May 20, 2024

Illicit Liquor: ब्रान्डेड नकली शराब के लिए होलोग्राम ,ढक्कन और लेबल बनाने वाली तीन फैक्ट्रियां और नकली सामान सप्लाय करने वाले अन्तरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश,तीन आरोपी गिरफ्तार,कई राज्यों तक फैला है नेटवर्क:देखिये वीडियो

रतलाम,08 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। कुछ समय पहले दर्ज हुए अवैध शराब के प्रकरणों की सुव्यवस्थित जांच करने पर पुलिस ने ब्रान्डेड नकली शराब बनाने के पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त की है। यह पूरा अवैध कारोबार सुसंगठित गिरोह द्वारा चलाया जा रहा था और बाकायदा फैक्ट्रियों में नकली होलोग्राम ,ढक्कन और लेबल बनाकर देश के कई राज्यों के अवैध कारोबारियों को बेचे जा रहे थे। इस सिलसिले में दिल्ली और गुजरात के तीन आरोपी पकडे गए है,जबकि चार फरार है। पुलिस ने तीन फैक्ट्रियों को भी सील किया है। अवैध कारोबार का यह नेटवर्क देश के कई राज्यों तक फैला है।

पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने शुक्रवार को आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस को मिली इस सफलता की विस्तार से जानकारी दी। श्री तिवारी ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में बिलपांक,रिंगनोद और औद्योगिक क्षेत्र रतलाम के पुलिस थानों पर अवैध शराब के तीन प्रकरण दर्ज किए गए थे। इन प्रकरणों की पुलिस ने विस्तार से विवेचना की और गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ की गई तो पुलिस को सनसनीखेज जानकारियां मिली। आमतौर पर पुलिस अवैध शराब के मामलों में शराब जब्त करने और आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद मामले का पटाक्षेप कर देती है। लेकिन उक्त मामलों में पुलिस ने हर पहलू की गहराई से जांच की।

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपियों द्वारा मैकडावल,ब्लैण्डर्स प्राईड,इम्पीरियल ब्ल्यू जैसे ब्रान्ड की पूरी तरह नकली शराब बनाई जा रही थी। इस नकली शराब के लिए विशेष प्रकार के ढक्कन,लेबल और होलोग्राम की आवïश्यकता होती है। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि इस पूरे अवैध व्यवसाय के तार दूर दूर तक फैले हुए है। दिल्ली,गुजरात व देश के अन्य राज्यों तक फैले इस नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए दो टीमे गठित की गई।

टीआई शिवमंगल सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने दिल्ली के रोहिणी इलाके में रहने वाले सुमित पिता श्यामसुन्दर माखरिया 40 को गिरफ्तार किया। आरोपी सुमित दिल्ली के नांगलोई इलाके मेंवर्ष 2008 से श्री साईं इन्टरप्राइजेस नामक एल्यूमिनीयम की फैक्ट्री चलाता है। वह शराब डिस्टलरियों के आर्डर पर शराब की बोटलों के ढक्कन बनाने का काम करता था। लेकिन बाद में अधिक धन कमाने के चक्कर में उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर सोशल मीडीया प्लेटफार्म इण्डिया पार्टनर पर अपनी श्री साई इन्टरप्राईजेस और अपने साथी की पूर्वी इन्टरप्राईजेस का प्रचार किया। इस प्रचार के फलस्वरुप मध्यप्रदेश के एक व्यक्ति ने इनसे सम्पर्क किया। उक्त व्यक्ति को सुमित और उसके साथी ने शराब की विभिन्न ब्रान्ड की बाटलों के 18-20 लाख ढक्कन बनाकर ट्रांसपोर्ट के माध्यम से मध्यप्रदेश भेजे थे। सुमित ने पुलिस को यह भी बताया कि इसी तरह उसने उत्तर प्रदेश,पंजाब,गोवा,राजस्थान,महाराष्ट्र,हरियाणा इत्यादि प्रदेशों में नकली शराब का कारोबार करने वालों को भारी तादाद में ढक्कन बनाकर भेजे थे। साथ ही उसने शराब बाटलों के लेबल और उन पर लगने वाले उस राज्य के नकली होलोग्राम भी भेजे थे।

पुलिस की टीम ने उक्त दोनो फैक्ट्रियों श्री साई इन्टरप्राइजेस और पूर्वी इन्टर प्राइजेस को सील कर दिया। आरोपी पवन की दूसरा साथी फिलहाल फरार है। इनसे की गई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने दिल्ली की मुडका इलाके में हिन्दूस्तान टीन प्रिन्टर्स नामक फैक्ट्री चलाने वाले पवन पिता हीरालाल पाण्डेय 48 नि.मुण्डका दिल्ली को भी धर दबोचा। इसकी फैक्ट्री भी सील कर दी गई। पवन पाण्डेय डाई के आधार पर एल्यूमिनीयम शीट को प्रिन्ट करके उपलब्ध करवाता था,जिससे आगे पवन ढक्कन बनाता था।

पुलिस की दूसरी टींम टीआई जनक सिंह रावत के नेतृत्व में गुजरात के मैसाना भेजी गई। पुलिस ने मैसाना निवासी पंकज पिता देवीसीबाई बाबरिया 43 को गिरफ्तार किया। पंकज ने मैसाना में नकली ढक्कन और होलोग्र्राम आदि बनाने की फैक्ट्री चालू की थी। पंकज ने उसे बताया कि मध्यप्रदेश के व्यक्ति ने इसके लिए उससे सम्पर्क किया था और दोनो आरोपियों सुमित और पवन द्वारा कच्चा माल सप्लाय करवाया था, आरोपी पंकज ने इम्पीरियल ब्ल्यू,ब्लैण्डर्स प्राइड जैसे ब्रान्ड्स के नकली ढक्कन बनाकर इन्हे मध्यप्रदेश,राजस्थान,इत्यादि अनेक राज्यों में सप्लाय किया था। माल भेजने के लिए श्री हरि प्लास्टिक नाम की एक फर्जी फैक्ट्री का फर्जी बिल बनाकर,नकली जीएसटी नम्बर और स्टाम्प सील लगाकर यह माल भेजा जाता था। पुलिस ने पंकज को गिरफ्तार कर इस फैक्ट्री को भी सील किया है।

एशपी श्री गौरव तिवारी ने बताया कि इस मामले में अब तक कुल तीन आरोपी दिल्ली से सुमित माखरिया पवन कुमार पाण्डे और मैसाना गुजरात से पंकज बाबरिया को गिरफ्तार किया गया है। जबकि आरोपी सुमित का एक साथी,और मध्यप्रदेश वाला व्यक्ति जिसने इन आरोपियों से सम्पर्क कर नकली माल खरीदा था,फिलहाल फरार है। दो अन्य आरोपी भी फरार है। पुलिस ने इन आरोपियों से बडी संख्या में शराब बोटलों के नकली ढक्कन,एल्यूमिनीयम की शीटें,ढक्कन बनाने की मशीने इत्यादि जब्त की है।

इस सुसंगठित गिरोह के तार देश के अलग अलग राज्यों से जुडे है। साथ ही मध्यप्रदेश के भी कई शहर इस नेटवर्क से जुडे है। रतलाम पुलिस ने मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों की पुलिस को इस मामले की सूचना भेजी है,जिससे कि वहां चल रहे नेटवर्क को उजागर किया जा सके। इसी तरह विभिन्न राज्यों में फैले इस नेटवर्क का पर्दाफाश करने के प्रयास भी जारी है। पुलिस के अनुसार,नकली शराब का यह कारोबार तीन चरणों में चलता है। पहले चरण में नकली शराब के लिए बोटलें,ढक्कन,लेबल और होलोग्राम इत्यादि बनाए जाते है। दूसरे चरण में नकली शराब बनाकर इन नकली बोटलों में भरी जाती है और तीसरे चरण में इस नकली शराब को ग्राहकों को बेचने का नेटवर्क बनाया जाता है। पुलिस ने फिलहाल ने नकली शराब बनाने की सामग्र्री बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इसके आधार पर नकली शराब बनाने वाले और फिर इसे बेचने वालों की तलाश की जाएगी।

पुलिस को मिली इस बडी सफलता में पुलिस अधिकारियों द्वारा किए गए टीम वर्क का बडा योगदान रहा है।

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