सांसद चिन्तामणि मालवीय के प्रयासों से दुबई में बंधक बनी उज्जैन की बेटी हुई स्वतंत्र
उज्जैन,30 नवंबर (ब्रजेश परमार/इ खबरटुडे)।उज्जैन की जनता को अपना परिवार मानकर सांसद मालवीय सदा उनके हर सुखदुख में खड़े रहते है । उज्जैन की बेटी रश्मि व्यास दुबई में प्राइवेट नौकरी करती थी । वहां उनकी मालकिन ने रश्मि को बंधक बना कर उनके पासपोर्ट व अन्य जरुरी दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए थे । फरवरी 2018 से शुरू हुई यह प्रताड़ना निरन्तर जारी थी ।इसी दौरान रश्मि के पिताजी की तबियत खराब हो गयी रश्मि ने आग्रह विनीत की पिताजी को देखने जाने हेतु भारत जाने का आग्रह किया । लेकिन मालिकन द्वारा कोर्ट में जूठा केस कर दिया गया । कर्मचारी महिला रश्मि के बारम्बार प्रार्थना, याचना करने पर और पिता की बीमारी की दुहाई देती रही पर मालकिन नही पसीजी। अंततः पिता की लंबी बीमारी के उपरांत दिनांक 07दिसम्बर को आखरी श्वास पुत्री के वियोग में लेते हुए उनका देवलोकागमन हो गया ।
आश्चर्यजनक यह हुआ कि जब रश्मि द्वारा मालकिन को अपने पिता के देहांत कि अत्यंत दुःखद ख़बर देते हुए इंडिया अपने पिता के अंतिम दर्शन हेतु जाने देने की गुहार लगाई ,प्रार्थना की, निवेदन किया, मिन्नते की तब भी उनकी मालकिन ने न पासपोर्ट दिया और न ही पिता के अंतिम दर्शन के लिये जाने की अनुमति दी | रश्मि अपने पिता के अंतिम दर्शन से पुर्णतः वंचित रह गई और बहुत प्रयास के बाद भी उनकी की देश वापसी सुनिश्चित नही हो पा रही थी ।
रश्मि का परिवार दुखी होकर सांसद चिंतामणि मालवीय से मिलने पहुंचा । सांसद ने तत्काल विदेश मंत्रालय में सम्पर्क स्थापित किया और विषय की गंभीर को देखते हुए अगले ही दिन स्वयं आवेदन लेकर दिल्ली विदेश मंत्रालय पहुंचे । सांसद के माध्यम से विदेश मंत्रालय द्वारा दूतावास से सम्पर्क कर रश्मि को स्वदेश लाने के प्रयास प्रारंभ किये गए । 22 अक्टूबर 2018 को रश्मि उज्जैन पहुंच गई ।
उन्होंने ओर उनके परिवार ने आज सांसद के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए सांसद चिन्तामणि मालवीय के निवास पर पहुंचकर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया तथा आभार माना |