दो साल बाद पकड़ाया एक लाख रुपये लेने वाला रिश्वतखोर
देवास में लोकायुक्त पुलिस ने वर्ष 2011 में की थी कार्रवाई, इस साल की रिश्वतखोरी की सबसे बड़ी कार्रवाई
उज्जैन 10 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। एक लाख रुपये रकम मांगने वाला रिश्वतखोर अधिकारी 2 साल बाद पकड़ाया है। वर्ष 2011 में देवास जिले में लोकायुक्त पुलिस ने एक लाख रुपये से अधिक रिश्वत मांगने वाले अधिकारी को पकड़ा था। इस साल की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वतखोर अधिकारी को पकड़ने के बाद उसके मकान पर भी निगाह दौड़ाई।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि एमपी एग्रो कार्पोरेशन प्रा.लि. के जिला प्रबंधक कल्याणसिंह ठाकुर निवासी 50, अरिहंत कॉलोनी को 1 लाख रुपये की रिश्वत के मामले में रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। लोकायुक्त पुलिस ने इस साल 64 मामले दर्ज किये हैं इनमें से 56 रिश्वतखोरी के हैं जबकि 7 पद के दुरुपयोग के प्रकरण हैं। इनमें एक आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्रकरण दर्ज किया गया है। उक्त सभी मामलों में लोकायुक्त पुलिस ने अलग-अलग कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। श्री मिश्रा ने बताया कि इस साल यह सबसे बड़ी कार्रवाई है जिसमें जिला प्रबंधक कल्याणसिंह ठाकुर ने 1 लाख रुपये की मांग की थी। पूर्व में देवास जिले में इसी प्रकार का एक प्रकरण दर्ज हो चुका है उसमें भी लाखों रुपये की मांग की गई थी। लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि आरोपी कल्याणसिंह ठाकुर ने भी रिकार्डिंग सुनकर अपराध स्वीकार कर लिया। उन्होंने राशि लेकर अपनी ड्राज में रख दी थी। लोकायुक्त पुलिस ने एक लाख रुपये की राशि बरामद कर ली। इसके बाद ठाकुर के हाथ धुलवाये गये। लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि इस कार्रवाई से कार्यालय में हड़कंप मच गया। लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर आरोपी ठाकुर को जमानत पर रिहा कर दिया।
1100 रुपये प्रति नग के हिसाब से कमीशन
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार एमपी एग्रो कार्पोरेशन लिमिटेड के जिला प्रबंधक कल्याणसिंह ठाकुर ने कृषि उपकरण निर्माता एवं विक्रेता मदनलाल पांचाल निवासी बलेड़ी से 2 लाख 78 हजार 300 रुपये कमीशन मांगा था। इसकी पहली किश्त के रुप में 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पुलिस ने उसे पकड़ लिया। डीएसपी पदमसिंह बघेल के मुताबिक मदनलाल की इंगोरिया चौपाटी पर स्वामी इंजीनियरिंग वर्क्स नामक फैक्ट्री है, जहां से 253 स्पायरल ग्लेडर एमपी एग्रो में सप्लाय किये गये थे। उक्त उपकरण की राशि 14 लाख 21 हजार रुपये बनी थी। इसमें प्रति नग के हिसाब से 1100 रुपये कमीशन मांगा जा रहा था। बताया जाता है कि पांचाल ने मार्च 2013 में उपकरण के भुगतान हेतु बिल दिये थे। लोकायुक्त पुलिस के अनुसार उक्त मामले में 11 लाख रुपये से अधिक की राशि का भुगतान हो चुका है जबकि शेष राशि के लिये रिश्वत मांगी जा रही थी। बताया यह भी जा रहा है कि कुछ राशि पूर्व में बतौर रिश्वत ठाकुर ने ले ली थी। हालांकि इस मामले में औपचारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
नगर निगम के लिपिक के खिलाफ भी कार्रवाई
लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि नगर निगम कार्यालय के झोन क्र. 3 में पदस्थ लिपिक गुलाम शब्बीर की शिकायत पर नगर निगम कार्यालय में पदस्थ लिपिक इमरान अंसारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। लोकायुक्त पुलिस ने 7 हजार रुपये की रिश्वत के मामले में इमरान अंसारी को गिरफ्तार करने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया। लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि गुलाम शब्बीर ने वर्ष 2010-11 में अ.भा. मुशायरे के लिए 2 लाख 35 हजार रुपये के बजट के तहत राशि खर्च की थी। उक्त राशि में से बची हुई राशि के समायोजन के लिये लिपिक द्वारा रिश्वत मांगी गई थी। डीएसपी एम.एस. शक्तावत ने कार्रवाई की है। बताया जाता है कि नगर निगम के बड़े अधिकारियों के इशारे पर अंसारी ने रकम मांगी थी। इसका जिक्र रिकार्डिंग में भी आया है। नगर निगम के बड़े अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है।