रतलाम /तरणताल में नहाने के दौरान 9 वर्षीय बालक की डूबने से मौत ,परिजनों ने निगम अधिकारियो पर मामला दर्ज करने की मांग को लेकर शव लेने से किया इंकार:देखिये वीडियो
रतलाम 28 मई (इ खबर टुडे ) / रतलाम के शास्त्री नगर स्थित निगम के तरणताल में नहाने के दौरान एक नौ वर्षीय बालक की मोत हो गई। देखते ही देखते खबर आग की तरह पुरे शहर में फैल गई। सूचना मिलने पर मोके ने पहुंची पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया। वही मृतक के परिजनों ने निगम अधिकारियो पर मामला दर्ज करने की मांग को लेकर शव लेने से इंकार कर दिया।
जानकारी के अनुसार काटजूनगर स्थित शिव मंदिर के पुजारी सुनील बैरागी बेटे मयंक बैरागी को लेकर शाम करीब पांच बजे स्वीमिंग पुल गए थे। वहां नहाते समय मयंक पुल में डूब गया। पिता के शोर मचाने पर लाइफ गार्ड राजेश ने उसे बाहर निकाला। उसके पेट से पानी निकालने का प्रयास कर प्रारंभिक उपचार किया गया, लेकिन बच्चे की जान नहीं बची।
पिता बेटे को कंधे पर लाद कर करीब पांच सौ मीटर दूर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टर ने परीक्षण कर मयंक को मृत घोषित किया। सूचना मिलने पर स्टेशन रोड टीआइ किशोर पाटनवाला, नगर निगम अधिकारी जेके जायसवाल, भैयालाल चौधरी, कंट्रोलर योगेंद्र अधिकारी आदि भी अस्पताल पहुंचे। वही पुलिस ने तरणताल को सील कर दिया है।
पिता ने कहा लाइफ जैकेट नहीं दी
मयंक के पिता सुनील बैरागी ने बताया कि वे पहली बार ही बेटे को लेकर स्वीमिंग पुल गए थे। वे टिकट कटवा रहे थे। तभी बेटा अंदर जाकर चला गया। वे जब अंदर पहुंचे तो बेटा दिखाई नहीं दिया। शोर मचाया और वहां उपस्थित कर्मचारियों से पूछा कि मयंक कहां है तो उन्होंने कहा कि यहीं कहीं होगा, तलाश कर लो। कुछ देर बाद एक कर्मचारी ने पानी में से बेटे को बाहर निकाला। बेटे को अस्पताल ले जाने के लिए वाहन भी उपलब्ध नहीं कराया गया। वे कंधे पर लेकर बेटे को अस्पताल पहुंचे। बेटे को लाइप जैकेट भी नहीं दिया गया।
उधर, पुल कंट्रोलर योगेंद्र अधिकारी ने बताया कि स्वीमिंग पुल में तीन लाइफ गार्ड तैनात थे। बच्चों को पुल में जाने के पहले फ्रोटर (स्पंज बेल्ट) दिया जाता है, जो मयंक के पिता ने नहीं लिया था। लाइफ गार्ड राजेश ने ही बालक को बाहर निकाला व प्रारंभिक ट्रीटमेंट किया। किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई।