सम्रग आईडी सर्वर की स्थिति कछुवे की चाल जैसी ,लाड़ली बहना योजना के लिए केवाईसी करने और करवाने वाले परेशान ,घंटो रहता सर्वर बंद
रतलाम ,22 मार्च (इ खबर टुडे ) प्रदेश सरकार का समग्र पोर्टल सर्वर करीब 1 महीने से गड़बड़ होने से लोग परेशान हैं। बार-बार सर्वर डाउन होने की वजह से लाड़ली बहना योजना के लिए ई -केवाईसी करवाने के लिए ऑनलाइन और सीएससी सेण्टर पर पहुंचने वाली महिलाएं घंटो परेशान हो रही है। वही आईडी में कोई संशोधन भी तय समय पर नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से लोगों को शासकीय योजनाओं का लाभ लेने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार वर्तमान में प्रदेश सरकार की नवीन योजना लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने के लिए सम्रग और आधार को लिंक करवाना अनिवार्य कर दिया गया है। जिसके चलते महिलाओ को आधार से ई-केवाईसी करवाने के लिए ऑनलाइन और सीएसी सेंटर पर जाना होता है। लेकिन प्रदेश सरकार का समग्र पोर्टल पूरी तरह से ठप पड़ चूका है। जिसके चलते घंटो घंटो सर्वर ना चलने से ई-केवाईसी का कार्य धीमी गति से चल रहा है। वही घरेलू और मजदुर पेशा महिलाएं परेशान हो रही है।
परिवार के लिए समग्र आईडी जरूरी, योजनाओं का लाभ इसी से मिलता है
शासन द्वारा प्रत्येक परिवार के लिए समग्र आईडी को अनिवार्य किया है। क्योंकि शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ इसी के माध्यम से मिलता है, इसलिए इसे सभी लोगों को बनवाना जरूरी है। वर्तमान में बैंकिंग खाता, बीपीएल सत्यापन, परिवार पंजीयन, स्कूल एडमीशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, प्रसूता सहायता राशि, वृद्धावस्था पेंशन, राशन, किसानों का रजिस्ट्रेशन, आयुष्मान कार्ड सहित अन्य सभी सरकारी योजनाओं के लिए समग्र आईडी होना आवश्यक है।
इसके अलावा शासन द्वारा संचालित छात्रों को मिलने वाली 9 प्रकार की छात्रवृत्ति भी इसी समग्र आईडी के माध्यम से मिलती है। इसके लिए शासन द्वारा हितग्राहियों का विशेष साफ्टवेयर बनाया गया है। जिसमें हितग्राहियों की पूरी जानकारी फीड होती है, लेकिन यह साफ्टवेयर बार-बार बंद होने की वजह से समग्र आईडी कार्य समय पर नहीं हो पा रहा है।
ओटीपी ही समय पर नहीं आता
गौशाला रोड निवासी सीएसी संचालक जुनेद उस्ता ने बताया की सर्वर ख़राब होने के कारण आधार अपडेट होने के बावजूद मोबाईल पर ओटीपी नहीं आते है। जिसकी वजह से महिलाओ को कई घंटो तक ऑनलाइन दुकानों पर खड़े रहना पड़ता है। वही ई-केवाईसी करने 24 घंटो के बाद भी सम्रग आईडी में सुधार नहीं हो पा रहे है। वही कई बार ई-केवाईसीके के लिए पांच -पांच बार थंब (अगुठे ) लगवाने पड़ते है फिर भी ई-केवाईसी नहीं हो पति है।