Ratlam news : बस दुर्घटना के घायलों के हालचाल जानने जिला चिकित्सालय पहुंचे कलेक्टर
रतलाम,02 मई (इ खबरटुडे)। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम जिले में विगत रात्रि हुई। बस दुर्घटना के घायलों के हालचाल जानने के लिए सोमवार प्रातः जिला चिकित्सालय पहुंचे। उन्होंने यहां भर्ती घायल व्यक्तियों से चर्चा की और कहा कि उनका बेहतर से बेहतर उपचार कराया जाएगा।
रविवार रात इंदौर से जोधपुर जा रही एक बस ढोढर के समीप रुपनगर फंटे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में 4 साल के बच्चे की मौत हो गई जबकि 42 लोग घायल हुए। सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा। घायलों को जावरा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 6 गंभीर घायलों को रतलाम जिला अस्पताल भेजा गया था।
इस संबंध में कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर ननावरे तथा सिविल सर्जन डॉ आनंद चंदेलकर को आवश्यक निर्देश दिए। एसडीएम राजेश शुक्ला एवं समाजसेवी गोविंद काकानी भी उपस्थित थे।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राष्ट्रगीत वंदे मातरम का गायन
सोमवार सुबह कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा जिला चिकित्सालय में निरीक्षण के दौरान गंगा जल सेवा समिति द्वारा जिला चिकित्सालय स्टाफ के लिए की जा रही निशुल्क पेय जल व्यवस्था का अवलोकन किया।
समिति के चेतन पोरवाल द्वारा जानकारी दी गई की गंगा जल सेवा समिति में मनीष शर्मा, ओम प्रकाश तिवारी, संजय व्यास तथा चेतन पोरवाल द्वारा विगत 4 वर्षों से जिला चिकित्सालय बाल चिकित्सालय तथा मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में निशुल्क पेयजल व्यवस्था की जा रही है। कलेक्टर ने समिति के कार्य की सराहना की इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर ननावरे सिविल सर्जन डॉक्टर आनंद चंदेलकर गोविंद काकानी भी उपस्थित थे।
5 लाख रुपया से भी अधिक राशि का चेक प्रदान किया
रतलाम की रहवासी प्रेरणा शर्मा की मदद के लिए इंदौर के रत्नेश पांडे फाउंडेशन द्वारा हाथ बढ़ाया गया। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की प्रेरणा से सोमवार को कलेक्ट्रेट में फाउंडेशन के रत्नेश पांडे द्वारा कलेक्टर को 5 लाख 48 हजार राशि का चेक प्रेरणा शर्मा की मदद के लिए उपलब्ध कराया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास रजनीश सिन्हा भी मौजूद थे।
कोरोना काल में अपने माता पिता को खो चुकी प्रेरणा शर्मा अपनी एक बहन तथा एक भाई के साथ मुखर्जी नगर स्थित आवास में रहती है। आवास के लिए उसके लाइनमैन पिता द्वारा बैंक से लोन लिया गया था। परंतु कोरोना से पिता की मृत्यु के पश्चात प्रेरणा और उसके भाई बैंक लोन की किस्त नहीं चुका पा रहे थे। पिता की मृत्यु पश्चात प्रेरणा शर्मा की अनुकंपा नियुक्ति विद्युत वितरण कंपनी में की गई है। परंतु लगभग 14 हजार रुपया मासिक वेतन से वह घर खर्च चलाने के साथ बैंक की किस्त चुकता करने में अपने आप को असमर्थ पा रही थी। उसे अब तक होम लोन के लगभग 5 लाख 47 हजार रुपए बैंक को चुकाए जाना है।
प्रधानमंत्री केयर योजना में सूचीबद्ध प्रेरणा शर्मा के बारे में जब कलेक्टर पुरुषोत्तम से रत्नेश पांडे फाउंडेशन को जानकारी प्राप्त हुई तो फाउंडेशन ने प्रेरणा की मदद के लिए संवेदनशीलता के साथ हाथ बढ़ाया। सोमवार को कलेक्टर को राशि का चेक प्रदान किया।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि कोरोना मै माता पिता को खो चुके बच्चों की मदद के लिए कार्य सतत जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि सतना के रहने वाले रत्नेश पांडे एक पर्वतारोही है। वह वर्ष 2015 में माउंट एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ चुके हैं।