April 25, 2024

देश में अपनी तरह का अनूठा होगा दिव्यांग पार्क –श्री गेहलोत

केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री ने विक्रम वाटिका में दिव्यांग पार्क का भूमि पूजन किया

उज्जैन,23 दिसंबर (इ खबर टुडे)।केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचन्द गेहलोत ने कहा है कि देश में अनेक स्थानों से दिव्यांग पार्क निर्माण की मांग आती रहती है। दिव्यांग पार्क अपने आप में अनूठा पार्क होता है। इसमें स्पर्श, ध्वनि और गंध के तत्वों की कल्पना को कुशलतापूर्वक रचनात्मक संरचना के माध्यम से अभिव्यक्ति प्राप्त होती है।

स्पर्श की भावना विशेष प्रकार की टाइल्स, ब्रेल प्लेट्स, विशिष्ट पौधों तथा विशेष प्रकार की डिजाईन को पढ़ने के माध्यम से साकार की जायेगी। इस पार्क की लागत तीन करोड़ रूपये है। इसमें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से एक करोड़ 93 लाख 27 हजार रूपये स्वीकृत किये गये हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि दिव्यांग पार्क बनने से उज्जैन में रौनक बढ़ेगी और व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी।

इस तरह का पार्क होशंगाबाद जिले में पूर्व में बनाया जा चुका है और वहां पर कलेक्टर रहे संकेत भोंडवे की पहल पर उज्जैन में भी यह काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि यहां के कलेक्टर उत्कृष्ट अधिकारी हैं, जो प्रशासनिक कार्य के साथ-साथ सामाजिक सेवा का काम भी पूरे मनोयोग से करते हैं।

केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री ने कहा कि दिव्यांग पार्क बनाने का बीड़ा उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल द्वारा उठाया गया है। उन्होंने बताया कि उज्जैन में 125 करोड़ की लागत से एलिम्को का कारखाना भी तैयार हो रहा है। इसका उद्घाटन आगामी 18 मार्च को किया जायेगा। यहां पर पांच तरह के सहायक उपकरणों का निर्माण होगा और समस्त पश्चिम भारत में सप्लाई यहीं से की जायेगी। केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री ने दिव्यांग पार्क में प्रशिक्षण संस्थान बनाने के लिये तीन करोड़ 30 लाख रूपये की अतिरिक्त स्वीकृति देने की जानकारी देते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण केन्द्र में प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के दिव्यांगजन प्रशिक्षण लेने आयेंगे।
श्री गेहलोत ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली पांच संस्थाओं के विद्यार्थियों को पांच-पांच हजार रूपये कुल 25 हजार रूपये देने की घोषणा की। इसके पूर्व केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री एवं अन्य अतिथियों ने दिव्यांग पार्क का विधि-विधान से भूमि पूजन किया। उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि दिव्यांग अनुभूति पार्क उज्जैन शहर को एक बड़ी सौगात के रूप में मिल रहा है। अनुभूति पार्क बन जाने के बाद शहर प्रदेश में जाना जायेगा। उन्होंने कहा कि हर दिव्यांग में एक दिव्य विशेषता होती है, इनकी छटी इन्द्रि होती है, यही उनकी विशेषता मानी गई है। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष से दिव्यांग पार्क बनाने के लिये प्रयासरत थे।
केन्द्र शासन के सहयोग से आज सपना साकार होने जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा ढाई एकड़ जमीन पार्क निर्माण के लिये दी गई है। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक पार्क तीन करोड़ की लागत से निर्मित होगा। इसमें उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा एक करोड़ छह लाख रूपये की राशि दी जायेगी। श्री अग्रवाल ने बताया कि पार्क में अरोमा पार्क, ओरिएंटेशन सेन्टर, सेंसरी पार्क, हॉल ऑफ फेम, ऑडियो म्युजिक सेन्टर एवं ओपन एयर थिएटर निर्मित होगा। दिव्यांग पार्क में दिव्यांगजनों की सुविधा हेतु उपलब्ध कराये जा रहे सभी संकेतक प्रतीकों के साथ होंगे, जो ध्वनिमय होने से अधिक सुविधाजनक होंगे। सभी पाथवे पर दिशा-प्रदर्शक ऐसी टाइल्स प्रयुक्त होगी, जिससे दिव्यांगजनों को दिशा-ज्ञान हो सकेगा।
पार्क में दिव्यांगजनों की सुविधा हेतु पर्याप्त विश्राम स्थलों की सुविधा होगी। जगह-जगह पेयजल एवं प्रसाधन गृह निर्मित किये जायेंगे। कार्यक्रम में स्नेह संस्था नागदा, मनोविकास विशेष विद्यालय उज्जैन, शासकीय मनोविकास विद्यालय, शासकीय दृष्टि एवं मूक-बधिर विद्यालय, सेवाधाम मूक-बधिर संस्था के बच्चों द्वारा आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। सेवाधाम की बालिका भोली अग्रवाल द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। स्नेह संस्था के कलाकारों ने भी स्वागत गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन श्री शैलेन्द्र व्यास स्वामी मुस्कुराके ने किया।

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