September 29, 2024

Raag Ratlami Oxygen- कोरोना की हाहाकारी खबरों के बीच मौजूद है राहत भरी खबरें भी,लेकिन पूरी तरह टला नहीं है खतरा

-तुषार कोठारी

रतलाम। जिधर देखिए हाहाकारी खबरें ही नजर आ रही है। आक्सिजन की कमी से मरीजों की मौत की खबरें हैैं,तो कहीं श्मशानों पर मुर्दो की कतारों की खबरें है। लेकिन चारों ओर मचे इस हाहाकार में रतलाम के लोग थोडी राहत महसूस कर सकते है। आक्सिजन की कमी को लेकर हलका हाहाकार रतलाम में भी मचा था,लेकिन अफसरों और भैयाजी की लगातार मेहनत के चलते कोई बडी दुर्घटना नहीं हुई। कुछ वक्त के लिए तो ऐसा लगा था कि बस अब आक्सिजन खत्म होने वाली है,लेकिन रात गुजरते गुजरते आक्सिजन का इंतजाम हो गया और खतरा टल गया।
जिले का इंतजामिया लगातार जुटा हुआ है। आक्सिजन के टैैंकर अब तक तो समय रहते शहर में पंहुचते रहे है और तमाम अस्पतालों में आक्सिजन के सहारे कोरोना को मात देने का जतन कर रहे मरीजों को सहारा दे रहे हैैं।
सरकार और इंतजामिया अब इस कोशिश में है कि मेडीकल कालेज में आक्सिजन बनाने का प्लान्ट जल्दी से जल्दी चालू कर दिया जाए,ताकि आक्सिजन की कमी का खतरा कुछ कम हो सके। उम्मीद की जा रही है कि अगले हफ्ते तक इस प्लान्ट को चालू कर लिया जाएगा।

कोरोना से लडने की तमाम कोशिशें जारी है,लेकिन मरीजों की तादाद में कमी आने की बजाय लगातार बढोत्तरी होती जा रही है। संक्रमण की चेन तोडने के तमाम प्रयास बेअसर हो रहे है और कोरोना अब शहरों से गांवों के भीतर तक प्रवेश कर चुका है। ग्र्रामीण इलाकों के लोग बडी तादाद में कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैैं। अब कोई नहीं जानता कि अस्पतालों में बढाई जा रही आक्सिजन और बिस्तरों की सुविधाएं कब नाकाफी हो जाएगी। मरीजों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। थोडी सी राहत इस बात से महसूस की जा सकती है कि ठीक होने वालों की तादाद भी लगातार बढ रही है। कुल मिलाकर अब तक तो कोरोना से जंग में रतलाम कमजोर नहीं पडा है। अब तक तो आक्सिजन की कमी से किसी को जान नहीं गंवाना पडी है,लेकिन आने वाले वक्त में समस्याएं गंभीर होने का खतरा निरन्तर बना हुआ है।

सेवा नहीं फोटो जरुरी

कोरोना काल में जहां कई सारे जरुरतमंदों की सेवा में दिन रात जुटे हुए हैैं,वहीं एक तबका ऐसा भी है,जिसे सेवा से नहीं सेवा करने के फोटो बनाने से मतलब है,ताकि नेतागिरी चमकाई जा सके। फूलछाप पार्टी के एक युवा नेता आजकल इसी परेशानी में है। फूलछाप की युवाईकाई के सूबे के मुखिया ने सभी युवा नेताओं को आव्हान किया था कि वे जरुरतमंदों की सेवा करें। जैसे ही बडे नेता ने आव्हान किया,शहर के ये युवा नेता सक्रिय हो गए। युवा नेता इस कोशिश में थे कि कहीं से सेवा करने के फोटो हासिल हो जाए,तो उन्हे फौरन सोशल मीडीया पर वायरल करके खुद को चमका लिया जाए। युवा नेता को पता चला कि कुछ लोग जरुरतमंदों को सूखे राशन के पैकेट बांट रहे है। युवा नेता ने वहां पंहुचकर फोटो खींचाने की कोशिश की। राशन बांटने वालों को यह पसन्द नहीं आया और उन्होने युवा नेता को खरी खरी सुना कर टरका दिया। लेकिन युवा नेता भी कहां हार मानने वाले थे। उन्होने फौरन दूसरी जुगाड कर ली। किसी समाजसेवी ने जरुरतमंदों के लिए आक्सिजन कांसन्ट्र्ेटर मंगवाए थे। युवा नेता ने तुरंत आक्सिजन कांसन्ट्रेटर के साथ फोटो खिंचवाए और सोशल मीडीया पर वायरल करते हुए अपने नेता को भी भिजवा दिए। जो युवा नेता को जानते है वे युवा नेता की चतुराई पर कमेन्ट भी कर रहे है और बता भी रहे है कि कांसन्ट्रेटर किसी और ने मंगवाए थे,फोटो युवा नेता ने खिंचवा लिए।

धडल्ले से हो रहे विवाह,रोक की जरुरत

कोरोना को रोकने के लिए प्रशासन तमाम कदम उठा रहा है। विवाह समारोहों की संख्या भी सीमित कर दी गई है। लेकिन ग्र्रामीण इलाकों से डराने वाली खबरें आ रही है। गांवों में होने वाली शादियों में भीड भी इकट्ठा हो रही है और इसका दुष्परिणाम भी सामने आने लगा है। पिछले दिनों ग्र्रामीण इलाकों में हुई शादियों के बाद अनेक परिवार कोरोना की चपेट में आ चुके है। जिन परिवारों में शादी थी,उसी परिवार के कई सारे लोग संक्रमित हो रहे है। शहरों में होने वाले शादी समारोह तो नजर में आ जाते है,लेकिन दूर दराज के गांवों में हो रही शादियां सरकारी नजर से दूर ही रह जाती है। अब जरुरत इस बात की है कि ऐसे आयोजनों पर सख्ती से रोक लगा दी जाए। सख्ती से रोक लगाने का यही समय है वरना स्थिति बेकाबू हो सकती है।

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