सैलाना-बाजना के प्राकृतिक स्थल में एसेल वल्र्ड पार्क खोलने की मांग की गई
रतलाम,03 अक्टूम्बर(इ खबरटुडे)। लोक संत जैनाचार्य श्रीमद् विजय जयंत सेन महाराज सा. के पुण्य स्थल समारोह में पधारे म.प्र. राज्य संस्कृति पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र पटवा एवं जैन धर्म संसद के आयोजक चेतन्य काश्यप, म.प्र. राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष को रतलाम क्षेत्र के विकास हेतु सैलाना-बाजना आदिवासी बहुल प्राकृतिक रम्य क्षेत्र में पर्यटन एवं पर्यावरण उद्यानिकी विस्तार हेतु ‘एसेल वल्र्ड पार्क’ एवं जैविक एवं पौध वृक्ष वृहतस्तर उद्यान के लिए ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
उल्लेखनीय है कि सैलाना आदिवासी क्षेत्र जो कि बांसवाड़ा डुंगरपुर राजस्थान की सीमा को जोड़कर स्टेट हाईवे जैसा अरावली सतपुड़ा पहाडिय़ों का प्राकृतिक सौंदर्यमयी स्थल है। इस क्षेत्र में पर्यटन के आकर्षण ‘एसेल वल्र्ड’ जैसी महत्वपूर्ण योजना का जनता के आकर्षण एवं पर्यटन के लिए योजना को क्रियान्वित किया जाता है तो यह क्षेत्र केदारेश्वर जैसे झरने एवं धर्म युक्त क्षेत्र के साथ ही केक्टस गार्डन के लिए भी प्रसिद्ध है।
विदेशी पर्यटन राजस्थान-गुजरात प्रांत के दर्शनीय स्थलों के साथ यहां भी पर्यटन राजस्ïव को बढ़ावा मिल सकता है। साथ ही रोजगार के महती अवसर से क्षेत्र की निर्धन्ता व्यवसाय विस्तार से दूर हो सकेगी। बाजना आदिवासी बहुल माही नदी की अविरल रम्यता से यह क्षेत्र सुशोभित है। पहाडिय़ों की छवि छटा यहां जैविक उद्यान के साथ-साथ वृहत स्तरीय उद्यान विकसित किए जाने की योजना को राज्य शासन अपने निर्णय से स्वीकृत करता है तो यहां भी व्यवसाय विस्तार से पर्यटन एवं पर्यावरण को बढ़ावा मिल सकता है।
पत्रकार दिनेश दवे एवं लक्ष्मीनारायण राजोरा ‘अलीक’ ने दोनों ही महानुभावों को ज्ञापन सौंपते हुए पर्यावरण के आसन्न खतरों से निपटने के लिए सैलाना-बाजना के विस्तृत क्षेत्र में पर्यटन आयोजन के उल्लेख उद्यानों को विकसित किए जाने की मांग की है।
साथ गीतकार स्व. प्राण वल्लभ गुप्त के स्मृति में रतलाम में पुस्तकालय वाचनालय प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक समारोह स्थल भवन के लिए 5000 वर्ग मीटर की जमीन एवं अनुदान के लिए भी ज्ञापन में उल्लेख कर प्रतिवेदन सांसद कांतिलाल भूरिया को भी सौंपा जा रहा है,ताकि राज्य शासन के श्री पटवा एवं श्री काश्यप इस मांग को महत्व के साथ स्वीकृति दिलवा सकें। जनता को रतलाम जैसे अविकसित क्षेत्र में ये योजना उपक्रम आर्थिक विकास से
लाभांवित कर सकेंगे।