ध कराए जाने वाले मानदेय के संबंध में भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद मंत्रि-परिषद की बैठक वंदे-मातरम गान के साथ शुरू हुई।

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