महाकाल मंदिर में जांच के लिए एएसआई,जीएसआई की टीम पहुंची, 8 सदस्यीय टीम ने जांच की, सुप्रीम कोर्ट में सौंपेंगे रिपोर्ट
उज्जैन, 27दिसंबर(इ खबर टुडे)। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिवलिंग को हो रहे नुकसान को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 2017 से चल रहे मामले के तहत मंगलवार को आरक्योलाजी सर्वे आफ इंडिया एएसआई एवं जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया जीएसआई के मुख्य 4 सदस्यों की टीम मंदिर पहुंची थी। टीम ने यहां जांच कार्य किया है। इस जांच कार्य पर दोनों ही विभाग विचार विमर्श करने के उपरांत अपनी रिपोर्ट और अनुशंसा सुप्रीम कोर्ट में पेश करेंगे।
महाकाल मंदिर में क्षरण रोकने के लिए मंगलवार को एएसआई और जीएसआई की टीम जांच के लिए पहुंची थी । टीम के सदस्यों ने भगवान का दर्शन करने के साथ ही सभी सदस्यों ने महाकाल के गर्भगृह में पहुंचकर शिवलिंग की बारीकी से जांच कार्य किया है। इससे 8 दिन पूर्व जीएसआई की टीम उप महानिदेशक शुभ्रशुचि सरकार के नेतृत्व में मंदिर पहुंची थी और यहां से पानी, भांग, भस्म आदि के नमूने टीम ने लिए थे। अब दोनों दल मिलकर जांच करने के पश्चात् रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौपेंगे।बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल मंदिर में शिवलिंग क्षरण की जांच के लिए आई टीम प्रमुख एएसआई के डॉ रामजी निगम ने बताया कि टीम में कुल 8 सदस्य टीम में रहे हैं। इनमें 4 मुख्य सदस्य एवं 4 सहयोगी हैं जिन्होंने निरीक्षण किया है।
उनके अनुसार न्यायालय के आदेश पर यह निरीक्षण किया गया है। टीम ने मंदिर में स्थित महाकाल ज्योर्तिलिंग, महाकाल मंदिर का गर्भगृह, मंदिर के शीर्ष भाग पर स्थित ओंकारेश्वर मंदिर और नागचंद्रेश्वर मंदिर का निरीक्षण किया। टीम में जीएसआई के उप महानिदेशक शुभ्रसूची सरकार के साथ डा.भूवन विक्रम,राधेश्यामजी एवं उनके सहयोगी शामिल हैं। वे भोपाल से उज्जैन पहुंचे थे जबकि एएसआई टीम के सदस्य दिल्ली से आए है। यहां चार फ्लोर के मंदिर के स्तंम्भों की मजबूती को लेकर बारीकी से जांच की गई। टीम ने गर्भ गृह में महाकाल शिवलिंग का बारीकी से निरीक्षण किया । कुछ तस्वीरें लेकर उनकी जांच की गई। श्री निगम के अनुसार जीएसआई और एएसआई की टीम मिलकर जांच रिपोर्ट बनाएगी इसके बाद इसे कोर्ट में प्रस्तुत करेंगे। पूर्व में भी श्री महाकालेश्वर मंदिर में दोनों विभागों की टीम वर्ष में एक बार जांच करने के लिए वर्ष 2017 से ही आती रही है।