April 20, 2024

सद्भाव और सौहार्द्र से सराबोर होंगे पवित्र माह

रमजान, श्रावण एवं चातुर्मास के संबंध में
शांति समिति की बैठक संपन्न

रतलाम, 28 जून  (इ खबरटुडे)। आगामी समय में जिले में विभिन्न धर्मावलंबी पवित्र माहों के दौरान धार्मिक आयोजन करेंगे। इस दौरान शहर में भी धार्मिक आयोजनो की अधिकता रहेगी। इस दौरान रमजान, श्रावण एवं चातुर्मास के तहत विभिन्न धार्मिक गतिविधियों का आयोजन होगा। इसमें होने वाले आयोजनों को सद्भाव और सौहार्द्र से मनाने के लिए शांति समिति की बैठक का आयोजन कलेक्टोरेट सभाकक्ष मे किया गया।
कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि रतलाम की परंपरा सद्भाव की रही है। यहां होने वाले पिछले आयोजनों से यह परिलक्षित होता है कि यहां सभी त्यौहारों को मिल-जुलकर मनाया जाता है। यही परंपरा कायम रखते हुए आगामी दिनों में आने वाले पवित्र पर्व को मनाना है। इसमें शांति समिति सदस्यों की अहम भूमिका रहेगीं। समिति सदस्य निरंतर हर गतिविधि में सक्रिय रहते हुए किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति की सूचना नजदीकी थाने या अधिकारी को देंगे। उन्होंने नगर निगम, विद्युत एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देष दिए कि इस दौरान की जाने वाली सभी व्यवस्थाएं समय से पूर्व कर ली जाए। समिति सदस्यों के सुझावों के अनुरूप समस्त व्यवस्थाएं हो जाएं।
पुलिस अधीक्षक डॉ. जी के पाठक ने कहा कि सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए जिले में 95 साम्प्रदायिक सद्भावना समितियां हैं। इन समितियों में समाज के वरिष्ठों को शामिल किया गया है जिनकी बात का समाज में प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही नगर सुरक्षा समितियों के माध्यम से भी ऐसे आयोजनों में हरसंभव सहायता ली जाती है। उन्होंने कहा कि शांति समिति के सदस्य भी इस बाबत ध्यान रखें। खास तौर पर त्यौहारों के दौरान युवाओं द्वारा अतिउत्साह में किए जाने वाले कार्यों को रोकने का प्रयास करें और वाहन चलाने के दौरान हेलमेट पहनने की हिदायत दें। यह सुरक्षात्मक जीवन के लिए आवष्यक भी है। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों में भी इस प्रकार के सामान्य संदेष को प्रसारित किया जाए ताकि समाज में सद्भाव के साथ ही सांमजस्य भी बना रहे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रषांत चौबे ने कहा कि शांति समिति के माध्यम से इस दौरान सक्रियता बनी रहे इस हेतु प्रयास किए जाएं और सदस्य अपने स्तर पर समाज में सद्भावना कायम रखने के लिए प्रयास करें। अनुविभागीय अधिकारी श्री सुनील कुमार झा ने कहा कि पर्व के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर रोक रहेगी परंतु अनुमति प्राप्त कर इनका उपयोग किया जा सकेगा।

इसमें भी इस बात का ध्यान रखा जाएग कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देषों का पालन करते हुए 55 डेसीबल से अधिक का शोर नहीं किया जाएगा। डीजे पर प्रतिबंध रहेगा। रात्रि 10 बजे बाद ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग नहीं किया जा सकेगा।
रमज़ान माह के दौरान होने वाले धार्मिक आयोजन की जानकारी देते हुए मकसूद काज़ी और आसिफ काज़ी ने बताया कि रमज़ान माह की शुरूआत 30 जून से हो जाएगी। चांद दिखने के कारण इसमें कुछ परिवर्तन संभव है। इस दौरान मुस्लिम बहुल इलाकों में काफी हलचल रहती है। सुबह मे सहरी और रात्रि में तरावीह के बाद क्षेत्र में समाजजनों का आवगमन बना रहता है। इसलिए यह आवष्यक है कि सुबह और रात्रि में क्षेत्र की दुकानों को खुला रहने दिया जाए। रात्रि में पषुओं के कारण किसी प्रकार की परेषानी न हो इसलिए आवष्यक है कि आवारा पषुओं पर नगर निगम के माध्यम से नियंत्रण किया जाए। आवारा कुत्तों पर भी नियंत्रण करें । इस दौरान क्षेत्र से भारी वाहनों के आवागमन पर भी रोक लगाई जाए। शाम को 4 से 7 बजे तक, जबकि रोजे की नमाज़ और इफ्तार का समय होता है , इन क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही कम की जा सके तो आसानी होगी।  सईद कुरेषी ने बताया कि प्रषासन द्वारा किए जाने वाले इंतजाम हर साल की तरह हो जाएं तो कोई परेषानी नहीं होगी।  इमरान खोकर ने कहा कि रमज़ान के दौरान मस्जिदों के आसपास साफ-सफाई रखें और प्रतिदिन सफाई हो यह व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि अभी गर्मी कम नहीं हुई है ऐसे में मस्जिदों में वुज़ू के लिए पानी की कमी कभी हो सकती है। ऐसी स्थिति में पानी की आपूर्ति नगर निगम द्वारा की जाए। निज़ाम राही ने भी इस दौरान सुझाव दिए।
श्रावण मास के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में  मनोहर पोरवाल एवं  प्रदीप उपाध्याय ने बताया कि शहर के सभी षिव मंदिरों पर इस दौरान धार्मिक आयोजन होते हैं। मंदिर तक पहुंच के मार्ग के पेंचवर्क का कार्य वर्षा प्रारंभ होने से पहले किया जाए। मंदिरों के आसपास की सफाई व्यवस्था की जाए । धार्मिक आयोजनों के लिए अनुमति प्रदान करने में किसी प्रकार की परेषानी न हो इस बात का ध्यान रखें तो धर्मावलंबियों को आसानी होगी। चातुर्मास के दौरान होने वाले आयोजनो की जानकारी देते हुए श्री महेंद्र गादिया ने बताया कि इस दौरान  प्रवचनों के लिए या किसी विषेष अवसरों पर मार्ग पर यातायात की व्यवस्था को नियंत्रित करने की आवष्यता होगी। बैठक में समिति के सदस्यों के साथ ही मीडियाकर्मी एवं समाज के वरिष्ठ नागरिकों ने भी उपयोगी सुझाव दिए। इस दौरान संयुक्त कलेक्टर सतीष कुमार एस. एस. के.मिश्रा,  वी.के.धोका सहित तीनों पुलिस थाना प्रभारी उपस्थित थे।

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