November 25, 2024

भर्ती परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ने वाले 6 शिक्षक सम्मानित

तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री गुप्ता ने दिया सम्मान निधि का चेक
 
भोपाल,29 जनवरी (इ खबरटुडे)। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की भर्ती परीक्षाओं में फर्जी तरीके से परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों को पकड़ने वाले 6 शिक्षक (वीक्षक) को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने सम्मानित किया।

इसमें एक लाख रुपये और प्रशस्ति-पत्र देने का प्रावधान है, लेकिन वीक्षक एक से अधिक होने पर राशि आपस में विभाजित कर दी जाती है। श्री गुप्ता ने कहा कि कम से कम 50 हजार रुपये प्रत्येक वीक्षक को मिलना चाहिए। तदनुसार बोर्ड द्वारा तुरंत बढ़ी राशि का चेक वीक्षकों को दिया गया।techer1श्री गुप्ता ने वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2015 में परीक्षा केन्द्र शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सतना में फर्जी परीक्षार्थी को पकड़वाने वाले सुशील पाण्डेय, रहमत अली और दीपक चौरसिया को 50-50 हजार रुपये का चेक और प्रशस्ति-पत्र दिया। वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2015 में ही परीक्षा केन्द्र एल.एन.सी.टी. कालेज में फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ने वाले अंशुल सरावगी तथा प्रशांत पाण्डेय को 50-50 हजार रुपये और जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा-2015 में परीक्षा केन्द्र श्री राम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एण्ड टेक्नालॉजी जबलपुर में परीक्षार्थी पकड़ने वाले वीक्षक सुनील रक्षित को एक लाख रुपये की सम्मान राशि का चेक और प्रशस्ति-पत्र दिया गया।

एक दिन में एक लाख परीक्षार्थी
श्री गुप्ता ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षाओं के लिए ऐसी व्यवस्था हो कि एक दिन में एक लाख परीक्षार्थी परीक्षा दे सकें। उन्होंने कहा कि बोर्ड की माँग अनुसार महाविद्यालयों में कम्प्यूटर स्थापित करने के लिए कक्ष उपलब्ध करवाये जायेंगे। इनमें बोर्ड द्वारा सी.सी.टी.व्ही. केमरे भी लगवाये जायेंगे।
श्री गुप्ता ने कहा कि आई.टी.आई. की परीक्षा भी ऑनलाइन की जा रही है। पॉलीटेक्निक और इंजीनियरिंग की परीक्षा भी ऑनलाइन करवाने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि बी.ए. और बी.एस-सी. की परीक्षाएँ भी ऑनलाइन करवाने पर विचार किया जा रहा है। श्री गुप्ता ने कहा कि परीक्षा हाल में एक स्क्रीन लगवायें जिसमें परीक्षार्थियों की फोटो क्रमानुसार दिखती रहे।
रोजगार सहायक देंगे कम्प्यूटर की ट्रेनिंग
बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती अरुणा शर्मा ने कहा कि गाँव में कक्षा 7 में पढ़ने वाले बच्चे से लेकर 25 वर्ष तक के व्यक्ति को पंचायत में उपलब्ध कम्प्यूटर पर ग्रामीण रोजगार सहायक द्वारा ट्रेनिंग दी जायेगी। इससे ग्रामीण बच्चों को ऑनलाइन परीक्षा देने में कठिनाई नहीं होगी। उन्होंने बताया कि अभी तक पाँच ऑनलाइन भर्ती परीक्षा सफलतासे करवायी जा चुकी है। बोर्ड के डायरेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने परीक्षा प्रणाली में किये गए सुधारों के बारे में जानकारी दी।

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