सडक चौडीकरण के लिए दरगाह को हटाने की तैयारी,प्रशासनिक अधिकारियों ने किया निरीक्षण,चर्चा के लिए शनिवार को बुलाई बैठक
रतलाम,8 नवंबर (इ खबरटुडे)। जावरा रोड के चौडीकरण में बाधक बन रही शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर बनाई गई पहलवान बाबा की दरगाह को हटाने की तैयारियां अब जोर पकडने लगी है। जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज शाम मौके पर जाकर दरगाह का निरीक्षण किया। दरगाह से जुडे लोगों को समझाइश देने के लिए प्रशासन ने शनिवार को एक बैठक भी बुलाई है।
उल्लेखनीय है कि जावरा रोड अण्डर ब्रिज से डोसीगांव फोरलेन तक सिटी फोरलेन बनाने का काम पिछले लम्बे समय से चल रहा है। मार्ग के चौडीकरण में शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर बनाई गई पहलवान बाबा की दरगाह बाधक बन रही है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक जब उक्त दरगाह के दस्तावेजों की जांच की गई तो पता चला कि दरगाह मात्र सौ वर्गफीट भूमि पर बनी थी,लेकिन बाद में धीरे धीरे यह फैलती गई और शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करते हुए इसका आकार बहुत बडा कर दिया गया। इतना ही नहीं इसके पास ही शासकीय भूमि पर मस्जिद भी तान दी गई।
सड़क चौडीकरण के लिए जब उक्त दरगाह को हटाना आवश्यक हो गया,तब दरगाह से जुडे लोगों से जमीन के दस्तावेज मांगे गए,लेकिन दरगाह के लिए भूमि आवंटन के कोई दस्तावेज अब तक सामने नहीं आए है। केवल इतना तथ्य सामने आया है कि उक्त दरगाह सौ वर्गफीट पर बनी थी। इसके बाद प्रशासन द्वारा उक्त अतिक्रमण को हटाने के लिए नोटिस जारी किए गए।
अतिक्रमण हटाने के नोटिस जारी होने के बाद मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मिल कर अतिक्रमण हटाए जाने का विरोध दर्ज कराया। वहीं सोशल मीडीया पर भी कुछ व्यक्तियों द्वारा आपत्तिजनक पोस्ट डाले जाने लगे।
शासकीय भूमि पर किए गए उक्त अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों का एक दल आज शाम मौके पर पंहुचा। एडीएम डा.शालिनी श्रीवास्तव के नेतृत्व में पंहुचे इस दल में एसडीएम अनिल भाना,तहसीलदार ऋषभ ठाकुर,पीडब्ल्यूडी एसडीओ श्री राय इत्यादि शामिल थे।
अधिकारियों के दल ने दरगाह पर मौजूद लोगों से चर्चा की। यहां मौजूद कुछ लोग दरगाह को हटाने के लिए राजी थे,तो कुछ इसका विरोध कर रहे थे। सभी लोगों द्वारा अलग अलग दावे किए जा रहे थे। सभी पक्षों से चर्चा करने के लिए प्रशासन ने शनिवार प्रात: ग्यारह बजे कलेक्टोरेट सभागृह में एक बैठक बुलाई है,जिसमें सभी पक्षों से चर्चा करने के बाद उक्त दरगाह को हटाने का निर्णय लिया जाएगा।