November 22, 2024

आरएसएस का तीन दिवसीय शीतकालीन बाल शिविर शिशु मंदिर में प्रारम्भ

रतलाम, 27 दिसंबर (इ खबर टुडे ) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाल स्वयं सेवको का तीन दिवसीय शीतकालीन शिविर काटजू नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ। शिविर के उद्घाटन सत्र के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रतलाम विभाग के संघचालक तेजराम मागरौदा एवम जिला संघचालक विरेन्द्र वाफगावकर मन्चासीन रहे ! दीप प्रज्लवन एवम एकल गीत व अमृत वचन पश्चात बाल शिविर में उपस्थित स्वयंसेवको को तेजराम मागरौदा का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ !

बाल स्वयंसेवको को सम्बोधित करते हुए लान्स नायक हनुमन्थप्पा के बारे मे बताते हुए कहा कि किस प्रकार विषम परिस्थितिओ मे हमारे राष्ट्र रक्षक सैनिक हमे सुरक्षित रखने के लिये माईनस तापमान मे तैनात रह कर भी हमारी रक्षा के लिये अपने प्राणो की आहुती तक देने मे पीछे नही हटते !

हमारे देश को आजादी दिलाने के लिए कई महापुरुषो ने अपने प्राणो की आहुति दी है ! ऐसे कई महापुरुष हुए जो जनता में जाग्रति लाना चाहते थे ! ऐसे एक महापुरुष का जन्म 1 अप्रैल 1889 रविवार को हुआ नाम डा. केशव राव बलीराम हेडगेवार था, बालक केशव जब बचपन में पढ़ने स्कूल जाते थे। तब एक दिन महारानी विक्टोरिया के जन्मदिन पर स्कूल में मिठाइयों का वितरण हुआ। बालक केशव को भी मिठाई मिली लेकिन उन्होंने उस मिठाई को खाया नहीं और उसे कचरे में फेंक दिया। उनके मन में यह विचार आया कि जो हमारे देश को गुलाम करने वाले महारानी विक्टोरिया का जन्मदिन मना रहे हैं, उससे हम कैसे खुश हो सकते हैं। यही देश भक्ति बालपन से मन मैं जाग गई। उस अटूट संकल्प के साथ उन्होंने उस मिठाई को नहीं खाया। जिन्होंने जन्मजात देशभक्ति का प्रमाण देकर बचपन से ही समाज और राष्ट्र हित के लिए कार्य किये और संघ की स्थापना की।

जिला प्रचार प्रमुख विवेक जायसवाल ने बताया कि काटजु नगर रतलाम स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय शीतकालीन बाल शिविर में खेलकूद, बौद्धिक व विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से बाल स्वयंसेवक अनुशासन और राष्ट्रभक्ति का पाठ सीख रहे हैं। प्रातः 5 बजे जागरण होता है। इसके बाद एकात्मता स्रोत के जरिए भारत के पर्वतो, नदियों और चारोंधाम का स्मरण कराया जा रहा है। पश्चात विद्यालय के खेल मैदान में प्रभात शाखा के जरीए विभिन्न शारीरिक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। शिविर में जिलेभर से बाल स्वयंसेवक शामिल हुए हैं। इन्हें प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा अनुशासन, नैतिकता और समाजसेवा के बारे में सिखाया जा रहा है। दिनभर बौद्धिक सत्र, चर्चा सत्र, स्वल्पाहार, भोजन आदि कार्यक्रमों पश्चात रात्रि 10 बजे दीप विसर्जन कार्यक्रम होता है। संघ की समय पाबंद समय रचना प्रशिक्षण मिल रहा है। स्वयंसेवकों में उत्सुकता है। एवम बाल स्वयंसेवको का उत्साह देखते ही बनता है !

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