MP Budget : भारी हंगामे के बिच मध्य प्रदेश विधानसभा में बजट प्रस्तुत, 3.14 लाख करोड़ रुपये का बजट, एक लाख से अधिक सरकारी नौकरियां, कोई नया कर प्रस्ताव नहीं
भोपाल,01 मार्च(इ खबर टुडे)। मध्य प्रदेश विधानसभा में वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने विपक्ष के भारी हंगामे के बीच बजट भाषण प्रस्तुत किया। वर्ष 2023-2024 के बजट भाषण में वित्तमंत्री ने एक लाख सरकारी नौकरियां देने का ऐलान किया। इसी के साथ हाल में शुरू हुई लाड़ली बहना योजना के लिए 8 हजार करोड़ के प्रविधान के साथ मुख्यमंत्री बालिका स्कूटी योजना का भी घोषणा की। इसी के साथ इस बार भी कोई नया कर नहीं लगाया गया है।
देवड़ा ने कहा कि हमारी सरकार ने शासकीय सेवा में एक लाख से अधिक नई नियुक्तियां देने का अभियान प्रारंभ किया है। भोपाल में संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल पार्क बनेगा। इसमें हर साल छह हजार प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा में भी स्किल सेंटर शुरू किए जाएंगे। 2022-23 में सभी जिलों में 432 रोजगार मेलों का आयोजन किया। इन मेलों में 40 हजार 45 आवेदको को ऑफर लेटर प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, मुद्रा योजना एवं अन्य स्वरोजगार योजनाओं में 46.58 लाख से अधिक आवेदकों को 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऋण स्वीकृत किया गया है। इसके साथ 200 युवाओं को जापान भेजा जाएगा।
इंदौर-भोपाल के मेट्रो के लिए 710 करोड़ रुपये
देवड़ा ने कहा कि इंदौर और भोपाल मेट्रो परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार ने 710 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसी साल दोनों शहरों में मेट्रो का ट्रायल करने की योजना है। चुनावी दृष्टि से यह बेहद महत्वपूर्ण है।
3.14 लाख करोड़ रुपये का बजट
मध्यप्रदेश का कुल बजट 3.14 लाख करोड़ रुपये का है, जो पिछले साल 2.79 लाख करोड़ रुपये का था। 55,709 करोड़ रुपये का राजकोषीय घाटा अनुमानित है। इसके अलावा पीएम श्री योजना के लिए 277 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसी तरह मुख्यमंत्री कृषक विशाल जन सहायता योजना के अंतर्गत 1000 करोड़ रुपये का प्रावधान है। मुख्यमंत्री गोसेवा योजना के अंतर्गत 3346 गौशालाओं का निर्माण स्वीकृत किया गया है। कृषि संबंधित योजनाओं कुल 53,264 करोड़ रुपये का प्रावधान है।
महिलाओं के संपूर्ण जीवनकाल में सरकार उनके साथ
वित्तमंत्री ने कहा कि महिलाओं के संपूर्ण जीवन काल में हमारी सरकार साथ है। माता के गर्भ पर पोषण की व्यवस्था, प्रसव पर आर्थिक सहायता, कन्या के जन्म पर लाड़ली लक्ष्मी योजना, शिशुओं के पोषण के लिए आंगनबाड़ियां, शिक्षा, पुस्तकें, गणवेश दी जा रही है। सरकार की मंशा है कि महिलाएं, परिवार में नेतृत्व करने की भूमिका में आएं। इसके साथ ही महिलाएं स्वयं की जरूरतों के लिए आर्थिक रूप से अन्य किसी पर आश्रित न रहें। वर्ष 2007 से आरंभ लाड़ली लक्ष्मी योजना में अब तक 44 लाख 39 हजार से अधिक लाड़लियां लाभान्वित हुई हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 929 करोड़ रुपये का प्रावधान प्रस्तावित है।
देश के जीडीपी में बढ़ा योगदान
देश के सकल घरेलू उत्पाद में हमारे प्रदेश का योगदान 3.6 % से बढ़कर अब 4.8 % हो चुका है। वर्ष 2011-12 प्रति व्यक्ति आय 30 हजार 497 रुपये थी, अब 2022-23 में साढ़े तीन गुना तक बढ़कर एक लाख 40 हजार 585 रुपये हो गई है।
पेंशन नियमों का सरलीकरण होगा
देवड़ा ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को रिटायर होने के बाद उनके रिटायरमेंट लाभ जल्द से जल्द मिले, इसके लिए पेंशन नियमों का सरलीकरण किया जा रहा है। अनुकंपा नियुक्ति के लिए परिवार की विवाहित पुत्री को भी पात्रता दी गई है। चिकित्सा प्रतिपूर्ति नियमों को सरल और मान्यता प्राप्त निजी चिकित्सालयों में आयुष्मान योजना की निर्धारित दरों पर इलाज की सुविधा दी गई है। इसके साथ ही सरकारी कर्मचारियों को देय भत्तों का सातवें वेतनमान के परिप्रेक्ष्य में पुनरीक्षण करने के लिए समिति गठित की गई है।
बजट में कोई नया कर प्रस्ताव नहीं
मध्यप्रदेश सरकार के बजट में किसी नए कर का प्रस्ताव नहीं है। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि सरकार की मंशा है कि महिलाएं, परिवार में नेतृत्व करने की भूमिका में आएं। इसके साथ ही महिलाएं स्वयं की जरूरतों के लिए आर्थिक रूप से अन्य किसी पर आश्रित न रहें। लाडली लक्ष्मी योजना के तहत बच्चियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इस योजना के तहत अब तक 44 लाख से अधिक लाड़लियों को लाभ मिल चुका है। लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए 929 करोड़ रुपये रखे हैं। महिला स्व-सहायता समूहों के लिए 660 करोड़ रुपये, आहार अनुदान योजना के लिए 300 करोड़, सीएम लाड़ली बहना योजना के लिए आठ हजार करोड़ रुपये, इस तरह नारी कल्याण के लिए 1.2 लाख करोड़ रुपये रखे गए हैं।
12वीं में टॉप आने वाली छात्राओं को स्कूटी देगी सरकार
राज्य सरकार ने घोषणा की है कि अपने-अपने स्कूल में 12वीं में टॉप करने वाली छात्राओं को ई-स्कूटी दी जाएगी। कांग्रेस के हंगाम पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आग्रह किया कि मेरी प्रार्थना है कि बजट भाषण में व्यवधान न डालें। सब शांति के साथ बजट प्रस्तावों को सुनें। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज जो 50 रुपये गैस सिलेंडर पर बढ़ा है, उससे सदस्य नाराज हैं। इस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बोले कि केंद्र में आपके नेता बोल नहीं पाते।
महिलाओं के लिए 1.02 लाख करोड़ रुपये
देवड़ा ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में 44 लाख से अधिक बालिकाएं लाभान्वित हुई हैं। इस योजना के लिए 2023-24 में 929 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है। नई आबकारी नीति के जरिये नशे की लत को हतोत्साहित करने का फैसला किया गया है। प्रदेश को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की शुरुआत होगी। इस योजना में पात्र महिलाओं के बैंक खाते में एक हजार रुपया प्रतिमाह दिया जाएगा। वित्त वर्ष 2023-24 में आठ हजार करोड़ रुपये का प्रावधान प्रस्तावित है। प्रसूति सहायता योजना में 400 करोड़ का प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री लाड़ली योजना में 229 करोड़ रुपये का प्रावधान। महिलाओं के लिए कुल 1.02 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान मध्यप्रदेश सरकार ने किया है। महिलाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने पर हमारा फोकस है।
वित्त मंत्री ने हंगामे के बीच पेश किया बजट
वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने सदन में कांग्रेस के हंगामे के बीच बजट 2023-24 पेश किया। पहली बार ई-बजट पेश किया गया। देवड़ा ने कहा कि हमने इस बार नवाचार किया है। अर्थशास्त्रियों और अन्य विशेषज्ञों से विचार आमंत्रित किए थे। चार हजार से अधिक सुझाव मिले थे। उन पर विचार करते हुए हमने बजट बनाया है। इससे पहले मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों के विरोध में प्रदर्शन किया। मध्यप्रदेश विधानसभा के गेट पर कांग्रेस विधायकों ने गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों के विरोध में प्रदर्शन किया। बजट में शिवराज सिंह चौहान सरकार से सस्ते सिलेंडर देने की मांग की।
यह सारगर्भित बजट होगाः मिश्रा
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कैबिनेट में बजट पर मुहर लगाई गई। कुछ ही देर में वित्त मंत्री सदन में बजट रखेंगे। मैं मानता हूं कि यह सारगर्भित बजट होगा। प्रदेश की जनता के जीवनस्तर में बदलाव के लिए यह बजट निश्चित रूप से बदलाव लाएगा। हमारी सरकार हर बार जनता के बीच जो बजट लाती है, वह जनहितैषी, जनकल्याणकारी और बहुजन हिताय बहुजन सुखाय होता है। सभी बजटों में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। गांव, गरीब, किसान, महिलाओं के सम्मान की, उनके कल्याण की, इन बातों पर विशेष ध्यान रखा गया है।