पोस्टआफिस के कर्मचारियों ने नए आधार कार्ड घर भेजने की बजाय कचरे में फेंके
बरही /कटनी,20 सितम्बर(इ खबर टुडे)। जिले के बरही नगर में डाकघर के कर्मचारियों के कारनामें खुलकर सामने आने लगे है। कभी लोगों के संदेश और अहम दस्तावेज को भेजने का डाक माध्यम सबसे सहज माना जाता था। जिसकी व्यवस्था और पारदर्शिता पर नागरिक भरोसा किया करते थे। लेकिन बरही नगर में लिफाफा में सील बंद आधार कार्ड जो संबंधितों के घरों तक भेजे जाने थे तालाब किनारे मिलने से विभाग की विश्वसनीयता पर भट्टा लग रहा है।
बोरी से फेंके दो छोटे बच्चों ने देखा था
बरही नगर की पुराने तालाब के पास गंदगी में मिले हजारों की संख्या में नए आधार कार्ड से नागरिक डाक विभाग की कार्यप्रणाली से अचंभित है। नगर में पुराने तालाब के पास लगभग 1000 के आसपास नए आधार कार्ड लिफाफा बंद सील लगे हुए डले मिले हैं, जिसकी जानकारी सुबह-सुबह घूमने वाले व्यक्तियों के माध्यम से चर्चा में आई । जानकारी के अनुसार यह घटना दो दिन पहले दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा टू व्हीलर से एक बोरी के माध्यम से फेंके गए हुए थे जिसे फेंकते हुए दो छोटे-छोटे बच्चों ने देखा था।
कई दिनों चक्कर लगाने के बाद आधार कार्ड बनवाता है
आम आदमी अपना घर और समय दोनों ही छोड़कर आधार केंद्रों में कई दिनों का चक्कर लगाने के बाद दोगुनी फीस चुकाकर अपना आधार कार्ड बनवाता है, जिसे पहुंचने के लिए पोस्ट ऑफिस के माध्यम से वह इंतजार करता है किंतु पोस्ट ऑफिस का कारनामा कुछ ऐसा है कि उसे आम आदमी तक ना पहुंचाकर तालाब के किनारे इकट्ठा फेंक दिया जाता है, जिससे उसे घर-घर पहुंचना ना पड़े।
पोस्ट ऑफिस पहुंचाना था पते पर
आधार कार्डो को पोस्ट ऑफिस से विभिन्न पंचायतों के पतों पर भेजा जाना था। इनमें बरही के गांवों के नागरिकों के आधार कार्ड थे जिनको लापरवाही पूर्वक तालाब के किनारे फेंका दिया गया। जिसमें 4 अगस्त 2023 भारत सरकार की सील भी लगी है। इस घोर लापरवाही से आम आदमी को काफी परेशानी एवं समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। समस्त आधार कार्ड बरही क्षेत्र से लगी आसपास गांव के हैं। यह किसी एक गांव विशेष के नहीं है जिसे पता चलता है की लापरवाही पोस्टमैन की नहीं बल्कि पोस्टमास्टर की है।