अतिक्रमण मुहिम में भाजपाई ही बने रोड़ा…
सिंहस्थ क्षेत्र में चली पहले दिन की मुहिम में विरोध, विवाद और हंगामा
उज्जैन9 फरवरी (इ खबरटुडे) सिंहस्थ क्षेत्र में फैले अवैध अतिक्रमण और निर्माण कार्यों को जमींदोज करने की मुहिम की शुरूआत का पहला दिन ही विरोध, विवाद और हंगामे भरा रहा, जहां भाजपाइयों ने प्रशासन की इस मुहिम का विरोध किया। हालांकि प्रशासन और पुलिस ने राजनैतिक अड़चन को नजर अंदाज करते हुए पहले दिन की कार्यवाही को पूर्ण किया, लेकिन अब लगने लगा है कि संभवत: अतिक्रमण हटाने की यह मुहिम थम सकती है।
सिंहस्थ 2016 के लिये आरक्षित भूमि पर कई लोगों ने पक्के व स्थाई निर्माण कर लिये हैं। कुछ लोगों ने राजनैतिक संरक्षण के चलते अवैध रूप से यहां पर मैरिज गार्डन, धर्मशालाएं तक बना ली तो कुछ ने कालोनी काट कर लाखों के वारे न्यारे कर लिये हैं। सिंहस्थ भूमि पर अतिक्रमण को लेकर हाईकोर्ट में लगाई गई याचिका के बाद कोर्ट के निर्देश पर चिन्हित अतिक्रमण हटाने के आदेश हुए थे, लेकिन यह कार्यवाही आज तक पूरी नहीं हो पाई थी, वहीं विगत दिनों जिले के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी बैठक में जिला प्रशासन के अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश जारी किये थे, उन्हीं निर्देशों के चलते शनिवार को जिला प्रशासन की टीम एडीएम अवधेश शर्मा, एसडीएम शैलेंद्रसिंह सोलंकी, एएसपी राजेश व्यास और निगमायुक्त विवेक श्रोत्रिय के नेतृत्व में दल-बल के साथ अतिक्रमण हटाने की मुहिम को अंजाम देने के लिये सबसे पहले खिलचीपुर नाके पर पहुंची, जहां चिन्हित अतिक्रमण और अवैध निर्माण हटाने की कार्यवाही शुरू ही हुई थी कि इसका क्षेत्र के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। कुछ ही देर में यहां पर भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष केशरसिंह पटेल भी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गये और उन्होंने मुहिम का विरोध किया, जिस पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। हालांकि विरोध के बावजूद पहले दिन सत्यम गार्डन, मिलन गार्डन सहित आधा दर्जन से अधिक अवैध निर्माणों को जमींदोज किया गया। लेकिन कहीं न कहीं पहले दिन हुए विरोध से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रशासन की इस मुहिम में भाजपाई ही रोड़ा अटकायेंगे संभवत: राजनैतिक हस्तक्षेप के बाद यह मुहिम यहीं पर थम जाये।
घट्टिया विधायक ने किया चक्काजाम
किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष केशरसिंह पटेल सहित क्षेत्र के महेंद्र चौधरी और राजाराम पटेल के साथ पुलिस द्वारा की गई मारपीट के विरोध में घटिया विधायक सतीश मालवीय ने मौके पर पहुंचकर आगर रोड पर चक्काजाम शुरू कर दिया, जिसे एडीएम और एएसपी ने आश्वासन के बाद समाप्त करवाया। विधायक की मांग थी कि चिमनगंज थाना प्रभारी सियाराम गुर्जर और जीवाजीगंज टीआई ओपी अहिर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाये वहीं अतिक्रमण मुहिम को अभी रोका जाये।
दल-बल के साथ पहुंची थी टीम
अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू करने के लिये प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी। जीवाजीगंज, चिमनगंज और भैरवगढ़ टीआई और बल के साथ सीएसपी सौरभ मिश्रा नजर आये वहीं लाइन से बड़ी संख्या में पुलिस बल बुलाया गया था। वहीं निगमायुक्त सहित अतिक्रमण गैंग के कर्मचारी मौजूद थे। इसके अलावा जरूरी संसाधनों में जेसीबी, क्रेन, ट्रैक्टर, ट्राली, डम्पर सहित अन्य सामान भी साथ रखा गया था।
अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम और क्षेत्रीय लोगों के बीच मुहिम को लेकर हंमागा हो गया था, जिसे समझाईश के बाद शांत करवाया दिया गया था। मुहिम जारी रहेंगी।
अवधेश शर्मा, एडीएम
मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई है। अतिक्रमण मुहिम का विरोध कर रहे लोगों को रोका गया था।
– सियाराम गुर्जर, चिमनगंज थाना प्रभारी
मैं तो वहां पर चर्चा करने गया था, लेकिन पुलिस ने बेवजह लाठियां भांजना शुरू कर दी, जो कि गलत है। क्या प्रशासनिक अधिकारियों से बात करना भी गुनाह है।
– केशरसिंह पटेल, भाजपा नेता
बॉक्स में लगावे…
सिंहस्थ क्षेत्र में कब्जे और निर्माण भाजपाइयों के….
यह बात भी किसी से छुपी नहीं है कि सिंहस्थ क्षेत्र में सबसे ज्यादा अवैध निर्माण, कालोनी काटने से लेकर पक्के निर्माण भाजपाइयों के है। इस मुहिम का विरोध कर रहे भाजपाई भले ही जनता के सामने यह जताने का प्रयास कर रहे हैं, कि ये उनके लिये लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि अगर कार्यवाही को पूरी तरह अंजाम दिया गया तो इससे प्रभावित होने वालों में सत्ताधारी दल के नेता अधिक होंगे। सिंहस्थ क्षेत्र में गार्डन, कालोनी काटने से लेकर पक्के निर्माणों में कई जगह राजनैतिक प्रभाव कई बार सामने आ चुका है। सिंहस्थ क्षेत्र में फैले अतिक्रमण और दुर्गति का सबसे बड़ा कारण सत्ताधारी दल के वे नेता हैं, जिन्होंने खुद या अपने रिश्तेदारों को संरक्षण देकर सिंहस्थ क्षेत्र में अवैध निर्माण और अतिक्रमण करवाये हैं।
अगली कार्रवाई संभवत: मंगलवार को
शनिवार को हुई सिंहस्थ क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में जमकर द्वंद्व की स्थिति बनी। अधिकारियों की सूझबूझ से मामला तूल नहीं पकड़ सका। वैसे अतिक्रमण हटाने की अगली कार्रवाई मंगलवार से पूर्व संभव दिखाई नहीं दे रही है। सूत्र बता रहे हैं कि रविवार को अवकाश का असर इस पर रहेगा। सोमवार को नगरीय प्रशासन के आयुक्त संजय शुक्ला शहर में रहेंगे। वे विभिन्न निर्माण और कार्यों का निरीक्षण भी करेंगे। इसी दिन एमआईसी का आयोजन भी रहेगा। इन परिस्थितियों के चलते अतिक्रमण हटाने की अगली कार्रवाई मंगलवार को ही संभव दिखाई दे रही है। इसके बाद भी यह प्रश्न है कि प्रशासन, पुलिस और नगर निगम की बैठक के बाद ही जिला दण्डाधिकारी का निर्णय इसमें अंतिम रहेगा।
किसी पर कोई कार्रवाई नहीं – एसपी
पुलिस अधीक्षक अनुराग ने बताया कि घटना के संबंध में किसी भी पुलिस अधिकारी अथवा कर्मचारी पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक घटना की जांच कराये जाने की बात कही गई है।