विश्वविद्यालय में स्व प्रबंधन पर विशिष्ट व्याख्यान सम्पन्न
उज्जैन,26 मार्च (इ खबरटुडे)। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन एवं प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में 26 मार्च, रविवार को स्वर्ण जयंती सभागार, विक्रम विश्वविद्यालय में स्व प्रबन्धन विषय पर विशिष्ट व्याख्यान आयोजित किया गया।
आयोजन में प्रसिद्ध अभिप्रेरक एवं प्रशिक्षक ई. व्ही. गिरीश, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय (मुम्बई केन्द्र) ने व्याख्यान देते हुए कहा कि अपने स्वाभाविक गुण को सदैव ध्यान में रखें, स्व प्रबंधन के लिए यह जरूरी है। आंतरिक संकल्प शक्ति से ही सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त की जा सकती है। हम कैसा महसूस करते हैं, इसे छोड़कर हम कैसे दिखाई देते हैं, इस पर ज्यादा विचार करते हैं। समस्या यहीं से शुरू होती है। शिक्षा की सार्थकता इस बात में है कि वह प्रश्न पैदा करें। आज परिणाम और प्राप्तांक ही महत्त्वपूर्ण हो गए हैं, जबकि शिक्षा का लक्ष्य सवाल पैदा करना होना चाहिये। परीक्षा से डरना ठीक नहीं है। जो अच्छा लगता है वह करो, वह नहीं जो लोग चाहते हैं।
व्याख्यान की अध्यक्षता कुलपति प्रो. शीलसिंधु पाण्डेय ने की। उन्होंने कहा कि स्व प्रबंधन के सबसे बड़े गुरु श्रीकृष्ण कहे जा सकते हैं। आज के युग में समय प्रबन्धन बेहद जरूरी है। दिन रात के समय को ठीक से प्रबंधित करें, उससे सफलता प्राप्त की जा सकती है। बगैर योजना के कार्य की पूर्णता सम्भव नहीं है।
सकारात्मक विचार के साथ हम किस प्रकार अपने जीवन को जिएँ, यह जानना जरूरी है-ब्रह्माकुमारी उषा दीदी
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि ब्रह्माकुमारी उषा दीदी, प्रभारी उज्जैन सेवा केन्द्र, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय थीं। ब्रह्माकुमारी उषा दीदी ने कहा कि आज का जीवन तनाव से ग्रस्त है। सकारात्मक विचार के साथ हम किस प्रकार अपने जीवन को जिएँ, यह जानना जरूरी है।
प्रारम्भ में अतिथि स्वागत कुलानुशासक प्रो शैलेन्द्रकुमार शर्मा, विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ राकेश ढंड, पूनम दीदी, मंजू दीदी, डॉ रमण सोलंकी आदि ने किया। ब्रह्माकुमारी पूनम दीदी ने अतिथि परिचय दिया। संचालन डॉ निवेदिता वर्मा ने किया। आभार प्रदर्शन विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ राकेश ढंड ने किया।