वाटर हार्वेस्टिंग का अभियान चले-पूर्व महापौर
रतलाम,25 मई(इ खबरटुडे)।लगातार घटता जलस्तर वर्तमान समय की सबसे गंभीर समस्या है। इससे निपटने के लिए पानी की एक-एक बूंद को सहेजना आवश्यक है। यह कार्य जलस्त्रोतों को पुर्नजीवित कर अच्छे तरीके से किया जा सकता है। इसलिए शहर में वाटर हार्वेस्टिंग पर ध्यान देने की जरूरत है। शहरवासी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अपनाए और आने वाले कल के लिए भी पानी के प्रबंधन में भागीदार बने।
यह अपील पूर्व महापौर शैलेन्द्र डागा ने की है। उन्होंने बारिश से पूर्व पानी की बचत और संग्रहण के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाने पर जोर देते हुए कहा कि शहर के अधिकांश घरों में वर्तमान में नलकूप अथवा हेंडपंप लगे है। इससे जलस्तर लगातार कम हो रहा है। शहरवासी यदि इन जलस्त्रोतों को सदैव जीवित रखने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाले तो शहर में पानी की किल्लत तो दूर होगी ही, साथ ही भूजल स्तर भी बढ़ जाएगा। वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम घरों में छतों पर और अन्य स्थानों पर खुले में लगाए जा सकते है।
उन्होंने बताया कि गर्मी में पानी का उपयोग अधिक होता है। इस दौरान कुए-बावडिय़ों का जलस्तर जहां गिर जाता है, वहीं नलकूप भी काम करना बंद कर देते है। पानी के प्रबंधन पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो आगामी सालों में जलसमस्या गंभीर हो जाएगी। इससे बचने के लिए अभी से सबका जागरूक होना आवश्यक है। उन्होंने पानी का उपयोग मितव्ययता से करने के साथ भूजल स्तर बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता जताई है। श्री डागा ने प्रत्येक नागरिक से अपील की है कि वे पानी की एक-एक बूंद बचाए। पानी के संग्रहण के लिए घर-घर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाकर अपनी जागरूकता का परिचय दे।