पसन्दीदा ठेकेदार को लाभ पंहुचाने के लिए लोनिवि ने आचार संहिता में खोल दिया करोडो का टेण्डर,प्रमुख सचिव करवा रहे है जाँच
रतलाम,17 जुलाई (इ खबरटुडे)। आमतौर पर चुनावी आचार संहिता लागू होने के बाद निर्माण कार्यों की टेण्डर प्रक्रिया को रोक दिया जाता है,क्योकि आचार संहिता में इसे मतदाताओं को प्रभावित करने का एक जरिया माना जाता है। लेकिन लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के लिए चुनाव आचार संहिता का कोई महत्व नहीं है। अपने पसन्दीदा ठेकेदारों को लाभ पंहुचाने के लिए लोनिवि के अधिकारियों ने आचार संहिता को लागू होते हुए भी करोडों के निर्माण कार्यों का टेण्डर खोल दिया। ठेकेदार एसोसिएशन और जनप्रतिनिधियों ने इस बात की शिकायत भी की है। विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई मामले की जाँच करवा रहे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार,नगरीय निर्वाचन की आचार संहिता लागू होने के साथ ही लोक निर्माण विभाग ने कई निर्माण कार्यों की टेण्डर प्रक्रिया को रोक दिया था। सभी ठेकेदारों को भी इस बात की सूचना दे दी गई कि आचार संहिता के चलते समस्त निर्माण कार्यों की टेण्डर प्रक्रिया रोक दी गई है।
लेकिन जब ठेकेदारों के ये जानकारी मिली कि विभाग ने बाकी सारी प्रक्रियाएं तो रोक दी लेकिन तीन सड़कों के निर्माण का तीस करोड से अधिक का एक टेण्डर आचार संहिता के दौरान ही चुपचाप से निकाल दिया गया। अपने पसन्दीदा ठेकेदारों को काम दिलाने के लिए निकाले गए इस टेण्डर में निविदाएं आमंत्रित की गई और विगत एक जुलाई को टेण्डर खोल भी दिए गए।
लोक निर्माण विभाग की इस कारस्तानी से जहां जिले के अनेक ठेकेदार इस प्रतिस्पर्धा में शामिल होने से वंचित रह गए वहीं आचार संहिता के दौरान इस प्रकार का टेण्डर खोल कर नियमों का खुला उल्लंघन किया है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की इस अवैधानिकता को लेकर रतलाम जिला कान्ट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन समिति के अध्यक्ष हरजीत सिंह सलूजा ने इस मामले में लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियन्ता को शिकायत प्रेषित की है। ठेकेदार एसोसिएशन की मांग है कि उक्त टेण्डर को निरस्त कर दोबारा से आमंत्रित किया जाए,जिससे कि स्थानीय ठेकेदारों को भी प्रतिस्पर्धा में शामिल होने का मौका मिल सके और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के चलते शासन के धन का दुरुपयोग होने से भी बच सके।
ग्रामीण विधायक ने भी की शिकायत
रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने भी इस मामले में लोक निर्माण मंत्री और लोनिवि के मुख्य अभियन्ता को पत्र लिखा है। ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ दिलाने के लिए चुपचाप आचार संहिता के दौरान टेण्डर आमंत्रित किए जो कि पूरी तरह गलत है। पूरे उज्जैन संभाग में कहीं भी किसी कार्य के टेण्डर इस अवधि में नहीं बुलाए गए,लेकिन रतलाम जिले की सड़कों के लिए टेण्डर बुला लिए गए। इसमे रतलाम के ठेकेदारों को हिस्सा लेने का मौका तक नहीं मिला। ग्रामीण विधायक ने कहा कि वे इस सम्बन्ध में लोक निर्माण मंत्री से मुलाकात कर उनके सामने भी यह मामला उठाएंगे।
मामले की जाँच जारी – प्रमुख सचिव
इस सम्बन्ध में विभाग का पक्ष जानने के लिए जब लोनिवि उज्जैन के मुख्य अभियन्ता एमपी सिंह को उनके मोबाइल पर काल किया गया,तो उनका मोबाइल नो रिप्लाय हो गया। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मण्डलोई का कहना है कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है। मामले की जांच की जा रही है। मामले के तथ्य बुलवाए है। यदि किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है,तो दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।