Raag Ratlami Corona Wave – चुस्त दुरुस्त इंतजामों के चलते,वायरस से निपटने में आसानी की उम्मीद / फूल छाप के लिए भारी पडेंगे मास्साब
-तुषार कोठारी
रतलाम। हफ्ता बीतते बीतते ओमिक्रान डराने लगा है। हफ्ते के आखरी दिन ही कोरोना का नया विस्फोट सामने आया है। वायरस के करीब चार दर्जन लोगों में प्रवेश करने की खबर सामने आ गई है। कोरोना की तेजी को देखते हुए जिला इंतजामिया ने दोबारा इससे निपटने के लिए कमर कस ली है। जिला इंतजामिया के बडे साहब और वर्दी वाले कप्तान दोनो खुद शहर में घूम घूम कर लोगों को मास्क लगाने की नसीहत दे रहे है।
वायरस की दो लहरों के गुजर जाने और दूसरी लहर की जबर्दस्त तबाही से मुकाबला कर चुकने के बाद अब कई सारे इंतजाम पहले से ही किए जा रहे है। दूसरी लहर में आक्सिजन की कमी से काफी डर फैला था,लेकिन इसके बाद आक्सिजन के प्लान्ट,बायपेप मशीनों जैसे कई वैकल्पिक इंतजाम मौजूद है। बडे साहब ने लगातार कई मीटींग्स करके वायरस से निपटने के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा की है,ताकि किसी भी बदतर स्थिति का सामना किया जा सके। कोविड केयर सेन्टर बना लिए गए है। अस्पतालों के इंतजामों को चुस्त दुरुस्त किया जा रहा है।
पिछली लहर से आई तबाही के चलते डर तो है,लेकिन इस वाली लहर में जिले की बडी आबादी,वैक्सीन के कवच से लैस हो चुकी है। अठारह से कम उम्र वाले बच्चों को भी तेजी से वैक्सीन लगाई जा रही है। इस बार की लहर से निपटने में पिछली दो लहरों से निपटने का अनुभव भी मौजूद है। इसी का नतीजा है कि जिला इंतजामिया ने तीसरी लहर आने के खतरे को पहले से भांप कर तमाम इंतजाम जुटाना शुरु कर दिया है।
लेकिन कई सारे लोग मानने को राजी नहींं। इंतजामिया ने मास्क ना लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का अभियान चालू कर दिया है। चौराहों पर सरकारी अमला बिना मास्क घूमने वालों पर जुर्माने ठोक रहा है। लोगों को समझाया जा रहा है कि मास्क लगा कर ही घर से निकले। लेकिन कई लोग मानने को तैयार नहीं। अभी कल ही,कोरोना संक्रमित होकर घर मेंं क्वारन्टीन किए गए एक बन्दे ने ऐसी हालत में भी अपने दोस्तों को बुलाकर पार्टी कर ली। अफसरों को खबर लगी तो अफसरों ने वहां पंहुचकर उनके खिलाफ केस दर्ज किए।
लोगों की लापरवाही को देखते हुए अब जिला इंतजामिया के बडे साहब वर्दी वाले कप्तान खुद मैदान में उतर गए है। जिला इंतजामिया का काफिला रोजाना शहर में घूम कर लोगों को मास्क लगाकर निकलने की हिदायत दे रहा है। रविवार को साहब लोगों ने उन दुकानों को बन्द करवा दिया,जहां के संचालक बिना मास्क के दुकान चला रहे थे। कई दुकानदारों के चालान भी बनाए गए। इंतजामिया की इस सख्ती का असर दिखाई भी देने लगा है,और अब बडी तादाद में लोग मास्क लगाकर निकल रहे है।
वक्त रहते किए गए इंतजाम औ र वैक्सीन के कवच के चलते इस बार उम्मीद है कि कोरोना की ये लहर ज्यादा परेशान नहीं कर पाएगी और इसे आसानी से पार कर लिया जाएगा। अब तक जितने संक्रमित मिले है,उनमें कोरोना के लक्षण न के बराबर है और ज्यादातर संक्रमित आसानी से ठीक भी हो रहे है,इसलिए उम्मीद है कि इस बार खतरा कम रहेगा। उम्मीद की जाए कि तीसरी लहर बिना लाकडाउन के बिना ज्यादा नुकसान किए निकल जाएगा और हालात पहले जैसे सामान्य हो जाएंगे।
फूलछाप के लिए भारी पडेंगे मास्साब…..
शहर शुरु से फूलछाप का गढ रहा है और भैया जी की तमाम सारी उपलब्धियों के कारण फूलछाप का यह गढ और मजबूत होता जा रहा है। लेकिन दूसरी तरफ देहात के इलाकों में फूलछाप की हालत खराब होती जा रही है। देहात के इलाके में मास्साब से माननीय बने नेताजी की हरकतें फूलछाप पार्टी के लिए दिक्कतें बढाती जा रही है। शहर में जहां भैयाजी द्वारा कराए गए कामों की चर्चा होती है,वहीं देहात में मास्साब के कारनामें चर्चा में है। मास्साब से माननीय बने नेताजी के नए नए कारनामे सामने आते रहते है। नेताजी ने सालाखेडी से भाटपचलाना के बीच बन रही सडक़ की घटिया क्वालिटी को लेकर शिकायत की थी। चूंकि शिकायत करने वाले माननीय थे,इसलिए इंतजामिया के बडे अफसर मौके पर पंहुचे थे। सडक़ की खुदाई करके सैम्पल लिए गए थे और इमारती महकमे के अफसरों को जांच के हुक्म भी फौरन जारी कर दिए गए थे। जांच करने वाले अफसरों ने भी फौरन जांच करके अपनी रिपोर्ट दे दी थी,क्योंकि शिकायत करने वाले खुद माननीय थे। इतना ही नहीं सडक़ की खुदाई से लिए गए सैम्पल्स माननीय ने खुद भी अपने पास रखे थे,ताकि जांच में कोई गडबड ना हो सके।
जांच में माननीय की शिकायत को एकदम सही पाया गया। जांच में पता चला कि सडक की क्वालिटी बेहद घटिया है। लोगों को उम्मीद थी कि अब ठेकेदार और दोषी अफसरों के खिलाफ कडी कार्यवाही होगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। कार्यवाही क्यो नहीं हुई । इस सवाल का जवाब जानकारों के पास पहले से मौजूद था। जानकारों का कहना है कि मास्साब ने शिकायत कार्यवाही करने के लिए नहीं की थी। उन्होने शिकायत जिस उद्देश्य से की थी,वह पूरा हो गया,तो उन्होने कार्यवाही को रुकवा दिया। माननीय की इसी तरह की हरकतें आखिरकार फूलछाप के लिए मुसीबतें खडी करेगी। अगले चुनाव में फूल छाप के लिए ये इलाका बचा पाना कठिन साबित होगा।