April 20, 2024

नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश में किया देश के सबसे बडे सौर उर्जा सयंत्र का उद्घाटन

ऊर्जा में अब केसरिया क्राॅंति की जरूरत-श्री मोदी
मध्यप्रदेश को नम्बर एक राज्य बनाएगें-मुख्यमंत्री श्री चैहान

नीमच,26 फरवरी(इ खबरटुडे)। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत ने हरित और श्वेत क्रांति देखी है। अब केसरिया क्रांति की जरूरत है। ऊर्जा केसरिया रंग की होती है। ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता से ही देश विकसित होगा। केन्द्र सरकार को ऊर्जा की समेकित नीति बनाना चाहिये। श्री मोदी आज नीमच जिले के सुदूर ग्राम भगवानपुरा ;डिकेन में देश के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन कर रहे थे। समारोह में खासतौर पर मौजूद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुनरू संकल्प व्यक्त करते हुये कहा कि मध्यप्रदेश को देश और दुनिया का सबसे अच्छा राज्य बनायेंगे। समारोह में ऊर्जा एवं जनसंपर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ला स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री तथा जिले के प्रभारी दीपक जोशी भी उपस्थित थे।
श्री मोदी ने विकास के मसले में मध्यप्रदेश की खुलकर सराहना करते हुये कहा कि एक समय के बीमारू राज्य की शक्ल सूरत बदलकर शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश की ही नहीं देश की बड़ी सेवा की है। उन्होंने कल नर्मदा को क्षिप्रा से जोड़ा था और आज धरती को अंबर से जोड़कर सौर ऊर्जा का यह संयंत्र प्रदेश को दिया है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक ऊर्जा के इतने संसाधनों के बावजूद देश ऊर्जा का संकट झेल रहा है। देश में 20 हजार मेगावॉट के ऊर्जा कारखाने बंद हैं। इसका एक बहुत बड़ा कारण कोयला उपलब्ध नहीं होना है। उन्होंने कहा कि यदि ऊर्जा के बारे में उदासीनता रही तो विकास के सपने पूरे नहीं होंगे। भारत को सामथ्र्यवान बनाना है तो मिशन मोड पर काम करना होगा। नई नीतियां बनाना होंगी। श्री मोदी ने कहा कि विकास पर्यावरण हितैषी होना चाहिये अन्यथा विकास संकट बन सकता है। उन्होंने श्री चौहान की तारीफ करते हुये कहा कि इस सोलर संयंत्र की स्थापना से उन्होंने न केवल ऊर्जा का नया रास्ता तैयार किया है बल्कि भावी पीढ़ी की रक्षा का शिलान्यास किया है। उन्होंने कहा कि देश के अलग.अलग हिस्सों में ऊर्जा के अपार प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध हैं। पूर्वी हिन्दुस्तान हाइड्रो पॉवर जेनरेशन के लिये स्वर्ग है। पश्चिम का समुद्री इलाका विंड एनर्जी के लिये तथा गुजरात और राजस्थान का समतल रेगिस्तानी क्षेत्र सौर ऊर्जा के लिये सर्वश्रेष्ठ है। यदि इस ऊर्जा के दोहन की नीति बनती है तो न कोयले की जरूरत होगी और न ही पेट्रोलियम का आयात करना पड़ेगा। श्री मोदी ने कृषि के क्षेत्र में हुई प्रगति के लिये विशेष रूप से मध्यप्रदेश की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की विभिन्न समस्याओं का समाधान विकास से ही संभव है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में नरेन्द्र मोदी तथा शिवराज सिंह चौहान ने 151 मेगावॉट क्षमता के इस परियोजना का विधिवत उद्घाटन किया। मेसर्स वेलस्पन सोलर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित यह परियोजना आठ महीने के अल्‍प समय में पूरी की गई है। मध्यप्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा नीति के फलस्वरूप दो साल के भीतर इस वर्ष 1065 मेगावॉट उत्पादन नवकरणीय ऊर्जा में अनुमानित है। श्री मोदी तथा श्री चौहान ने ऊर्जा संयंत्र का अवलोकन भी किया। इससे पहले कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव सुधीर रंजन मोहंती ने अतिथियों का स्वागत करते हुये कहा कि मध्यप्रदेश देश का नया पॉवर हाऊस बन रहा है। उन्होंने नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। कार्यक्रम को क्षेत्रीय विधायक श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने संबोधित करते हुये इस क्षेत्र के अफीम उत्पादक किसानों की समस्याओं का उल्लेख किया। उन्होंने इस बारे में किसान हितैषी नीति बनाने की मांग की। अंत में वेलस्पन के बालकृष्ण गोयनका ने आभार व्यक्त किया। समारोह में राज्य सभा के सदस्य रघुनंदन शर्मा योजना आयोग के उपाध्यक्ष बाबूलाल जैनए विधायक कैलाश चावलाए राजेन्द्र पाण्डेए दिलीप सिंह परिहार यशपाल सिंह सिसोदिया राजेश यादव भी उपस्थित थे। इस अवसर पर गाँव में जिला स्तरीय अंत्योदय मेला भी आयोजित किया गया था।

आज का दिन प्रदेश के विकास के लिये ऐतिहासिक-श्री चैहान

मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि आज का दिन प्रदेष के विकास के लिए ऐतिहासिक है। उन्होनें कहा कि पिछले तीन दिनों मे मध्यप्रदेष ने तीन महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की है। पहला इन्दौर में इंफोसिस के आईटी पार्क की स्थापना, दूसरे दिन नर्मदा-शिप्रा मिलन और आज देश के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का लोकार्पण । उन्होंने कहा कि मालवा को रेगिस्तान नहीं बनने दिया जायेगा। नर्मदा-शिप्रा मिलन से हमने एक बड़ा संकल्प पूरा कर दिखाया है। इसके दूसरे चरण में हम गम्भीर और कालीसिंध,पार्वती नदियों को जोड़ेंगे। पहले की सरकारों ने नर्मदा-शिप्रा लिंक को असम्भव करार दिया था। श्री चैहान ने कहा कि प्रदेश में अब बिजली की कोई कमी नहीं है। इस समय प्रदेष में 11 हजार 600 मेगावाॅट बिजली उपलब्ध है। अगले वर्ष 14 हजार और पाॅच वर्ष के दौरान 20 हजार मेगावाॅट बिजली होगी। आने वाले समय में हम पवन और सौर ऊर्जा से ढाई हजार मेगावाॅट बिजली बनायेंगे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश विकास के निरन्तर नये आयाम गढ़ रहा है। दिल्ली-मुम्बई के इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर से प्रदेश की तस्वीर बदलेगी। हम लगातार सात प्रतिशत से अधिक विकास दर हासिल कर रहे हैं। कृषि उत्पादन में प्रदेश देश में नम्बर एक पर है और गेहूं उत्पादन में अब हम पंजाब और हरियाणा को भी पीछे छोड़ रहे हैं।
श्री चैहान ने कहा कि सरकार मानवीय संवेदनाओं के साथ चलाई जाती है। किसानों के हित में हमने अनेक नीतियाँ बदली हैं। नीमच अंचल में इसबगोल की फसल खराब होने पर पहले क्षतिपूर्ति का प्रावधान नहीं था, अब हमने 25 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर क्षतिपूर्ति देना ष्षुरू किया है। श्री चैहान ने कहा कि नीमच अंचल को सिंचित बनाने मे कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने हाल में बारिस और ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान होने पर किसानों से कहा कि सरकार उनके साथ में है। क्षति आंकलन के निर्देष दिए गए है। किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। श्री चैहान ने बताया कि मध्यप्रदेष में एक मार्च से सभी गरीब परिवारों को एक रूपया किलो गेहूं और चांवल दिया जाएगा। इसके लिए एक करोड नाम जोडे गए है। किसी भी गरीब को प्रदेष में भूखा नही सोने नही दिया जाएगा।

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