November 22, 2024

Blind Murder Exposed : चौबीस घण्टों के भीतर हुआ अंधे कत्ल का पर्दाफाश,लेन-देन के विवाद में की थी हत्या,दो आरोपी गिरफ्तार,मुख्य आरोपी की तलाश जारी(देखिए लाइव विडीयो)

रतलाम,14 नवंबर (इ खबरटुडे)। शहर के राजीव नगर इलाके में दो दिन पूर्व बरामद हुई राजेश वासन की लाश के मामले का पुलिस ने चौबीस घण्टों के भीतर पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त की है। मृतक राजेश वासन की हत्या लेन देन के विवाद के चलते की गई थी। हत्या में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है,साथ ही हत्या में प्रयुक्त हथियार समेत कुछ माल भी पुलिस ने जब्त किया है। हत्या का मुख्य आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से दूर है।

पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने पुलिस कंट्रोल रुम पर आयोजित प्रेसवार्ता में इस हत्याकाण्ड की विस्तार से जानकारी दी। श्री तिवारी ने बताया कि पीएण्डटी कालोनी निवासी फरियादी कृष्णामोहन शर्मा विगत 12 नवंबर को अपने साले मृतक राजेश वासन के राजीव नगर स्थित मकान पर पंहुचा था,तो उसने राजेश वासन को मृत अवस्था में पाया। राजेश के हाथ पांव टेप से चिपका कर बान्धे गए थे और उसके मुंह पर भी टेप चिपकाया गया था। कमरे का सारा सामान अस्तव्यस्त पडा था और खून भी फैला हुआ था। फरियादी कृष्णमोहन शर्मा ने इस बात की सूचना औद्योगिक क्षेत्र पुलिस को दी।

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस बल तुरंत घटनास्थल पर पंहुचा। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल के निरीक्षण पर पाया कि उक्त वारदात को एक से अधिक व्यक्तियों द्वारा अंजाम दिया गया है और मृतक के साथ मारपीट भी की गई है। प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच प्रारंभ की।

सीसीटीवी फुटेज,वैज्ञानिक साक्ष्य और व्यापक पूछताछ के बाद पुलिस को इस मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिले और पुलिस ने मोतीनगर निवासी जगन्नाथ डाबिया पिता भूरालाल 38 व धीरजशाह नगर निवासी कमल राठौर पिता शांतिलाल 25 को हिरासत में लेकर उनसे कडी पूछताछ की गई। दोनो आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में हत्याकाण्ड की सारी सच्चाई सामने रख दी।

आरोपियों ने बताया कि उनके साथी विजय उर्फ बृजेश पिता बाबूलाल सोलंकी 26 नि.न्यू अलका पुरी का मृतक राजेश वासन से लेन देन का विवाद था। विजय उर्फ बृजेश ने अपनी टवेरा गाडी मृतक राजेश के पास गिरवी रख कर उससे 4-5 लाख रु. उधार लिए थे। इसकी लिखा पढी भी की गई थी। मृतक राजेश,आरोपी विजय उर्फ बृजेश से अपनी रकम की मांग कर रहा था। इसी कारण से आरोपी विजय अपने साथियों जगन्नाथ डाबिया और कमल राठौर को लेकर राजेश के घर पंहुचा और तीनों आरोपियों ने मृतक राजेश के हाथ पांव और मुंह पर टेप चिपका कर उसके साथ मारपीट की। मृतक पर कलोहे के कडे और फरसे से वार किए गए,जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद आरोपीगण मृतक के घर से दो एलसीडी टीवी,एक गैस सिलेण्डर,नकली आभूषणों के 5 बाक्स इत्यादि लेकर वहां से निकल गए।

पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से एलसीडी टीवी,गैस सिलेण्डर और नकली आभूषणों के साथ हत्या में प्रयुक्त हथियार जब्त कर लिया है। मुख्य आरोपी विजय उर्फ बृजेश की तलाश की जा रही है।

इस सनसनीखेज हत्याकाण्ड को सुलझाने में सीएसपी हेमन्त चौहान,औद्योगिक क्षेत्र टीआई अयूब खान,माणकचौक थाना प्रभारी अनुराग यादव,एसआई मुकेश सस्तिया,सत्येन्द्र रघुवंशी,सुरेश गोयल,एएसआई हीरालाल परमार,हेड कान्स्टेबल हेमेन्द्र सिंह,नारायण सिंह जादौन,आरक्षक संदीप भदौरिया,दुर्गेश जाट,हिम्मत सिंह,लखन सिंह,दीपक सिंह,शोभाराम शर्मा,वीरेन्द्र बारोठ,पंकज बारिया,राकेश निनामा,सूर्यप्रसाद,संजय,कारुलाल,मोहनलाल पाटीदार,विनोद,नब्बू डामोर,राजेश प्रजापत,रोशन सायबर सेल के आरक्षक विपुल भावसार और राहूल पाटीदार की विशेष भूमिका रही।

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