तबलीगी जमात से जुड़े 17 राज्यों के 1023 लोग कोरोना संक्रमित, देश के कुल मामलों में 30 फीसदी: स्वास्थ्य मंत्रालय
नई दिल्ली,04 अप्रैल (इ खबरटुडे)। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में अब तक कुल 2902 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, इनमें से 68 लोगों की मौत हो गई है तो 183 लोग ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटों में 601 नए मामले आए हैं। यह एक दिन में मिले कोरोना संक्रमितों का अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा है कि देश में आए कुल मामलों में से 1023 केस यानी 30 फीसदी तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शनिवार को बताया कि तबलीगी जमात से जुड़े केस तमिलनाडु, दिल्ली, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, अंडमान निकोबार, उत्तराखंड, हिमाचल, झारखंड सहित 17 राज्यों से सामने आए हैं।
तबलीगी जमात के 22 हजार लोग क्वारंटाइन
गृह मंत्रालय कि संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि तबलीगी जमात में शामिल लोगों के संपर्क में आए 22 हजार लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में शामिल हुए हजारों लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में जा चुके हैं। राज्य सरकारें युद्धस्तर पर उनको ट्रेस करके क्वारंटाइन कर रही हैं। इस बीच इन लोगों के संपर्क में आए अन्य लोगों को भी क्वारंटाइन किया जा रहा है।
इन लोगों को ज्यादा खतरा
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया कि अभी जिन लोगों की मौत हुई हैं, उनमें से अधिकतर उम्रदराज हैं और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त थे। लव अग्रवाल ने यह भी कहा कि देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दोगुनी होने की दर भारत में दूसरे देशों के मुकाबले कम है। कोविड-19 के 58 मरीजों की हालत नाजुक है। ये केरल, मध्य प्रदेश और दिल्ली में हैं।
21-40 साल के सर्वाधिक मरीज
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब तक सामने आए केसों के आधार पर बताया कि 9 फीसदी कोरोना संक्रमित मरीजों की उम्र 0-20 साल है। 42 फीसदी मरीज 21 से 40 साल के हैं। 33 फीसदी संक्रमित 41 से 60 वर्ष के मिले हैं, जबकि 17 फीसदी की उम्र 60 साल से अधिक है।
अब हर दिन 10 हजार टेस्ट
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि जांच की संख्या जरूरत के मुताबिक बढ़ाई जा रही है। अब प्रतिदिन 10 हजार जांच किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 31 हजार रिटायर्ड डॉक्टर वॉलंटियर के रूप में सामने आए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 97 कार्गो जहाजों के जरिए 1019 टन मेडिकल सामान राज्यों को भेजा गया है।