Kidnapped: भारतीय सेना की तत्काल कार्रवाई, चीनी सेना ने सकुशल लौटाया अगवा भारतीय युवक तिरोम
इटानगर,20जनवरी(इ खबर टुडे)। अरुणाचल प्रदेश से चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी द्वारा अगवा किया गया 17 वर्षीय किशोर मिराम टैरोन सकुशल भारत लौट आया है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक इस घटना की जानकारी होने के तुरंत बाद भारतीय सेना की तरफ से पीएलए से संपर्क किया गया था। भारतीय सेना ने चीनी सेना के इस कदम पर सख्त आपत्ति जताई थी। हालांकि पुष्टि होने के बाद युवक को सकुशल वापस भारतीय सीमा में भेज दिया गया है।
अरुणाचल प्रदेश के सांसद तापिर गाव ने दावा किया था कि अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले के एक 17 वर्षीय किशोर का पीएलएल ने अपहरण कर लिया है। सांसद ने बुधवार कहा कि चीनी सेना पीएलए ने मंगलवार को सेउंगला इलाके के लुंगटा जोर इलाके से बच्चे का अपहरण किया है। इस बच्चे की पहचानन मिराम टैरॉन के रूप में की थी। गाओ ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि टैरॉन के दोस्त जॉनी येइंग ने PLA द्वारा अपहरण के बारे में अधिकारियों को जानकारी दी है।
त्सांगपो नदी के तट पर हुआ अपहरण
सांसद ने कहा कि घटना उस स्थान पर हुई, जिस स्थान पर त्सांगपो नदी अरुणाचल प्रदेश में भारत में प्रवेश करती है। आपको बता दें कि त्सांगपो नदी को ही अरुणाचल प्रदेश में शियांग और असम में ब्रह्मपुत्र कहा जाता है। इससे पहले सांसद गाओ ने ट्वीट कर कहा था, चीनी पीएलए ने जिदो गांव की 17 वर्षीय मिराम तारोन का अपहरण कर लिया।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘बच्चे की जल्द रिहाई के लिए सभी भारतीय सरकारी एजेंसियों से अनुरोध किया गया है। गाओ ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक को घटना के बारे में जानकारी दे दी है। साथ ही सांसद ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय सेना को टैग किया।
चीनी सेना पहले भी कर चुकी ऐसी हरकत
चीनी सेना ने ऐसी करतूत पहली बार नहीं की है। चीन की पीएलए ने इस तरह की शर्मनाक हरकत पहले सितंबर 2020 में भी की थी। तब पीएलए ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले से 5 युवकों का अपहरण कर लिया और लगभग एक सप्ताह के बाद उन्हें रिहा कर दिया। ताजा घटना ऐसे समय में आई है, जब भारतीय सेना का अप्रैल 2020 से पूर्वी लद्दाख में पीएलए के साथ गतिरोध चल रहा है।
भारत चीन में सीमा विवाद जारी
भारत लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक चीन के साथ 3,400 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) साझा करता है। यह सीमा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है। इसे तीन सेक्टरों में बांटा गया है- पश्चिमी सेक्टर यानी जम्मू और कश्मीर, मध्य सेक्टर यानी हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड और पूर्वी सेक्टर यानी सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश। हालांकि, दोनों देशों के बीच कोई पूर्ण सीमांकन नहीं है क्योंकि दोनों के बीच कई इलाकों को लेकर सीमा विवाद है।