शेष क्षेत्र में किसानों को बोवनी के लिये प्रेरित करें
कृषि आदान समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने दिये निर्देश
उज्जैन 22 जून(इ खबरटुडे)। जिले में अभी तक 2 लाख 56 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बोवनी हो गई है, जबकि इस बार जिले में बोवनी का लक्ष्य चार लाख 74 हजार हेक्टेयर क्षेत्र का रखा गया है। जिले का कुल कृषि योग्य सिंचित क्षेत्र 4 लाख 93 हजार हेक्टेयर है। चूंकि जिले में बोवनी के लिये पर्याप्त मात्रा में बारिश हो गई है, इसलिये शेष किसानों को बोवनी के लिये प्रेरित करें। कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने ये निर्देश आज सोमवार को कलेक्टर कार्यालय में कृषि आदानों की समीक्षा बैठक में दिये। बैठक में उप संचालक कृषि, उद्यानिकी, जिला विपणन अधिकारी, महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक आदि उपस्थित थे।
बीज की पर्याप्त उपलब्धता
बैठक में बताया गया कि जिले में बोवनी के लिये बीज की पर्याप्त उपलब्धता है। इस खरीफ के लिये जिले में 1 लाख 17 हजार क्विंटल बीज की मांग है। खरीफ में जिले में 95 प्रतिशत क्षेत्र में सोयाबीन तथा शेष 5 प्रतिशत क्षेत्र में अन्य फसलें लिये जाने की संभावना है।
क्यों नहीं की अभी तक चैकिंग ?
बीज चैकिंग के बारे में जानकारी प्राप्त करने पर कृषि विभाग द्वारा बताया गया कि इसके लिये अभियान चलाया जायेगा। अभी तक जिले में बीज के 40 सेम्पल लिये गये हैं। इस पर कलेक्टर ने नाराज होते हुए पूछा कि क्या जब पूरी बोवनी हो जायेगी तब चेकिंग अभियान चलायेंगे? उन्होंने सख्त निर्देश दिये कि तुरन्त दल बनाकर सघन रूप से बीज की चेकिंग की जाये। नकली या अमानक बीज मिलने पर व्यवसायी के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करें।
सिंगल लॉक में उपलब्ध है खाद
खाद की उपलब्धता की समीक्षा में पाया गया कि जिले में किसानों की आवश्यकता के अनुसार 37 हजार 162 मै.टन खाद समितियों के पास सिंगल लॉक में उपलब्ध है। इसमें 23 हजार मै.टन का उठाव किसानों द्वारा किया जा चुका है। महिदपुर एवं तराना में डबल लॉक में डीएपी समाप्त हो गया है। डीएपी की रैक परसो लगने वाली है, जिससे जिले को और डीएपी प्राप्त होगा।
दुग्ध समितियों के प्रकरण बनायें
कलेक्टर ने दुग्ध समितियों के अधिक से अधिक प्रकरण बनाकर उन्हें शासन की योजना का लाभ दिलाये जाने के निर्देश दिये। हरिजन आदिवासी बस्तियों में योजना के तहत 75 प्रतिशत अनुदान शासन द्वारा दिया जाता है। किसी भी हालत में शासन द्वारा दी गई राशि लैप्स नहीं होनी चाहिये। विभागीय अधिकारी द्वारा बताया गया कि अभी दुग्ध संघ के 35 प्रकरण बनाये गये हैं।
200 हेकटेयर क्षेत्र का चयन
उद्यानिकी विभाग की समीक्षा में बताया गया कि जिले में उद्यानिकी फसलों के लिये विभाग द्वारा 200 हेक्टेयर क्षेत्र का चयन किया गया है। इसके अन्तर्गत नींबू, अमरूद, सन्तरा व पपीते के पौधे लगाये जा रहे हैं।
आर्थिक कल्याण योजना के तहत प्रकरण बनायें
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के अन्तर्गत महिला समितियों के प्रकरण बनाकर उन्हें राशि दिलवाई जाये, जिससे वे क्रियाशील रहें। इनके 25-25 हजार रूपये अनुदान के प्रकरण बनाये जायें। बताया गया कि जिले में अभी तक महिलाओं की 117 समितियां बनाई गई हैं।