गोंड मोंगिया समाज के आन्दोलनकारियों ने घेरा कलेक्टोरेट
पुलिस की मदद से खाली कराया कलेक्टर कार्यालय,आन्दोलन अब भी जारी
रतलाम,20 फरवरी(इ खबरटुडे)। अनुसूजित जनजाति में नाम शामिल करने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से कलेक्टोरेट परिसर में धरना दे रहे गोंड मोंगिया समाज के महिला पुरुष व बच्चों ने आज कलेक्टर कार्यालय में घुस कर कलेक्टर का घेराव कर दिया। आन्दोलनकारी लम्बे समय तक कलेक्टर कार्यालय में डटे रहे। बाद में पुलिस की मदद से कार्यालय खाली कराया गया।
उल्लेखनीय है कि गौंड मोंगिया समाज के लोग पिछले कई दिनों से कलेक्टोरेट में धरना दे रहे है। उनकी मांग है कि उन्हे अनुसूचित जनजाति के रुप में माना जाए. उनका तर्क है कि प्रदेश शासन के अनेक परिपत्रों में उन्हे अनुसूचित जनजाति का माना गया है। इसके विपरित जिला प्रशासन का कहना है कि शासन ने ऐसे कोई निर्देश नहीं दिए है। अत: उन्हे अनुसूचित जनजाति के रुप में जाति प्रमाणपत्र नहीं दिए जा सकते।
लम्बे समय तक महिलाओं और स्कूली बच्चों के साथ आन्दोलन करने के बाद आज प्रदर्शनकारियों के सब्र का बान्ध टूट गया और वे कार्यालय के भीतर घुस आए। उन्होने काफी देर तक कलेक्टर कक्ष के बाहर कब्जा जमाए रखा। नगर दण्डाधिकारी श्रीमती रानी बाटड ने उन्हे समझाने की काफी कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। प्रशासनिक अधिकारियों ने आन्दोलनकारियों को बलपूर्वक हटाने के लिए पुलिस की मदद मांगी लेकिन सूत्र बताते है कि पुलिस के उच्चाधिकारियों ने नन्हे बच्चों और महिलाओं पर बल प्रयोग करने से साफ इंकार कर दिया। काफी देर तक चले घेराव के बाद हांलाकि पुलिसबल वहां पंहुचा लेकिन पुलिस अधिकारियों ने आन्दोलनकारियों को समझा बुझा कर उन्हे बाहर निकाला। इसके बाद आन्दोलनकारी पुन:धरनास्थल पर जाकर जम गए।