पगड़ी की शान, मान, सम्मान नहीं जाने दूगा – मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान
जनता मंदिर, पुजारी शिवराज
रतलाम 10 दिसम्बर(इ खबरटुडे)। फसल बीमा दावा राशि भुगतान कार्यक्रम का सीधा प्रसारण रतलाम के अम्बेडकर प्रागंण पोलोग्राउण्ड रतलाम पर किया गया। कार्यक्रम में उज्जैन से सीधे प्रसारण के दौरान मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान ने रतलाम की जनता को सम्बोधित कर कहा कि राज्य की जनता ने जिस लाड़, प्यार और सम्मान से उन्हें पगड़ी बांधी हैं इस पगड़ी की शान, मान और सम्मान के लिये वे अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देगे। उन्होने प्रदेश सरकार की उपलब्धि बताते हुए कहा की आज राज्य की जनता को 44 सौ करोड़ रूपये से अधिक की राशि का भुगतान प्रदेश के किसानों को सरकार द्वारा किया गया है।
किसानों को अब फसलों का विविधिकरण के साथ फुड प्रोसेसिंग की ओर आगे आना होगा
पूर्व की सरकारों द्वारा किसानों को 18 प्रतिशत के मान से ब्याज से ऋण दिया जाता था। हमारी सरकार द्वारा ऋण की दरों को लगातार कम करते हुए अब शुन्य प्रतिशत ब्याज पर ला दिया है। इसे आगे बढ़ा कर हमारी सरकार किसान द्वारा एक लाख रूपये का ऋण लिये जाने पर केवल नब्बे हजार रूपये का भुगतान करना होता है। इस प्रकार दस हजार हजार रूपये की राशि अनुदान के रूप में सरकार वहन कर रही है। जो महत्वूपर्ण उपलब्धि है। उन्होने बताया कि सरकार द्वारा खेती का रकबा बढ़ाया गया है। किसानों को अब फसलों का विविधिकरण के साथ फुड प्रोसेसिंग की ओर आगे आना होगा। इसके लिये सभी आवष्यक संसाधन एवं सहायता सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जायेगी। किसानों को फुड प्रोसिसिंग के कार्य में आगे आने हेतु टेकनाॅलाजी, विक्रय के लिये बाजार, लागत के लिये ऋण दस लाख रूपये से लेकर एक करोड़ रूपये तक की ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।
उन्होने कहा कि वे किसानों के घर के आगे ए.सी. की गाड़ियाॅ एवं किसानों को उद्योगपति के रूप में देखने की मंशा रखते है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री द्वारा कि गई नोट बंदी के फैसले को उचित ठहराते हुए इसका स्वागत किया और कहा कि नोट बंदी से भ्रष्टाचार पर रोक लगी है एवं आंतकवाद की कमर पर कड़ा प्रहार हुआ है। मार्केट में नकली नोटो के चलन के बंद होने से आम जनता को राहत मिलेगी। आने वाले पाॅच वर्षो में खेती को लाभ का धंधा बनाते हुए किसानों की आय दुगुनी की जायेगी। वर्ष 2030 तक सरकार की दो लाख कुंऐ एवं पाॅच लाख खेत तालाब बनाने की योजना है। नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर वृक्षारोपण किया जायेगा। सभी किसानों के खेतों के आसपास वृक्षारोपण किया जायेगा। किसानों को इससे होने वाले नुकसान की राषि का मुआवजा प्रति हेक्टेयर बीस हजार रूपये के मान से सरकार द्वारा दिया जायेगा। 11 दिसम्बर से 11 मई तक चलने वाली नमामि देवी नर्मदे यात्रा के लिये उन्होने प्रदेश के किसानों से आव्हान किया कि सभी किसान नर्मदाजी को हरियाली चुंदरी औढ़ाये।
कार्यक्रम के बारे में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरजिन्दरसिंह ने बताया कि रतलाम जिले के किसानों को खरीफ वर्ष 2015 के लिये 78 हजार किसानों का बीमा कराया गया था। इस बीमे से आठ करोड़ रूपये की राशि जमा कराई गई थी जिसमें से 32 करोड़ रूपये राशि का दावा भुगतान किसानों को कर दिया गया है। कार्यक्रम में टोकन स्वरूप प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक अषोक चोटाला ने कहा कि किसानों को दावा राषि दिलवाने में भू-अभिलेख राजस्व एवं बैंक प्रतिनिधियों को सराहनीय सहयोग मिला है। जिले के किसान अतिवृष्टि, सुखा जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिये बीमा कराते है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को कर्जे से मुक्ति दिला रहे है। किसानों की प्रति व्यक्ति आय 2022 तक दुगुनी करने के लिये सरकार कृत संकल्प है। खाद, बीज पर दस प्रतिशत अनुदान के साथ बिना ब्याज का ऋण दिया जा रहा है। बैंक की एफ.डी. पहले जो महज 105 करोड़ थी उसे बढ़ाकर 350 करोड़ रूपये तक लाया गया है। जो कि केन्द्रीय सहकारी बैंक की उल्लेखनीय उपलब्धि है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की विसंगति जिला कलेक्टर बी.चन्द्रषेखर के प्रयासों से दूर करने में सफलता मिल रही है।
ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामोर ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री खेती को लाभ का ध्ंाधा बना रहे है। उन्होने ग्राम सरवड़-जमुनिया में किसानों की सोसायटी चालु कराने के लिये कलेक्टर रतलाम से आग्रह किया।
कार्यक्रम में विधायक सैलाना संगीता चारेल ने राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना के लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि आम आदमी को 26 प्रकार की सेवा मिलने की ग्यारंटी देकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान ने ‘‘मैं हूॅ ना’’ को चरितार्थ किया। आलोट विधायक जितेन्द्र गेहलोत ने किसान बीमा राहत के लिये मुख्यमंत्री को साधुवाद देते हुए कहा कि पूर्व की सरकारों ने किसानों की सुध नहीं ली थी किन्तु षिवराजसिंह की सरकार में किसानों के चेहरे खिले है। किसानों को अब दस घण्टे सिंचाई के लिये और घरेलु कार्याे के लिये चैबीस घण्टे तक बिजली उपलब्ध हो रही है। रतलाम के आलोट में पचास मेगावाट और जावरा में 90 मेगावाट बिजली उत्पन्न की जा रही है। जिले में पानी से, हवा से सभी प्रकारों से विद्युत उत्पन्न कर किसानों के लिये विद्युत क्षमता बढ़ाई जा रही है।
कार्यक्रम मंे महापौर डाॅ. सुनिता यार्दे ने किसानों को अन्नदाता निरूपित किया और कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार को लगातार चैथीबार कृषि कर्मण अवार्ड मिलना किसानों का सम्मान है। रतलाम के किसानों की प्रयोग धर्मिता से सरकार वाकीफ है। उन्होने रतलाम के ग्राम तितरी में अंगूर की खेती एवं स्ट्राबेरी, मशरूम, जामफल, अनार आदि की खेती के लिये किसानों की प्रशसा की और कहा कि सरकार का मदद का हाथ हमेषा किसान के साथ है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा ने अपने सम्बोधन में किसानों को समय पर लाभ दिये जाने की आवष्यकता जताई। उन्होने सरकार से प्रति बीघा के मान से बीज पर मिलने वाली राशि की सीमा बढ़ाने की मांग रखी।
सरकार की नीति और नीयत अच्छी होने के कारण नतीजे भी अच्छे मिल रहे है
विधायक जावरा डाॅ. राजेन्द्र पाण्ड्य ने कहा कि नीति और योजनाऐं पहले भी थी किन्तु किसान का आसरा केवल भगवान था। उन्होने कहा कि भारत की अस्सी प्रतिशत आबादी गाॅव मंे रहती हैं। किसानों के आगे बढ़ने से ही देश का विकास हो सकता है। देश का आधार किसान हैं और किसान के लिये काम करना हमारी प्राथमिकता हैं। उन्होने कहा कि सरकार की नीति और नीयत अच्छी होने के कारण नतीजे भी अच्छे मिल रहे है। आज मध्यप्रदेश का कृषि विविधता में स्थान ऊँचा उठा है। मध्यप्रदेश का गेंहू उत्पादन में दूसरा स्थान, मक्का उत्पादन में पाॅचवा स्थान होना मुखिया शिवराजसिंह चैहान के कुषल नेतृत्व का परिणाम है। किसानों को आपदा, अतिवृष्टि, ओलावृष्टि जैसी स्थितियों से निपटने के लिये मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान ने आवष्यकता पड़ने पर नियमों में भी परिवर्तन किये है।
कार्यक्रम में जावरा के पुनमचंद्र भेरूलाल सादाखेड़ी, राकेश कमलाशकर बहादुरपुरजागीर, दिलीप कांतिलाल रिंगनोद, आलोट पुरसिंह करणसिंह, सवासिंह निर्भय गुलबालोद, तुफान बलवंत भोजाखेड़ी,नारायण चेन भीम, कुषाल रंगलाल निपानिया, पिपलौदा के कमल कचरू आक्यादेह, घनष्याम रामलाल मामटखेड़ा, रतलाम के दशरथ मांगीलाल सुराना आदि को फसल बीमा दावा राषि के प्रमाण पत्रों का वितरण प्रतीकात्मक रूप से किया गया।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक एवं मंत्री धुलजी चैधरी, अध्यक्ष कृषि स्थायी समिति कलाबाई परसराम पारगी, ईष्वरलाल पाटीदार, भेरूलाल पाटीदार ,दुग्ध संघ देवेन्द्र शर्मा, हिरालाल चैधरी, डाबुजी मईड़ा, गोपीचंद्र पाटीदार, शरद जोषी, शैलेन्द्र डांगा, मनोहर पोरवाल, रतलाम जनपद के अध्यक्ष संगीता मुकेश मालवीय, योजना समिति के सदस्य बजरंग पुरोहित एवं अन्य सम्मानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में एडीएम डाॅ. कैलाश बुन्देला ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में एसडीएम शहर सुनील कुमार झा, उप संचालक कृषि के.एस.खपेड़िया ने प्रबंधन किया। कार्यक्रम का संचालन आषीश दषोत्तर ने किया।