सिरसा स्थित डेरा में तीसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन, नरकंकालों की तलाश जारी
सिरसा,10सितम्बर(इ खबर टुडे)। डेरा सच्चा सौदा में तीसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी है। यह थोड़ी देर पहले शुरू हो गया है। तीसरे दिन नरकंकालों की तलाश पर जोरों पर है और इसके लिए बागों के अलावा गुफा के आसपास के क्षेत्र में खुदाई हो रही है। दूसरे दिन के सर्च ऑपरेशन में कई सनसनीखेज खुलासे हुए थे। गुरमीत राम रहीम के बहुचर्चित गुफा के कई राज खुले। गुफा से गर्ल्स हॉस्टल और साध्वी निवास तक जानेवाला गुप्त रास्ता मिला आैर साथ ही डेरे में भारी हथियार होने के निशान भी मिले।
प्रशासन आैर जांच टीमों को अाज भी डेरे के कई सनसनीखेज खुलासे होने की उम्मीद है। नरकंकालों की तलाश के लिए डेरे के बाग में शनिवार को लगभग तीन घंटे खुदाई की गई, हालांकि कुछ मिला नहीं। आज भी खुदाई जारी रहेगी। इसके लिए भूगर्भ की जांच करने वाली टीमों को भी बुलाया गया है। इस टीम के पास ऐसी मशीनें भी है, जो धरती में छुपी किसी भी चीज की जानकारी दे सकती है। आज बाग के अलावा गुफा के आसपास व दूसरे खाली मैदानों में भी खुदाई हाेगी।
डेरे के अंदर स्थित अस्पताल अौर क्लिनिक की जांच में कई अनियमितताएं पाई गई हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम जब जांच के लिए यहां पहुंची तो अस्पताल के पास डेड बॉडियां मेडिकल कॉलेजों को भेजने का पूरा रिकार्ड नहीं था और न ही मेडिकल कालेज प्रबंधन इस संबंध में संतोषजनक जानकारियां दे पाया। एमटीपी से संबंधित औपचारिकताएं भी यहां पूर्ण नहीं पाई गईं।
विस्फोटक की फैक्टरी सील –
दूसरे दिन के सर्च ऑपरेशन के दौरान गुफा में एके 47 राइफल की मैगजीन के खाली बाक्स मिले। डेरा परिसर में विस्फोटक और पटाखा बनाने की फैक्टरी मिली। वहां से भारी मात्रा में विस्फोटक और पटाखे मिले। डेरा में कई सुबूत मिटाए जाने और आपत्तिजनक वस्तुओं को हटाने के संकेत भी मिले हैं। शाम के समय डेरे के बड़े सरोवर में कुछ संदेहास्पद वस्तुएं होने की संभावना के मद्देनजर गोताखोरों ने जांच की। सरोवर में छह से अधिक गोताखोर उतरे। यहां आज भी तलाशी होगी। इसके अलावा पानी के टैकों में भी तलाशी की गई।
तिलिस्म से कम नहीं गुरमीत की गुफा, विशेष कोड से खुलते हैं गुफा के दरवाजे –
गुरमीत राम रहीम की गुफा 12 एकड़ क्षेत्र में फैला है और एक के बाद एक इसके राज सामने आने से सर्च टीेमें व विशेषज्ञ भी अचरज में हैं। गुरमीत की गुफा की एक झलक ही उसके विलासी जीवन की कहानी बयान कर देती है। गुफा में 10 से अधिक कमरे हैं और इस तिमंजिली गुफा में लिफ्ट भी लगी है जो बेसमेंट से सीधे छत पर बने गार्डन तक पहुंचती है। सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि गुफा में प्रवेश के बाद इसका एक रास्ता बीच की मंजिल पर खुलता है, जहां बीच में हाल नुमा बड़ा कमरा है। इस हाल के चारों तरफ कमरे हैं।
प्रत्येक कमरा बड़े होटल की तरह सुसज्जित है। इन्हीं कमरों के नीचे बेसमेंट में इसी डिजाइन के कमरे बने हुए हैं। अति आधुनिक सुविधाएं इन कमरों में दी गई हैं। बाबा की पोशाकें, महंगे जूते भी यहां रखे हुए हैं। यहां तक सोफे भी बहुत उच्च क्वालिटी के हैं। गुफा जैसा यहां कुछ भी नहीं है। यह महल है और इसके ऊपर के हिस्से में बड़ा स्वीमिंग पुल व गार्डन है।
सुरक्षा इंतजाम देख दंग रह गईं सर्च टीमें –
सर्च टीमें रहस्यमय गुफा के सुरक्षा के इंतजाम देख दंग रह गई। दीवारें इतनी मजबूत थी कि इन्हें गोलों से भी भेदा न जा सके। गुफा के दरवाजे रिमोट में विशेष कोड से खुलते हैं। यदि कोई अनजान व्यक्ति गुरमीत के कमरे तक पहुंच जाए तो सेंसर उसे पहचानकर हूटर जैसी आवाज देता था। खिड़की-दरवाजे भी बुलेट प्रूफ थे। ऊपरी मंजिल पर कमरों को बहुत मजबूत स्थिति से बनाया गया है। जिस तरह बाहर से दरवाजे कोड से खुलते हैं, उसी तरह अंदर से भी कोड से ही दरवाजे खुलते थे।
इसके अलावा, बुलेट प्रूफ शीशे ऊपर के कुछ अन्य स्थानों पर भी हैं। बाहर सुरक्षा कर्मी तैनात रहते थे और साथ ही दीवारें इतनी ऊंची हैं कि उन्हें लांघ पाना नामुमकिन था। दीवारों की चौड़ाई भी बहुत अधिक है आैर उन्हें आसानी से नहीं तोड़ा जा सकता। बाहर की तरफ पानी है तो अंदर की तरफ गहरी खाई खोदी गई है।
200 एकड़ पर बनी है करीब एक हजार इमारतें –
डेरा सच्चा सौदा की सिरसा में 766 एकड़ जमीन है। इनमें से 200 एकड़ जमीन पर करीब एक हजार इमारतें बनी हुई है। जिनमें रिजॉर्ट, सिनेमा, कोठियां, फ्लैट्स, कैंटीन, दुकानें, प्रशासनिक भवन से लेकर अलग-अलग विंग के भवन बने हुए हैं।