शिक्षा के साथ संस्कार देता है सरस्वती विद्या मन्दिर-डॉ.यार्दे
वार्षिकोत्सव के अन्तर्गत दशावतार की अभिनव प्रस्तुति ने समां बांधा
रतलाम,9 जनवरी (इ खबरटुडे)। सरस्वती विद्या मन्दिर का प्रतिभा सम्मान समारोह एवं पुरस्कार वितरण समारोह नवनिर्वाचित महापौर डॉ सुनीता यार्दे के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इससे पहले बीती रात विद्यालय के करीब एक हजार भैया बहिनों द्वारा भगवान विष्णु के दशावतारों की अभिनव प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
प्रतिभा सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ सुनीता यार्दे ने कहा कि सरस्वती शिशु मन्दिर में शिक्षा के साथ साथ बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। यहां शिक्षा के साथ भारतीय संस्कृति के अनुरुप संस्कार दिए जाते है। यहां होने वाले कार्यक्रम समाज में अपनी अनूठी छाप छोडते है। शिशु मन्दिर के भैया बहिनों के लिए बुहआयामी विकास के द्वार खुले रहते है। उन्होने स्कूल के बच्चों से नगर विकास के लिए अपने सुझाव देने के आव्हान के साथ साथ सदा सहयोग के लिए उपलब्ध रहने का आश्वासन भी दिया।
कार्यक्रम में निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल,समिति अध्यक्ष सुरेन्द्र सुरेका,समाजसेवी राधेश्याम खण्डेलवाल,जिला संघचालक वीरेन्द्र वाफगांवकर,प्राचार्य राकेश दुबे आदि उपस्थित थे।
दशावतार की अनूठी प्रस्तुति
इससे पहले बीती रात विद्यालय के करीब एक हजार भैया बहिनों ने भगवान विष्णु के दशावतारों को प्रदर्शित करती गीत संगीत नृत्य अभिनय से सजी अनूठी प्रस्तुति दी। दशावतार कार्यक्रम में सृष्टि के प्रारंभ काल से वर्तमान युग तक भगवान विष्णु द्वारा मानवों के कल्याणार्थ लिए गए दसों अवतारों को अत्यन्त आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया था। इस अभिनव कार्यक्रम में एक साथ तीन मंचों पर एक हजार से अधिक बाल कलाकारों ने भगवान से जुडी विभिन्न कथाओं को जीवन्त कर दिया। दशावतार कार्यक्रम में बच्चों के अभिनय,गीत,संगीत,नृत्य के अतिरिक्त मंच के पाश्र्व में एलसीडी प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शित पृष्ठभूमियों ने दर्शकों पर अद्भुत प्रभाव छोडा। दशावतार कार्यक्रम शाम छ: बजे प्रारंभ हुआ तो रात दस बजे के बाद भगवान विष्णु के विराट स्वरुप की आरती के साथ समाप्त हुआ। पूरे समय दर्शकगण मंत्रमुग्ध होकर मौजूद रहे। दशावतार कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ.प्रशान्त चौबे मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे,जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी आजाद जैन ने की।