ई-रजिस्ट्री बनाम फजीहत का पिटारा
रजिस्ट्रार कार्यालय और हेल्पडेस्क एक-दूसरे पर ढोल रहे मुद्दे
उलझनों का कोई हल नहीं
उज्जैन,7 जनवरी (इ खबरटुडे)। जब से ई-रजिस्ट्री की शुरूआत हुई है तभी से फजीहतों का पिटारा खुल गया है। इसके चलते उपभोक्ता और प्रोवाइडर दोनों ही परेशान है। ई-रजिस्ट्री की गफलतों के चलते लायसेंसी सर्विस प्रोवाइडर और उपभोक्ता के बीच भी उलझन हो रही है। यही नहीं, सादे कागज पर निकली ई-रजिस्ट्री को न तो कोई मान्य कर रहा है और न ही इसका कोई उपयोग लिया जाना वर्तमान में मान्य किया जा रहा है।
ई-रजिस्ट्री नहीं फजीहत की रजिस्ट्री हो रही है। सर्विस प्रोवाइडर के साथ ही उपभोक्ता घंटों रजिस्ट्रार कार्यालय में परेशान हो रहे है। इस परेशानी का हल निकालने के लिए न तो कोई रास्ता निकाला जा रहा है और न ही रजिस्ट्रार विभाग के कर्मचारी-अधिकारी ही इसका कोई हल बता रहे है। उौन रजिस्ट्रार कार्यालय से चर्चा किए जाने पर वे भोपाल हेल्पडेस्क का नंबर पकड़ा देते है। वहां संपर्क करने पर वे उौन कार्यालय की परेशानी बताते है। भोपाल हेल्पडेस्क व उौन के अधिकारी दोनों ही अपने दावे सही साबित कर रहे है। ऐसे में उपभोक्ता और सर्विस प्रोवाइडर पिसा रहे है। उन्हें समस्याओं का हल बताने वाला कोई नहीं है।
पहले प्रिंट नहीं, अब डुप्लीकेट लिखा आ रहा
ई-रजिस्ट्री के तहत 23-24 दिसम्बर से प्रिंट नहीं आ रहे थे। अब जाकर थोड़े-बहुत प्रिंट आने लगे है तो उस पर डुप्लीकेट लिखा होने से दस्तावेज की अहमियत कुछ भी नहीं बच रही है। रजिस्ट्रार कार्यालय से जुड़े सूत्र जानकारी दे रहे है कि करीब 200 से 300 ई-रजिस्ट्री के प्रिंट बकाया चल रहे थे। मंगलवार को इसमें से लगभग 50 के प्रिंट जैसे-तैसे आए। इनमें से करीब दो दर्जन से अधिक रजिस्ट्री पर डुप्लीकेट छपा हुआ आया है। आश्चर्य इस बात का है कि पहले ही प्रिंट में डुप्लीकेट लिखा होने से इन कागजों पर सवाल खड़ा हो जाएगा। जबकि अधिकारियों का कहना था कि प्रिंट में फोटोकॉपी लिखा होने पर फोटोकॉपी ही आएगा। पॉवर ऑफ अटार्नी बनवाने पर भी समस्याओं का पिटारा खुल रहा है।
हम क्या कर सकते है
इधर सर्विस प्रोवाइडर बता रहे है कि उौन रजिस्ट्रार कार्यालय में ई-रजिस्ट्री की समस्याएं रखने पर अधिकारी और कर्मचारी सीधे जवाब दे रहे है कि हम क्या कर सकते है। वे यादा सवाल करने पर सीधे भोपाल हेल्पडेस्क का नंबर थमा देते है। वहां संपर्क करने पर कहा जाता है कि उौन का ही मामला है और वहीं से परेशानी है। इन सब के चलते सभी परेशान है।
गुरूवार से सर्विस प्रोवाइडरों की हड़ताल
ई-रजिस्ट्री की फजीहतों को लेकर मंगलवार को लायसेंसी सर्विस प्रोवाइडरों ने एक बैठक रखी थी। इस बैठक में 25 से 30 सर्विस प्रोवाईडर शामिल हुए और समस्याओं के निराकरण नहीं होने के साथ ही आ रही परेशानियों के तत्काल हल नहीं होने पर गुरूवार कसे सभी ने हड़ताल का निर्णय लिया है। गुरूवार को सभी लायसेंसी सर्विस प्रोवाइडर काम बंद करेंगे।