April 26, 2024

आम व्यक्ति को न्याय दिलाने की हरसंभव कोशिश की-डा.गोयल

डा.गोयल को चुनौतियों का डटकर सामना करने में महारत हासिल है-डीआईजी
निवृतमान कलेक्टर डा.संजय गोयल को भावभीनी बिदाई दी

रतलाम 30 अप्रैल(इ खबरटुडे)। रतलाम जिले में अपने कार्यकाल के दौरान मैने हर संभव प्रयास किया कि आम व्यक्ति की आम जरूरतों को पूरा करने में उन्हें किसी प्रकार की मुश्किलात का सामना न करना पडे। मैने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की कि आम जनता को हर संभव संवैधानिक और नैसर्गिंक न्याय मिले। उक्त उद्गार निवृतमान कलेक्टर डा.संजय गोयल ने अपने स्थानांतर पर आयोजित विदाई समारोह में व्यक्त किए। इस अवसर पर रतलाम पुलिस रेंज के उपमहानिरीक्षक  एस.पी..सिंह ने कहा कि डा.गोयल को चुनौतियों का डटकर सामना करने में महारत हासिल है। इस दौरान उन्होंने खण्डवा के कार्यकाल में घटित घटना का प्रसंग सुनाया। समारोह में प्रशासनिक,पुलिस,न्यायालय एवं जिलाधिकारियों ने डा.गोयल को भावभीनी विदाई दी।
निवृतमान कलेक्टर डा.गोयल ने जिले मेे अपने 390 दिन के कार्यकाल को याद करते हुए उसे आमजनता के लिए सेवा में समर्पित किया।उन्होंने कहा कि उनका कार्यकाल स्वयं के लिए संतोषप्रद रहा क्योकि भारतीय प्रशासनिक सेवा में आमव्यक्ति की सेवा और उसे न्याय दिलाने के संकल्प को पूर्ण करने के लिए उन्होंने मन,प्रण से शत प्रतिशत देने का प्रयास किया। डा.गोयल ने प्रशासनिक व्यवस्था के अंतर्गत उठाए गए कठोर कदमों से व्यक्तिगत तौर पर किसी के आहत होने पर क्षमाप्रार्थी होते हुए कहा कि उनकी भावनाएं किसी की भावनाओं को आहत करने की कभी नहीं रही। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ओमप्रकाश शर्मा ने कलेक्टर की आमव्यक्ति को न्याय दिलाने में समर्पण की प्रशंसा करते हुए बताया कि अमूमन स्थानांतरित कलेक्टर बैठकों में हिस्सा नहीं लेते है किन्तु उन्होंने मानीटरिंग सेल की बैठक में न केवल भाग लिया बल्कि कार्यों की बेहतरी के लिए बतौर कलेक्टर निर्देशित भी किया।
पुलिस अधीक्षक डा.आशीष ने कलेक्टर डा.गोयल व्दारा कानून व्यवस्था के दौरान उठाए गए कडे कदमों और पुलिस विभाग को समन्वयपूर्वक दिए गए सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उन्हें डा.गोयल के नेतृत्व में पूर्ण सहयोग मिला और उनके रतलाम में आगमन के समय ही उत्पन्न विपरित परिस्थितियों से निपटने में अत्यधिक सम्बल प्राप्त हुआ। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं प्रभारी कलेक्टर हरजिन्दरसिंह ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए बताया कि डा.गोयल के सानिध्य में उन्हें बतौर जावरा एसडीएम और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की भूमिकाओं के निर्वहन में बहुत कुछ सीखने को मिला।उन्होंने कहा कि डा. गोयल से उन्होने सीखा कि अपने निजी जीवन एवं प्रशासनिक दायित्वों के निर्वहन में निभाई जाने वाली अलहदा भूमिकाओं के बावजूद अपने व्यक्तित्व में कैसे समग्रता को सहेजकर रखा जाए।
एडीएम कैलाश वानखेडे ने डा.गोयल के साथ अपने नीमच,सीहोर एवं रतलाम में  कार्यकाल को स्मरण करते हुए कहा कि उन्हें रतलाम में मिले उनके अल्प सानिध्य के बावजूद ग्वालियर जैसे विविधताओं भरे और चुनौतीपूर्ण कार्यस्थल पर पदस्थापना की प्रसन्नता है। व्यक्तिगत तौर पर होने वाले दर्द की दवा प्रशासनिक जीवन में अक्सर नहीं हुआ करती है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डा.प्रशांत चौबे ने भी डा.गोयल के साथ सीहोर कार्यकाल और रतलाम में मिले स्नेह और सहयोग के लिए आभार माना तथा कामना की कि उन्हें एक बार फिर इंदौर में कार्य करने का अवसर मिलेगा।
विदाई समारोह में डा.गोयल को राजस्व,पुलिस,न्यायालय एवं अन्य जिलाधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंटकर अभिनंदन किया। इस अवसर पर एसडीएम जावरा एस.के.मिश्रा एवं तहसीलदार श्रीमती अमितासिंह तोमर ने अपनी भावनाओं को अपनी तरह से भावपूर्ण होकर व्यक्त किया। आभार प्रदर्शन एसडीएम रतलाम सुनील झा ने किया।

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