Heavy Rain Fall : तमिलनाडु में प्रचंड बारिश का कहर जारी, आज और ज्यादा बिगड़ सकती है स्थिति
चेन्नई,11 नवंबर (इ खबरटुडे)। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई समेत राज्य के कई इलाकों में भीषण बारिश का कहर बरपा रही है। बुधवार रात तक राज्य में बिजली चमकने के साथ तेज बारिश होती रही जिसकी वजह से चेन्नई, चेंगलपेट, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और विल्लपुरम में कई जगह बाढ़ जैसी स्थितियां बन गई है। . बारिश के लिहाज से मौसम विभाग ने 10 और 11 नवंबर को सबसे भारी दिन बताया था। लिहाजा आज राज्य में स्थितियां और बदतर हो सकती हैं। बारिश से राहत शुक्रवार के बाद ही मिलने की उम्मीद जाहिर की गई है।
दरअसल बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र के अवदाब में तब्दील होने के कारण अगले दो दिनों के दौरान तमिलनाडु में बारिश कम होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में बना कम दबाव क्षेत्र का पश्चिमी-उत्तरी पश्चिमी दिशा में बढ़ गया है और अवदाब बना चुका है।
इस बीच चेन्नई कॉरपोरेशन कमिश्नर गगनदीप सिंह बेदी ने कहा है कि हम चेन्नई में अगले कुछ दिनों में 250 MM बारिश की उम्मीद कर रहे हैं। हमने बचाव कार्य के लिए कई कदम उठाए हैं। पूरे शहर में पानी की निकासी के लिए 492 बड़े मशीन पंप लगाए गए हैं।
मरने वालों की संख्या हुई 12
वहीं बारिश के कारण राज्य में मरने की वालों की संख्या 12 हो चुकी है। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक एनडीआरएफ की 13 टीमें लगाई हैं जिनमें 5 अकेले चेन्नई में तैनात हैं। मौसम विभाग के अनुमान के मद्देनजर राज्य सरकार ने स्कूल कॉलेजों में 10 और 11 नवंबर की छुट्टी कर दी है। बड़ी संख्या में बारिश से प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर लगाए गए हैं।
क्या है इतनी बारिश का कारण
दरअसल चेन्नई का मानसून खासतौर पर नॉर्थ ईस्ट के मानसून पर निर्भर करता है। शहर में अक्टूबर से दिसंबर के बीच इस मानसून के चलते खासतौर पर बारिश होती है। मध्य अक्टूबर से शुरू होने वाली पूर्वी हवा आमतौर पर 10 से 20 अक्टूबर के बीच शुरू होती है। इसे नॉर्थ ईस्ट मानसून कहा जाता है, जो कि तमिलनाडु का प्राथमिक मानसून भी होता है। इस मानसून के चलते तमिलनाडु में पर्याप्त बारिश होती है, हालांकि तमिलनाडु के अलावा देश के अन्य राज्य दक्षिण पश्चिम मानसून पर निर्भर होते हैं, जिसकी शुरुआत मई, जून और जुलाई से होती है।