उज्जैन के नवीन प्रशासनिक संकुल भवन ‘सम्राट विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल’ का लोकार्पण
-27 करोड से अधिक लागत से बना है नया भवन
उज्जैन,29मई(इ खबर टुडे/बृजेश परमार)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को उज्जैन संभागीय मुख्यालय पर कोठी भवन के समीप नवीन प्रशासनिक संकुल भवन का फीता काटकर लोकार्पण किया। लोकार्पण पश्चात उन्होंने भवन के विभिन्न कक्षों का निरीक्षण कर कहा कि पीआईयू लोक निर्माण विभाग द्वारा भवन अच्छा बनाया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भक्ति, ज्ञान, शिक्षा, न्याय, संस्कार, वैराग्य आदि की भूमि उज्जयिनी रही है। उन्होंने उज्जैन संभागीय मुख्यालय पर नवीन प्रशासनिक संकुल भवन का नाम ‘सम्राट विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल’ भवन के नाम पर रखे जाने की घोषणा की।
नये प्रशासनिक भवन में निरीक्षण के दौरान नये फर्नीचर की कमी होने पर कहा कि प्रशासनिक अधिकारी इस्टीमेट बनाकर भेजें, ताकि नये फर्नीचर की स्वीकृति प्रदान की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में नित-नये विकास के कार्य हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज ही केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के वड़ोदरा से उज्जैन में बनने वाले अमूल प्लांट का भूमि पूजन किया है।
मुख्यमंत्री ने समस्त प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि नये भवन में जनता की जायज समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं में मध्य प्रदेश पूरे देश में पहले नम्बर पर रहा है। दर्जनों योजनाएं प्रदेश में बेहतर ढंग से क्रियान्वयन हो रही है। श्री चौहान ने कहा कि एक ही संकुल भवन में सभी प्रकार की सेवाएं प्रदान की जायेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पुराने कोठी भवन को हैरिटेज भवन के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने स्वच्छता पर अपनी बात रखते हुए कहा कि उज्जैनवाले स्वच्छता के मामले में इन्दौर से पीछे है।
इस पर उन्होंने इन्दौर से पीछे न रहकर हरसंभव प्रयास कर उज्जैन को भी स्वच्छता में नम्बर-1 पर लाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने आमजन से अपील की कि वे फालतू बिजली न जलायें।
उन्होंने कहा कि मैं स्वयं जब अपने कमरे से बाहर निकलता हूं तो मैं स्वयं स्वीच ऑफ करता हूं। ठीक उसी तरह शासकीय अधिकारी-कर्मचारी एवं आमजन जब अपने कमरे में नहीं हैं तो बिजली का स्वीच ऑफ करें। उन्होंने भावुक मन से अपील की कि अधिक से अधिक लोग पौधे लगायें और पर्यावरण को हरा-भरा रखें। हम सब जनता के लिये अच्छा काम करें। हम सब एक हैं।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्यमंत्री आदि ने नवीन प्रशासनिक संकुल भवन परिसर में जामुन, अनार, तुलसी आदि का पौधारोपण किया। कार्यक्रम के अन्त में उमरिया के कलाकार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बनाई गई पेंटिंग भेंट की।
27 करोड़ से अधिक की लागत से बना है भवन
कार्यक्रम के प्रारम्भ में लोक निर्माण विभाग पीआईयू के कार्यपालन यंत्री श्री चुड़ावत ने नये भवन की जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासकीय संकुल भवन का निर्माण 27 करोड़ 16 लाख रुपये की लागत से किया गया है। निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग पीआईयू उज्जैन थी। भवन निर्माण के ठेकेदार ग्वालियर के आरबी गर्ग थे।
संभागीय मुख्यालय पर नवीन प्रशासनिक संकुल भवन में संभागायुक्त कार्यालय एवं कलेक्टर कार्यालय से सम्बन्धित समस्त कार्यालय जो कि वर्तमान में कोठी महल में संचालित हो रहे थे, उनके लिये नवीन प्रशासनिक संकुल भवन में संचालित होंगे। प्रशासनिक संकुल भवन के भूतल पर 4125 वर्गमीटर में वाहनों हेतु पार्किंग, प्रथम तल पर 3925 वर्गमीटर में एसडीएम, तहसील कार्यालय एवं द्वितीय तल पर 3925 वर्गमीटर में कलेक्टर कार्यालय तथा तृतीय तल पर 1970 वर्गमीटर में संभागायुक्त कार्यालय का निर्माण किया गया है।
नवीन भवन में प्रवेश हेतु चार द्वार का निर्माण किया गया है। भवन में चार स्टेयरकेस का प्रावधान दिया गया है। भवन में पांच लिफ्ट का प्रावधान किया गया है, जिसमें चार लिफ्ट 13 पैसेंजर की एवं एक लिफ्ट 28 पैसेंजर का प्रावधान किया गया है। भवन को आग से सुरक्षा प्रदान किये जाने हेतु सम्पूर्ण भवन में फायर फाईटिंग सिस्टम लगाया गया है।
भवन के भूतल पर पार्किंग का प्रावधान किया गया है, जिसमें लगभग 500 दोपहिया वाहन एवं 40 चारपहिया वाहन के खड़े किये जाने की क्षमता है। भवन के भूतल पर लोक सेवा गारंटी कार्यालय का भी प्रावधान किया गया है।भवन के प्रथम तल पर एसडीएम एवं तहसील कार्यालय है, जिसमें तीन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तीन तहसीलदार, तीन अपर तहसीलदार, तीन नायब तहसीलदार, योजना सांख्यिकी कार्यालय एवं पेंशन कार्यालय का भी प्रावधान किया गया है। प्रथम तल पर 49 कक्ष हैं।
भवन के तृतीय तल पर कमिश्नर कार्यालय का प्रावधान किया गया है। तृतीय तल पर कुल 25 कक्ष हैं। भवन के द्वितीय तल पर कलेक्टर, तीन अपर कलेक्टर, तीन डिप्टी कलेक्टर, भारत निर्वाचन, जिला आपूर्ति अधिकारी कार्यालय, भू-अभिलेख कार्यालय, जिला अन्त्यावसायी कार्यालय, लोक सेवा, एनआईसी एवं मीटिंग हॉल का प्रावधान किया गया है।
द्वितीय तल पर कुल 44 कक्ष हैं। भवन के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तल पर महिलाओं एवं पुरूषों के लिये अलग-अलग टॉयलेट ब्लॉक का निर्माण कार्य किया गया है। भवन को प्रकाश एवं वेंटिलेशन की आवश्यकता अनुसार ओपन कोर्टयार्ड पेटर्न में रखा गया है।