डेरे के स्कूल में पढ़ रही 25 छात्राओं ने नाम कटवाया, नहीं लौटा रहे फीस
बुधनी/ सीहोर,09सितम्बर(इ खबर टुडे)। साध्वी से दुष्कर्म के आरोप में गुरमीत राम रहीम को सजा होने के बाद सीहोर जिले के बुदनी स्थित डेरा द्वारा संचालित शाह सतनाम गर्ल्स स्कूल में पढ़ने वाली करीब 25 छात्राओं ने नाम कटवा लिया है। लेकिन अब स्कूल प्रबंधन छात्राओं को परेशान कर रहा है। प्रबंधन न तो छात्राओं की टीसी दे रहा है और न ही उनकी फीस लौटा रहा है।
छात्राओं का कहना है कि स्कूल प्रबंधन का कहना है कि एडमिशन फीस किसी भी स्थिति में वापस नहीं होगी। इधर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने छात्राओं के परिजन की शिकायत के आधार पर मामले की जांच की। जांच में आरोप सही पाए गए हैं। इधर प्रशासन को डेरा की सर्चिंग के आदेश अब तक स्थानीय प्रशासन को नहीं मिले हैं। यह मामला अभी शासन स्तर पर ही अटका हुआ है।
सरकारी जमीन पर अंतरराष्ट्रीय स्कूल बनाने की थी योजना
स्थानीय लोगों के मुताबिक राम रहीम ने यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्कूल बनाने की योजना बनाई थी। लगभग 10 साल पूर्व डेरा द्वारा स्कूल के पास करीब 55 एकड़ जमीन खरीदी थी। इसके बगल में वन विभाग की जमीन थी, जिस पर बड़ी संख्या में सागौन के पेड़ लगे हुए थे, जिन्हें बिना किसी इजाजत के डेरा प्रबंधन ने काट दिए और ये जंगल अब कृषि भूमि में तब्दील हो गया है।
साल 2010 में वन विभाग के तहत आने वाले जर्रापुर वीट के कक्ष क्रमांक 636 में डेरा द्वारा अवैध रूप से कब्जा करने का प्रयास किया था, जिसे वनकर्मियों ने रोक दिया था। जमीन से बहने वाले नाले को भी डेरा द्वारा अवैध रूप से मिटटी डालकर बंद कर दिया है। इस जमीन पर बाबा स्कूल बनाना चाहता था।
अंग्रेजों के जमाने की टंकी पर कब्जा
डेरा प्रबंधन ने ब्रिटिश कालीन पानी की टंकी पर भी अवैध रूप कब्जा कर लिया है। जबकि यह सरकारी संपत्ति घोषित है। इस टंकी का निर्माण ब्रिटिश शासन काल में आर्मी के कैंप को पेयजल सप्लाई करने के लिए किया था। लेकिन डेरा प्रबंधन 1999 में जब यहां जमीन खरीदी उसी समय इस टंकी पर कब्जा कर लिया। टंकी के अंदर डेरा प्रबंधन ने सेवादारों के निवास के लिए पक्के कमरे बनवा दिए हैं।