November 15, 2024

दिल्ली में सुबह से तेज बारिश का दौर शुरू, कई इलाकों में पानी भरा

नई दिल्ली,01सितम्बर(इ खबरटुडे)। शनिवार की सुबह दिल्ली में भारी बारिश के साथ हुई है जिसके कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सुबह से ही हो रही लगातार तेज बारिश के कारण मोती बाग, आईटीओ इंडिया गेट, मंडी हाउस, लुटियंस जोन इलाकों में सड़कें कुछ ही देर में तालाब बन गईं।

बारिश के कारण स्कूल और सुबह-सुबह दफ्तर जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आईटीओ पर तो बारिश और जलजमाव के कारण लंबा जाम लग गया है।

जानकारी आ रही है कि दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर बारिश की वजह से जाम भी लगा हुआ है। मंडी हाउस, इंडिया गेट और लुटियंस जोन के आपसास की सड़कों पर भारी बारिश से जलभराव हो गया है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में तेज़ बारिश से लुटयंस इलाके की कई सडकों पर पानी भरना शुरू हो गया है। मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन के गोल चक्कर पर पानी भर गया है। इसके अलावा, विकास मार्ग, दिल्ली पुलिस हेड क्वार्टर के सामने भी सड़क पर भारी पानी जमा है।

दिल्ली के साथ एनसीआर के इलाकों नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के कुछ इलाकों में सुबह 6 बजे तेज बारिश हुई। वहीं, दिल्ली से सटे गुड़गांव और फरीदाबाद, बल्लभगढ़, सोनीपत में भी बारिश से लोगों को परेशानी हुई, लेकिन ग्रामीण इलाका होने के चलते फसलों के लिए राहत की बात है। वहीं, दिल्ली में तेज बारिश के चलते राष्ट्रपति भवन में होने वाले गार्ड सेरेमनी का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।

उधर, दो दिनों से बारिश कम होने से गर्मी और उमस ने फिर से परेशान करना शुरू कर दिया था, लेकिन शनिवार को हो रही बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है। रविवार को तापमान में फिर से गिरावट आएगी और औसत अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। बूंदाबादी की भी संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार चार से आठ सितंबर के बीच दिल्ली में 7 से 13 सेंटीमीटर बारिश होने की संभावना है।

इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी का स्तर 61 से 85 फीसद दर्ज किया गया।

मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में अगस्त में भी सामान्य से 17 फीसद कम बारिश हुई है। इसकी वजह पूरी दिल्ली के बजाय कुछ हिस्सों में बारिश का होना है। मौसम विभाग के मानसून पूर्व किए गए पूर्वानुमान से परे दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब में इस बार 23 फीसद तक कम बारिश हुई है। विभाग को अब इन राज्यों में अधिक बारिश होने की ज्यादा उम्मीद भी नहीं लग रही है, क्योंकि मौसम विज्ञानियों का मानना है कि अगले दो हफ्ते के भीतर मानसून इन राज्यों से विदाई ले लेगा।

मानसून की बारिश कम हुई
उत्तर पश्चिमी भारत के सभी हिस्सों में इस बार मानसून की बारिश कम हुई है। एक जून से 31 अगस्त तक के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पूर्वी उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में नौ, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में चार, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली में 23, पंजाब में 14 जबकि पश्चिमी राजस्थान में मानसून की 17 फीसद तक कम बारिश हुई है।

इस वजह से कम हुई बारिश
मौसम विभाग का कहना है कि उक्त सभी राज्य कम मानसूनी बारिश वाले जोन में आते रहे हैं। इसके पीछे एक वजह तो यह है कि यहां तक आते-आते मानसून टर्फ के साथ हवा भी थोड़ी कमजोर पड़ जाती है। इन राज्यों में बढ़ रही निर्माण गतिविधियां, घटती हरियाली और किसी प्रमुख नदी-नहर का नहीं होना भी इसकी वजह है।

17 फीसद कम हुई बारिश
दिल्ली में अगस्त में भी सामान्य से 17 फीसद कम बारिश हुई है। इसकी वजह पूरी दिल्ली के बजाय कुछ हिस्सों में बारिश का होना है। अगस्त में अभी तक 206.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है, जबकि इस माह सामान्य बारिश 247.7 मिलीमीटर है।

मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक डॉ. केजे रमेश का कहना है कि यह सही है कि उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में इस बार बारिश कुछ कम हुई है। अब बहुत अधिक बारिश होने की संभावना भी नहीं है। 15 सितंबर तक मानसून की विदाई हो जाएगी।

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