April 19, 2024

आईओसी डिपो पर चल रहे टैंकर घोटाले का पर्दाफाश

फर्जी नम्बरों से चलाए जा रहे थे टैंकर,सात टैंकर जब्त
रतलाम,28 अगस्त (इ खबरटुडे)। पुलिस ने बांगरोद स्थित आईओसी डिपो पर फर्जी नम्बरों  से चलाए जा रहे सात टैंकर जब्त कर एक नए तरीके की धोखाधडी का पर्दाफाश किया है। धोखाधडी के इस अनूठे मामले में पैट्रोलियम पदार्थों के परिवहन में जिन टैंकरों का उपयोग किया जा रहा था,उन पर कूटरचना कर फर्जी चैसिस व इंजिन नम्बर डालकर फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन करवाया गया था।
पुलिस अधीक्षक डॉ.जीके पाठक ने पुलिस लाइन में एक प्रेसवार्ता के दौरान इस घोटाले की विस्तार से जानकारी दी। डॉ.पाठक ने बताया कि उन्हे इस आशय की एक लिखित शिकायत मिली थी कि बांगरोद स्थित इण्डियन आईल डिपो पर पुराने टैंकरों पर फर्जी तरीके से नए नम्बर डालकर उनका उपयोग किया जा रहा है। शिकायत के आधार पर जब मामले की गहन जांच की गई तो इस अनूठी धोखाधडी की चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई।
आईओसी डिपो के नियमों के मुताबिक 15 वर्ष से अधिक पुराने टैंकरों को पैट्रोलियम पदार्थो के परिवहन के लिए उपयोग में नहीं लिया जा सकता। इस नियम के कारण पुराने टैंकरों को परिवहन कार्य से हटा दिया जाता है। लेकिन बांगरोद डिपो पर चल रहे अनेक पुराने टैंकरों पर नया रजिस्ट्रेशन करवा कर चलाया जा रहा था।
डॉ पाठक ने बताया कि पुराने टैंकरों का नया रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए इन टैंकरों के पुराने चैसिस और इंजिन नम्बरों को मशीन की सहायता घिस दिया जाता था और फिर इन पर मशीनों की मदद से उन टैंकरों के नम्बर अंकित कर दिए जाते थे,जो टैंकर दुर्घटनावश या किसी अन्य कारण से नष्ट होकर कबाडे में बेचे जा चुके थे। इसके लिए आरोपीगण कबाडे वाले से नष्ट हो चुके वाहनों के रजिस्ट्रेशन इत्यादि कागजात प्राप्त कर उनके आधार पर आरटीओ कार्यालयों की मदद से नया रजिस्ट्रेशन प्राप्त कर लेते थे।
पुलिस ने इस मामले में नामली पुलिस थाने पर धोखाधडी,कूट रचना और साक्ष्य बिगाडने की विभिन्न धाराओं में प्रकरण पंजीबध्द कर जांच प्रारंभ कर दी है। पुलिस कप्तान ने बताया कि इस सिलसिले में टैंकर मालिक परमानन्द पिता मोतीलाल योगी नि.प्रताप नगर उसकी पत्नी श्रीमती कृष्णा योगी,मो.जावेद नि.मोचीपुरा,इब्राहीम खान पिता इसमईल खान नि.मोचीपुरा और इफ्तेखार खान पिता इब्राहीम खान नि.मोचीपुरा रतलाम के टैंकर जब्त किए है। ये सभी टैंकर फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कर चलाए जा रहे थे। इसके अलावा पुलिस ने प्रीतेश चौहान नामक समेत तीन व्यक्तियों को भी हिरासत में लिया है,जो कि टैंकरों पर फर्जी चैसिस व इंजिन नम्बर अंकित करते थे।
पुलिस अधीक्षक डॉ पाठक ने बताया कि उक्त टैंकरों के रजिस्ट्रेशन के मामले में कई जिलो के आरटीओ कार्यालयों में कार्यवाही की गई है और इसमें परिवहन विभाग के कर्मचारियों की भी भूमिका होने का पर्याप्त संदेह है। पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds