आदिवासी युवाओं की सेना में भर्ती तैयारी के लिए द्वितीय चरण का फिजिकल टेस्ट लिया गया
रतलाम,22 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। आदिवासी विकास विभाग द्वारा प्रदेश के आदिवासी युवाओं को सेना में भर्ती कराने के लिए प्राथमिक रूप से उनका फिजिकल टेस्ट शिविर रतलाम में आयोजित किया जा रहा है। प्रथम दिवस सैलाना विकासखंड के लगभग 200 युवा शामिल हुए।
स्थानीय आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज में आयोजित शिविर में 1600 मीटर की दौड़ का टेस्ट लिया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान तथा विधायक सैलाना हर्षविजय गहलोत, आयुक्त आदिवासी विकास आर.एस. परिहार आदि उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि आदिवासी युवाओं को सेना में भर्ती कराने के लिए आदिवासी विकास विभाग द्वारा प्राथमिक रूप से शिविर आयोजित किए जाकर उनके फिजिकल टेस्ट किए जा रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा सेना में भर्ती हो सके। इसके लिए उनके दौड़, कूद परीक्षण कराए जा रहे हैं। आर्ट एंड साइंस कॉलेज में इस अवसर पर खेल विभाग तथा पुलिस विभाग के कर्मचारी भी मौजूद थे जिन्होंने फिजिकल टेस्ट तैयारियों में मदद की।
इस अवसर पर विधायक श्री गहलोत ने कहा कि आदिवासी युवा मेहनतकश होते हैं और शारीरिक रूप से भी सेना में भर्ती होने के लिए योग्य है। उनको यहां अवसर मिला है कि देश सेवा के साथ-साथ रोजगार भी अर्जित कर सकेंगे। मुख्यमंत्री कमलनाथ युवाओं को रोजगार दिलवाने के लिए दृढ़ संकल्प रहकर कार्य कर रहे हैं।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने कहा कि प्रदेश के 15 जिलों में इस प्रकार के शिविर आयोजित किए जा रहे हैं जो आदिवासी युवाओं को सेना में भर्ती के लिए तैयार कर रहे हैं इनमें रतलाम जिला सबसे अग्रणी रहकर कार्य कर रहा है। इसके प्रतिफल में शासन द्वारा शीघ्र ही आगामी दिवसों में एयरफोर्स में भर्ती के लिए भी कैंप आयोजित कराया जाने वाला है।
वेरिफिकेशन केम्प 23 एवं 24 अक्टूबर को
23 अक्टूबर 19 को अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति जिसमें विद्यार्थियों द्वारा रजिस्ट्रेशन कराया गया है, वेरिफिकेशन के लिए कैंप का आयोजन किया जा रहा है। 23 अक्टूबर को रतलाम विकासखंड के समस्त शासकीय, अशासकीय विद्यालयों के प्राचार्य, बीईओ कार्यालय रतलाम में उपस्थित होंगे तथा 23 अक्टूबर को ही जावरा विकासखंड के समस्त शासकीय, अशासकीय विद्यालयों के प्राचार्य उत्कृष्ट विद्यालय जावरा में उपस्थित होंगे। पिपलोदा विकासखंड के समस्त शासकीय, अशासकीय विद्यालय 24 अक्टूबर को उत्कृष्ट विद्यालय जावरा पर उपस्थित होंगे। विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति से वंचित रहने की स्थिति में संबंधित प्राचार्य की जवाबदारी तय होगी। अतः अनिवार्य रूप से उपरोक्त कैंप में संबंधित विकासखंड के शासकीय, अशासकीय विद्यालयों के प्राचार्य अनिवार्य रूप से उपस्थित हों।