Share Market : शेयर बाजार में बड़ी गिरावट, सेंसेक्स 1000 अंक गिरा, निफ्टी भी फिसला
नई दिल्ली,13 दिसंबर (इ खबर टुडे)। गुरुवार को महंगाई के राहतभरे आंकड़ों जारी हुए तो शेयर बाजार ने निवेशकों में भी जोश भर गया। लेकिन आज सुबह (शुक्रवार को) जब बाजार खुला तो शेयर मार्केट ने निवेशकों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। बीएसई सेंसेक्स ने साढ़े 10 बजे तक लगभग 1000 अंकों का गोता लगा लिया, जबकि निफ्टी50 में भी 300 से अधिक अंकों की गिरावट आई।
शुक्रवार को सुबह 10:42 बजे तक निफ्टी50 1.34 फीसदी (329.25 अंक) गिरकर 24, 219.45 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि सेंसेक्स में 1.35 फीसदी (1,099.91) अंकों की गिरावट के साथ 80,190.05 का स्तर दिखाया। 80 हजार के साइकोलॉजिकल लेवल पर सेंसेक्स का अच्छा सपोर्ट माना जा रहा है।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 3,560.01 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में घटकर 5.48 प्रतिशत पर आ गई और यह मुख्य रूप से खाद्य कीमतों में कमी के कारण रिजर्व बैंक के आरामदायक स्तर पर आ गई, जिससे फरवरी में नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में केंद्रीय बैंक की दर निर्धारण समिति की बैठक में ब्याज दरों में कटौती की गुंजाइश बनी।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित हेडलाइन मुद्रास्फीति अक्टूबर में 6.21 प्रतिशत और नवंबर 2023 में 5.55 प्रतिशत थी। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) की वृद्धि दर अक्तूबर 2024 में सालाना आधार पर धीमी होकर 3.5 प्रतिशत रह गई, जिसका मुख्य कारण खनन, बिजली और विनिर्माण का खराब प्रदर्शन है।
जानकारों के अनुसार, “निकट भविष्य में बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। उतार-चढ़ाव की वजह एफआईआई द्वारा फिर से बिकवाली है, जिन्होंने कल 3,560 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। भारत में ऊंचे मूल्यांकन को देखते हुए, एफआईआई द्वारा बाजार में हर तेजी के साथ और अधिक बिकवाली किए जाने की संभावना है।”
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, “बाजार को समर्थन देने वाली चीज मुद्रास्फीति में गिरावट है।” एशियाई बाजारों में, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग में गिरावट दर्ज की गई, जबकि सियोल में तेजी दर्ज की गई।
वॉल स्ट्रीट गुरुवार को नकारात्मक क्षेत्र में बंद हुआ। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, “फेडरल रिजर्व द्वारा 18 दिसंबर को ब्याज दर पर लिए जाने वाले निर्णय से बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई है। एफआईआई ने भारी बिकवाली की, जिससे बाजार की धारणा और खराब हो गई।”
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.04 प्रतिशत गिरकर 73.38 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 236.18 अंक या 0.29 प्रतिशत गिरकर 81,289.96 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 93.10 अंक या 0.38 प्रतिशत गिरकर 24,548.70 अंक पर बंद हुआ था।